प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल के अतिशेष शिक्षकों को जरूरतमंद स्कूलों में
भेजने की कवायद में जुटा स्कूल शिक्षा विभाग वहीं पहुंच गया है, जहां
अप्रैल माह में था। यानी एक बार फिर से अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी की गई
है। नए सिरे से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
ज्यादा समय न लगे इसलिए जो नई व्यवस्था बनाई गई है, उसके मुताबिक पूरी प्रक्रिया को निपटाकर 14 अगस्त तक अतिशेष शिक्षकों को उनको आवंटित नए स्कूलों में ज्वाइन कराने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि यह इतना आसान भी नहीं है, क्योंकि पोर्टल की खराबी के चलते पहले इतनी बार तारीख बढ़ाई गईं थी कि पूरी प्रक्रिया जो 10 मई तक ही निपट जाना थी, वह जून तक में पूरी नहीं हो पाई थी। हालांकि इस बार दावा किया जा रहा है कि बिना किसी तकनीकी समस्या के सबकुछ समय पर पूरा हो जाएगा। स्कूल 16 जून से खुल चुके हैं। अब तक कई स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है, इस कारण सूची में देरी के चलते हजारों विद्यार्थियों को नुकसान हो रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने बताया कि प्राइमरी एवं मिडिल दोनों ही स्कूलों की अंतरिम अतिशेष सूची जारी कर दी गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव आरके डेकाटे द्वारा जारी आदेश में लिखा है कि 12 जून को जो अतिशेष शिक्षकों की जो सूचियां जारी की गई थीं, उनमें कुछ मृत शिक्षकों, सेवानिवृत्त एवं त्याग-पत्र देने वाले कर्मचारियों आदि के नाम जुड़ गए थे। सही तरीके से अपडेट नहीं होने के कारण सूची निरस्त कर दी गई थी। नई सूची एवं युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया का नया टाइम-टेबल जारी करते हुए संशोधित प्रक्रिया जारी कर दी गई है। जबकि विभागीय लोगों का कहना है कि पहली बार पूरे प्रदेश में एक साथ युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को हाथ में लिया गया। जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई गई आैर बार-बार खामियां हुईं, नतीजा यह रहा कि एक भी शिक्षक जरूरतमंद स्कूलों में नहीं जा सका।

19 जुलाई बुधवार तक उन
शिक्षकों एवं अध्यापकों से अभ्यावेदन लिए जाएंगे, जिनके नाम 30 जून को जारी
हुई अंतरिम सूची में शामिल थे।

19 से 26 जुलाई के बीच
विभाग को मिले आवेwदनों का जिला स्तर पर परीक्षण कर मान्य एवं अमान्य किए
जाएंगे। साथ ही कलेक्टर से अनुमोदन लेकर पीडीएफ फाइल अपलोड करना होगी।
मान्य आवेदनों के आधार पर आरएफसी दर्ज कराके ई-सेवा पुस्तिका में संशोधन
किया जाएगा।

28 जुलाई को
अभ्यावेदनों के निराकरण एवं ई-सेवा पुस्तिका में संशोधन के बाद अतिशेष सूची
को एजुकेशन पोर्टल पर डाल दिया जाएगा।

28 जुलाई से 4 अगस्त
तक एजुकेशन पोर्टल पर अतिशेष शिक्षकों द्वारा विकल्प प्रस्तुत किए जाएंगे।

8 अगस्त को काउंसिलिंग
करके अंतिम रूप से पदस्थापना सूची ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड कर दी
जाएगी।

14 अगस्त तक अतिशेष
शिक्षकों द्वारा पदभार ग्रहण किया जाएगा।
ज्यादा समय न लगे इसलिए जो नई व्यवस्था बनाई गई है, उसके मुताबिक पूरी प्रक्रिया को निपटाकर 14 अगस्त तक अतिशेष शिक्षकों को उनको आवंटित नए स्कूलों में ज्वाइन कराने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि यह इतना आसान भी नहीं है, क्योंकि पोर्टल की खराबी के चलते पहले इतनी बार तारीख बढ़ाई गईं थी कि पूरी प्रक्रिया जो 10 मई तक ही निपट जाना थी, वह जून तक में पूरी नहीं हो पाई थी। हालांकि इस बार दावा किया जा रहा है कि बिना किसी तकनीकी समस्या के सबकुछ समय पर पूरा हो जाएगा। स्कूल 16 जून से खुल चुके हैं। अब तक कई स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है, इस कारण सूची में देरी के चलते हजारों विद्यार्थियों को नुकसान हो रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा ने बताया कि प्राइमरी एवं मिडिल दोनों ही स्कूलों की अंतरिम अतिशेष सूची जारी कर दी गई है।
स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव आरके डेकाटे द्वारा जारी आदेश में लिखा है कि 12 जून को जो अतिशेष शिक्षकों की जो सूचियां जारी की गई थीं, उनमें कुछ मृत शिक्षकों, सेवानिवृत्त एवं त्याग-पत्र देने वाले कर्मचारियों आदि के नाम जुड़ गए थे। सही तरीके से अपडेट नहीं होने के कारण सूची निरस्त कर दी गई थी। नई सूची एवं युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया का नया टाइम-टेबल जारी करते हुए संशोधित प्रक्रिया जारी कर दी गई है। जबकि विभागीय लोगों का कहना है कि पहली बार पूरे प्रदेश में एक साथ युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को हाथ में लिया गया। जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई गई आैर बार-बार खामियां हुईं, नतीजा यह रहा कि एक भी शिक्षक जरूरतमंद स्कूलों में नहीं जा सका।











