( संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ म.प्र. ) - 7 मार्च तिरंगा मार्च भोपाल मे - सिर पर बंधा होगा भगवा , हाथों मे रहेगा तिरंगा , हजारों की संख्या मे अतिथि शिक्षक होगें भोपाल की सड़कों पर - यह यात्रा भोपाल से 8 कि.मी. दूर विदिशा रोड पर सुखी सेवानिया मैदान से प्रारम्भ होगी साथियों माहौल ऐसा तैयार करना है साथियों पूर्ण अनुशासन के साथ की हमारा यह संघर्ष देशभर मे एतिहासिक बन जाऐ - मामा सरकार मजबूर हो जाऐ ,
हमारे विषय मे गंभीरता के साथ सोंचने को - संगठित हो यह कार्य करो साथियों जिस प्रकार से झाबुआ , अलिराजपुर , हरदा , मंदसौर , देवास , छतरपुर रतलाम , होशंगाबाद , आदि अन्य जिलों मे प्रदर्शन हुआ और सरकार को अहसास हुआ की अतिथि शिक्षक मुठ्ठीभर नही है - भूल अब तक हुई हमसे वो दुर करो एकसाथ समस्त अतिथि मैदान मे उतर आओ क्योंकि समय अब यही कह रहा है पूर्ण संख्या के साथ इन राजनेताओं को दिखाओ की अतिथि शिक्षक कमजोर नही है , इस संघर्ष की ताकत हमारी संख्या ही है , संख्या पूर्ण मैदान मे होगी तो साथियों सरकार झूकेगी और जो हम चाहते है हमे प्राप्त होगा - संगठन का प्रत्येक सदास्य आगे आकार नेतृत्व करेगा साथियों - भगवा धारण कर , हाथ मे तिरंगा ले अपना सुरक्षा कवच बना यह विशाल तिरंगा यात्रा को ऐतिहासिक बनाना है , समस्त 51 जिला अध्यक्ष इस यात्रा का नेतृत्व करे , शीर्ष प्रदेशकार्यकारिणी सदास्य भी आप सभी के साथ सबसे आगे रहेगा साथियों क्योंकि अब रोजगार को स्थाई रोजगार मे तब्दील करवाना है - 15 अप्रैल अतिथि शिक्षकों की सेवा का अंतिम दिन रहेगा उसके पहले हमे कुछ ऐतिहासिक करना होगा - संगठित हो जाओ और बगैर भय के इस संघर्ष को सफल बनाओ , ईश्वर ने चाहा तो हम सभी का यह परिश्रम सफलता दिलाएगा । शिक्षक मर्यादा के साथ इस संघर्ष को ऐतिहासिक बना डालो । ( प्रदेश मीडिया प्रभारी )
हमारे विषय मे गंभीरता के साथ सोंचने को - संगठित हो यह कार्य करो साथियों जिस प्रकार से झाबुआ , अलिराजपुर , हरदा , मंदसौर , देवास , छतरपुर रतलाम , होशंगाबाद , आदि अन्य जिलों मे प्रदर्शन हुआ और सरकार को अहसास हुआ की अतिथि शिक्षक मुठ्ठीभर नही है - भूल अब तक हुई हमसे वो दुर करो एकसाथ समस्त अतिथि मैदान मे उतर आओ क्योंकि समय अब यही कह रहा है पूर्ण संख्या के साथ इन राजनेताओं को दिखाओ की अतिथि शिक्षक कमजोर नही है , इस संघर्ष की ताकत हमारी संख्या ही है , संख्या पूर्ण मैदान मे होगी तो साथियों सरकार झूकेगी और जो हम चाहते है हमे प्राप्त होगा - संगठन का प्रत्येक सदास्य आगे आकार नेतृत्व करेगा साथियों - भगवा धारण कर , हाथ मे तिरंगा ले अपना सुरक्षा कवच बना यह विशाल तिरंगा यात्रा को ऐतिहासिक बनाना है , समस्त 51 जिला अध्यक्ष इस यात्रा का नेतृत्व करे , शीर्ष प्रदेशकार्यकारिणी सदास्य भी आप सभी के साथ सबसे आगे रहेगा साथियों क्योंकि अब रोजगार को स्थाई रोजगार मे तब्दील करवाना है - 15 अप्रैल अतिथि शिक्षकों की सेवा का अंतिम दिन रहेगा उसके पहले हमे कुछ ऐतिहासिक करना होगा - संगठित हो जाओ और बगैर भय के इस संघर्ष को सफल बनाओ , ईश्वर ने चाहा तो हम सभी का यह परिश्रम सफलता दिलाएगा । शिक्षक मर्यादा के साथ इस संघर्ष को ऐतिहासिक बना डालो । ( प्रदेश मीडिया प्रभारी )