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एक लाख आवेदक अतििथ शिक्षक की दौड़ से बाहर

प्रदेश के स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के चयन का अधिकार संबंधित स्कूल के हेड मास्टर या प्राचार्य को दिया गया था लेकिन वर्ष 2017 से अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में बदलाव कर दिए गए हैं।

20 जुलाई से शिक्षकों को हर हाल में लगानी होगी ई-अटेंडेंस

शिक्षक, अध्यापक, कर्मचारियों को 20 जुलाई से हर हाल में ई-अटेंडेंस लगानी होगी। नेट पैक, नेटवर्क, स्मार्ट फोन न होने का बहाना अब नहीं चलेगा।

70 शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के दिए टिप्स

टिमरनी| उत्कृष्ट स्कूल में 6दिनों से चल रहे प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों का प्रशिक्षण रविवार को समाप्त हो गया। इसमें शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के टिप्स दिए गए।

शिक्षकों को नहीं मिला फाॅर्म-16, कैसे भरें रिटर्न

भोपाल/इंदौर फाॅर्म-16 को लेकर कमोबेश यही स्थिति भोपाल आैर इंदौर जिले की है। यहां भी शिक्षकों को ये फाॅर्म अब तक नहीं दिए गए हैं। जबकि इन्हें जून माह में वितरित किया जाना था। एक शिक्षक ने अपना नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि पिछले वर्ष ये फाॅर्म मुफ्त दिए गए थे।

चार साल से अटैच तीन शिक्षक आदेश के बाद भी वापस नहीं

भास्कर संवाददाता | सबलगढ़ शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कार्यालयों के कामकाज के लिए शिक्षकों को कार्यालयों में लंबे से अटैच कर रखा है। जबकि शासन ने सभी अटैचमेंट खत्म कर दिए हैं।

अतिथि शिक्षकों के चयन में देरी होने से स्कूलों में पढाई अटकी

ग्वालियर | सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में देरी होने की वजह से और स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने के कारण क्लास तक नहीं लग पा रही है जिसकी वजह से कई स्कूलों में छात्र पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं |

स्कूल शिक्षा विभाग की व्यवस्था फेल, ‘अतिथि’ के इंतजार में हो रही पढ़ाई की खानापूर्ति

रीवा। अतिथि शिक्षक नियुक्त करने में शासन स्तर के अधिकारियों की ओर से की गई लेटलतीफी का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। शिक्षकों के अभाव के बीच नए शैक्षणिक सत्र में जुलाई का पूरा महीना भी पढ़ाई की खानापूर्ति में ही बीतेगा।

एम शिक्षा मित्र एप से लगेगी उपस्थिति, पढ़ाई का सुधरेगा स्तर

नौगांव। विकासखंड अंतर्गत समस्त 313 शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में पदस्थ 844 शिक्षकों को जनशिक्षा केंद्र स्तर पर सभी 10 जनशिक्षा केन्द्रों महराजपुर, टटम, कुर्राहा, गढ़ीमलहरा, कन्या नौगांव, बालक नौगांव, आदर्श नौगांव, अलीपुरा, कन्या हरपालपुर एवं बालक हरपालपुर पर प्रोजेक्टर की सहायता से प्रशिक्षण दिया गया। प्रत्येक जनशिक्षा केंद्र पर जनपद शिक्षा केन्द्र के ब्लॉक अकादमिक समंवयक की उपस्थिति में सभी शिक्षकों के मोबाइल में 6.5 वर्जन का एमशिक्षा मित्र एप डाउनलोड कराया गया।

विद्वानों का चयन नहीं, 26 तक स्कूलों में रहेगी शिक्षकों की कमी

गुना | सरकारी स्कूलों में अतिथि विद्वानों के चयन में देरी होने से स्कूलों में क्लास नहीं लग पा रहीं। इससे जिले के प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल व हायर सेकंडरी एक लाख बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

जिन अतिथि शिक्षकों ने पिछले साल पंजीयन कराया वे ही कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन

भास्कर संवाददाता | धार स्कूलों में नियुक्त किए जाने वाले अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नए नियमों के अनुसार सिर्फ वे ही अतिथि शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकेंगे, जिन्होंने वर्ष 2017 में जीएफएमएस पोर्टल पर पंजीयन कराया था।

अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन भर्ती: पढ़िए क्यों नाराज हैं उम्मीदवार

भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग में प्रतिवर्ष अतिथि शिक्षक की भर्ती की जाती है। जहां शिक्षक पदस्थ नहीं है यह लंबी छुट्टी में हैं वहां पर अतिथि शिक्षक कार्य करता है।

शिक्षक व अध्यापक करेंगे ई अटेंडेंस का विरोध

गैरतगंज। विकासखंड के शिक्षक व अध्यापक शासन द्वारा एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से लागू की जा रही ई अटेंडेंस व्यवस्था का विरोध करेंगे।

हजारों आवेदक भर्ती प्रक्रिया से हुए बाहर

भोपाल/ग्वालियर मप्र के स्कूलों में नए शिक्षा सत्र के लिए नियुक्त किए जाने वाले अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया विवादों में फंस गई है। शासन के नए नियम के अनुसार अतिथि शिक्षक बनने के लिए वही लोग आवेदन कर सकेंगे, जिन्होंने वर्ष 2017 में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है।

अतिथि शिक्षकों के चयन में देरी होने से स्कूलों में पढाई अटकी

ग्वालियर | सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में देरी होने की वजह से और स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने के कारण क्लास तक नहीं लग पा रही है जिसकी वजह से कई स्कूलों में छात्र पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं |

अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे जिले के कई स्कूल

सिरोंज | सरकार द्वारा जिस तरह से स्कूल बनाया गया था उसमें पढ़ाने के लिए 7 साल से अतिथि शिक्षकों को संचालित किया जा रहा है जिसके कारण शासन की मंशा पूरी नहीं हो पाई है |

अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन भर्ती: पढ़िए क्यों नाराज हैं उम्मीदवार

भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग में प्रतिवर्ष अतिथि शिक्षक की भर्ती की जाती है। जहां शिक्षक पदस्थ नहीं है यह लंबी छुट्टी में हैं वहां पर अतिथि शिक्षक कार्य करता है। प्रतिवर्ष यह ऑफलाइन जिसमें संस्था प्रमुख के माध्यम से भर्ती कराई जाती थी इस वर्ष ऑनलाइन मोड से शासन द्वारा यह भर्ती कराया जा रहा है जिसका रजिस्ट्रेशन विगत 2 वर्ष पूर्व किया गया था।

मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षक बनने के लिए सुनहरा अवसर, ऐसे करें अप्लाई

रीवा. अतिथि शिक्षक बनने के लिए इंतजार कर रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है। मध्यप्रदेश में शासकीय स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बार भर्ती ऑनलाइन की जा रही है। इस संबंध में शासन से निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

अतिथि शिक्षकों के आमरण अनशन का सातवां दिन, कोई सुध लेने नहीं आया

भोपाल (BHOPALSAMACHAR.COM)। तीन सूत्रीय मांगो को लेकर आमरण अनशन पर बैठे अतिथि शिक्षक संघ का धरना लगातार सातवे दिन भी जारी रहा। संघ के अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने बताया कि आज संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार को काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध दर्ज कराया।

एक लाख आवेदक अतििथ शिक्षक की दौड़ से बाहर

प्रदेश के स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के चयन का अधिकार संबंधित स्कूल के हेड मास्टर या प्राचार्य को दिया गया था लेकिन वर्ष 2017 से अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में बदलाव कर दिए गए हैं।

20 जुलाई से शिक्षकों को हर हाल में लगानी होगी ई-अटेंडेंस

शिक्षक, अध्यापक, कर्मचारियों को 20 जुलाई से हर हाल में ई-अटेंडेंस लगानी होगी। नेट पैक, नेटवर्क, स्मार्ट फोन न होने का बहाना अब नहीं चलेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने ई-अटेंडेंस लगवाने शिक्षक, कर्मचारियों को

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