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स्कूल शिक्षा विभाग की व्यवस्था फेल, ‘अतिथि’ के इंतजार में हो रही पढ़ाई की खानापूर्ति

रीवा। अतिथि शिक्षक नियुक्त करने में शासन स्तर के अधिकारियों की ओर से की गई लेटलतीफी का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। शिक्षकों के अभाव के बीच नए शैक्षणिक सत्र में जुलाई का पूरा महीना भी पढ़ाई की खानापूर्ति में ही बीतेगा।
क्योंकि अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति की लंबी चौड़ी प्रक्रिया अब जाकर शुरू हुई है।
ज्यादातर स्कूलों में शिक्षकों की कमी
स्कूल ग्रामीण अंचल के हो या शहर के, ज्यादातर में शिक्षकों का भारी अभाव है। वर्षों से शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं। रिक्त पदों के सापेक्ष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कर स्कूलों में अध्यापन कार्य संचालित किया जा रहा है। शासन स्तर से अब की बार सीबीएसइ की तर्ज पर शैक्षणिक सत्र तो अप्रैल में ही शुरू कर दिया गया है। लेकिन छात्रों को अतिथि शिक्षक अभी तक नसीब नहीं हुए हैं।
अतिथि शिक्षकों के भरोसे है पढ़ाई
शासन स्तर के अधिकारियों की यह लापरवाही उस स्थिति में है जबकि उन्हीं के जरिए स्कूलों में कक्षा संचालन के लिए निर्देश जारी कर दिया गया है। ऐसे में स्कूलों में बचे मु_ीभर शिक्षकों के जरिए अध्यापन कार्य करना संभव नहीं हो पा रहा है। क्योंकि बचे शिक्षकों पर क्लास लेने के लिए प्रवेश सहित अन्य दूसरी जिम्मेदारियों को पूरा करना है। फिलहाल अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो जुलाई तक चलेगी।
स्कूलों में फिर कम होने लगी छात्र संख्या
शासन के निर्देश पर स्कूल भले ही 18 जून से खोल दिए गए हो। लेकिन स्कूलों में छात्रों के आने का सिलसिला जुलाई में शुरू हुआ। लेकिन एक बार फिर छात्रों की संख्या में धीरे-धीरे कमी होने लगी है। वजह कक्षा का नियमित संचालन नहीं होना है। दरअसल वर्तमान में स्कूलों में अतिथि शिक्षक हैं नहीं। बाकी बचे शिक्षक प्रवेश प्रक्रिया सहित अन्य कार्यों में लगे हैं।
जुलाई के अंत तक चलेगी प्रक्रिया
प्राथमिक व माध्यमिक शाला से लेकर हाइस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी जुलाई चलेगी। प्राथमिक व माध्यमिक शाला के लिए नियुक्ति प्रक्रिया 16 जुलाई से विद्यालय में आवेदन के साथ शुरू होगी और 28 जुलाई तक चलेगी। जबकि हाइस्कूल व हायर सेकंडरी में नियुक्ति प्रक्रिया 16 जुलाई से 24 जुलाई तक चलेगी।

अतिथि शिक्षकों के लिए रिक्त पद
500 संविदा शाला शिक्षक श्रेणी एक
1500 संविदा शाला शिक्षक श्रेणी दो
2000 संविदा शाला शिक्षक श्रेणी तीन

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