उज्जैन.
सिंहस्थ की सेवाओं को स्मार्ट बनाने वाला 55 लाख रुपए का मोबाइल एप भविष्य
में अन्य किसी विभाग की कार्यप्रणाली को स्मार्ट बना सकता है। हालांकि
इसके आगामी उपयोग को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है। अभी यह मेला
प्रशासन के अधीन ही है और इसके उपयोग में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
वेब पोर्टल भी बनवाया था
मेला
प्रशासन ने करीब 55 लाख रुपए की लागत से सिंहस्थ के लिए विशेष मोबाइल एप
बनवाया था। इसे सिंहस्थ उज्जैन 2016 नाम दिया गया था। इसके साथ ही विभाग के
आंतरिक कार्यों के लिए अधिकारी-कर्मचारियों से संबंधित साथी नाम से
अतिरिक्त एप व वेब पोर्टल भी बनवाया था। सिंहस्थ समाप्त होने के बाद अब इस
मोबाइल एप का उपयोग सिर्फ जानकारी प्राप्त करने में आ रहा है। वर्तमान में
एप के जरिए शिकायत, सुझाव या कोई अन्य सेवा लेने का औचित्य नहीं बचा है।
ऐसे में कुछ महीनों बाद इस एप की प्रासंगिकता पर सवाल खड़े हो जाएंगे। 55
लाख रुपए खर्च कर बने एप का भविष्य में सदुपयोग हो सके, इसके लिए मेला
प्रशासन में भी मंथन चल रहा है। जानकारों के अनुसार यदि अन्य विभाग इस एप
को लेकर जरूरत अनुसार आंशिक संशोधन करवाता है तो दोबारा जनता के लिए यह
बहुउपयोगी साबित होगा। फिलहाल मेला प्रशासन और एप निर्माता एजेंसी के बीच
दिसंबर 2016 तक अनुबंध है।
इनके लिए हो सकता है फायदेमंद
नगर निगम : नगर
निगम इस एप को लेकर व शहरवासियों की आवश्यकतानुसार संशोधन कर अपनी सेवाओं
को बेहतर कर सकता है। हालांकि निगम का पहले से मोबाइल एप है, लेकिन वह इतना
समृद्ध नहीं है। जलप्रदाय, सफाई या निगम की अन्य सेवाओं से संबंधित
सुझाव-शिकायत प्राप्त कर सकते हैं। निगम द्वारा संचालित शासकीय योजनाओं के
आवेदन, भवन निर्माण अनुज्ञा, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र आदि के आवेदन ऑनलाइन।
जोनवार विभागीय सेटअप व आंतरिक विभागी चर्चा, आदेश-निर्देश आदि। आम जनता
को कर भुगतान, जलप्रदाय या अन्य सेवा संबंधित सूचना के संदेश का प्रसारण।
जिला प्रशासन :
जिला प्रशासन भी इस एप से अपनी कार्यप्रणाली को स्मार्ट बना सकता है। खसरा
नकल आदि के लिए ऑनलाइन आवेदन। जाति प्रमाण पत्र, भूमि डायवर्सन आदि
कार्यों के लिए आवेदन, शिकायत। तहसील या विकासखण्ड वार ग्रुप बनाकर कार्यों
की प्रगति। जनसुनवाई की ऑनलाइन व्यवस्था की जा सकती है। शासन-प्रशासन
संबंधित सूचना-समाचारों का प्रसारण।
शिक्षा विभाग :
स्मार्ट फोन का सर्वाधिक उपयोग युवा वर्ग करता है। ऐसे में शिक्षा विभाग
के लिए भी यह एप महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। शैक्षणिक सत्र संबंधित
जानकारी। परीक्षा, अवकाश आदि की सूचना। शिक्षकों के क्षेत्रवार, क्लासवार
ग्रुप बनाकर विभागीय सूचना प्रसारण। सर्व शिक्षा अभियान, स्कूल चले हम जैसी
शासकीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार।
सिंहस्थ
आयोजन के लिए विशेष मोबाइल एप बनवाया गया था। यूजर्स को इसका काफी लाभ
मिला है। साथ ही हम भी सिंहस्थ संबंधित सेवाओं को और बेहतर तरीके से उपलब्ध
कराने में सफल रहे हैं। भविष्य में अन्य विभाग को एप हस्तांतरित करने पर
विचार किया जा सकता है।
- एसएस रावत, उपमेला अधिकारी सिंहस्थ
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