सेंधवा (बड़वानी)।
सेंधवा क्षेत्र के शासकीय स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को पिछले तीन महीनों से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे वे गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। नियमित रूप से विद्यालयों में सेवाएं देने के बावजूद भुगतान न होने से शिक्षकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
मानदेय बकाया होने से शिक्षक तनाव में
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि वे समय पर स्कूल पहुंचकर पढ़ाई का कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें अप्रैल, मई और जून माह का मानदेय अब तक नहीं मिला है। कई शिक्षकों ने बताया कि घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है और उन्हें उधार लेकर जीवन यापन करना पड़ रहा है।
परिवार की जिम्मेदारियों पर पड़ा असर
मानदेय न मिलने का सीधा असर शिक्षकों के परिवारों पर पड़ रहा है। बच्चों की पढ़ाई, किराया, बिजली-पानी के बिल और दैनिक जरूरतों को पूरा करना कठिन होता जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि समय पर भुगतान न होना मानसिक तनाव का कारण बन रहा है।
शासन और शिक्षा विभाग पर उठे सवाल
अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा विभाग और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कई बार अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया है। शिक्षकों को केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं।
शीघ्र भुगतान की मांग
अतिथि शिक्षक संघ ने मांग की है कि बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान किया जाए, ताकि वे राहत की सांस ले सकें। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आगे आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होंगे।