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दक्षता परीक्षा सूची में मृत व रिटायर शिक्षकों के भी नाम

 सीहोर। 40 फीसद या उससे कम हाई स्कूल परीक्षा परिणाम 2019-20 के आधार पर हायर

सेकंडरी, हाई स्कूल व केचमेंट क्षेत्र के मिडिल स्कूलों के शिक्षकों की दक्षता परीक्षा का आयोजन माध्यमिक शिक्षा मंडल कर रहा है। जिसका विरोध शिक्षक कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने एक से आठ तक बच्चों को पढ़ाया। इसके बाद छात्र ने 9वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद छात्रों ने 10वी की परीक्षा दी जिसमें वे फेल हो

गए। इसका मतलब है कि दसवी में उन्हें ठीक से नहीं पढ़ाया गया या छात्र ने पढ़ाई नहीं की। इस बिगड़े परीक्षा परिणाम के लिए या तो छात्र खुद जिम्मेदार है या हाई स्कूल के शिक्षक, लेकिन इसकी सजा माध्यमिक शाला के शिक्षकों को दी जा रही है। शासन ने फरमान जारी किया है कि उन शिक्षकों की दक्षता परीक्षा आयोजित की जाए। वहीं जो शिक्षक दक्षता परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। इसका विरोध शिक्षक कर रहे हैं। साथ ही शिक्षकों का कहना है कि विभाग हमारी परीक्षा लेना चाहता है। वह खुद परीक्षा की सूची ठीक से नहीं बना पाया। सूची में ऐसे शिक्षकों के नाम है जो रिटायर हो चुके हैं और कुछ ऐसे शिक्षकों के नाम भी हैं। जो दक्षता परीक्षा कापी भी जांचेंगे और परीक्षा भी देंगे।

रिटायर हो गए शिक्षकों के नाम सूची में

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से दक्षता परीक्षा के लिए करीब 500 शिक्षकों की सूची जारी हुई है। जिसमें कुछ ऐसे शिक्षकों के नाम हैं जिनकी मौत हो चुकी है या वो रिटायर हो चुके हैं। संघ के जिला अध्यक्ष संजय सक्सेना ने बताया कि कई शिक्षकों के नाम है जो रिटायर हो चुके हैं। उनमें एक हरिनारायण अटेरिया भी हैं जो माध्यमिक शाला मुगली में हेड मास्टर थे। उनके रिटायर होने के बाद भी उनका नाम सूची में शामिल किया गया है।

कुछ शिक्षक पहले परीक्षा देंगे फिर अपनी कॉपी जांचेंगे

सूची में कुछ ऐसे शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं। जो पहले तो परीक्षा देंगे फिर वहीं अपनी कॉपी भी जाचेंगे। पंकज कश्यम, पीएन जावरिया और गायत्री कौशल ऐसे ही शिक्षक हैं। जिनका नाम दक्षता परीक्षा के परीक्षार्थियों और मूल्यांकन करने वाली दोनों सूची में है।

शिक्षकों ने किया विरोधः दक्षता परीक्षाा संबंधी आदेश को निरस्त कराने के लिए शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने इसके लिए भोपाल नाके से वाहन रैली निकालकर विधायक सुदेश राय को ज्ञापन सौंपा। दक्षता परीक्षा को लेकर शिक्षकों में भारी आक्रोश है। इसके पूर्व भी स्वर्गीय यज्ञ सेन श्यामले तथा अन्य 15 शिक्षकों को दक्षता परीक्षा के आधार पर सेवानिवृत्त कर दिया गया था। जबकि हायर सेकंडरी और हाईस्कूल में रिजल्ट कई कारणों पर निर्भर करता है। उपरोक्त ज्ञापन में परीक्षा निरस्त कराने के साथ-साथ पूर्व में सेवानिवृत्त किए गए शिक्षण को बहाल किए जाने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रांतीय शिक्षक संघ के महासचिव सतीश त्यागी, जिलाध्यक्ष संजय सक्सेना, प्रांतीय मीडिया प्रभारी प्रदीप नागिया, मनोज बलभद्र, पीएन जावरिया, रेखा रानी सिंह, शिवनारायण गोर, लखन मालवीय, पंकज कश्यप, अतर खान, गजेंद्र सिंह, कलीम खान, सीता राठौर, मधु मालवीय, सुमन सोलंकी, सरिता रावल, शशि कला पांडे, पुष्पा मालवीय, सीमा कोरी, ज्योति दुबे, अनीता शर्मा, सपना उपाध्याय, गायत्री कौशल, इंदिरा राठौर, योगिता लवानिया, भावना तिवारी, उमा शर्मा, ज्योत्सना जोशी, नरेंद्र कुमार मिश्रा, शशि निगम, आशीष शर्मा, हरिप्रसाद गुर्जर, कृष्णा अस्तेय, रविंद्र सिंह चौहान, विमल शर्मा, सुनीता चौहान, उषा सिंह, कन्हैया लाल सोनी, बबीता शर्मा, सुनीता शाक्य, हनुमत सिंह, गंगाराम राजपूत, रतन सिंह परमार, कृष्णा दुबे, नीतू चौरसिया, डीपी जयसवाल, ज्योति अहिरवार आदि ने मांग की है।

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