सरकार के तमाम दावों और विश्व महामारी की विषम विसंगतियों के बीच सरकारी कारन्दों का एक वर्ग अभी भी वेतन के लिए जूझ रहा है। मध्य प्रदेश शासकीय अध्यापक संघ के निरंतर प्रयास, ज्ञापन और अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किए जाने के बावजूद अब तक कुछ अध्यापक वेतन से वंचित हैं।
संघ के जिला अध्यक्ष आलोक गुप्ता ने बताया कि जिन शिक्षकों का एम्पलाई कोड जनरेट नहीं हो पाया है। उनका सितंबर माह का वेतन का भुगतान नहीं हो सका है। इसके लिए शासन से मांग की गई थी कि जल्द इन शिक्षकों का एम्पलाई कोड जनरेट किया जाए और वेतन का समय पर भुगतान किया जाए। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। गुरुवार को संघ ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
इसमें मांग रखी गई है कि जिन साथियों का एंप्लाइज कोड जनरेट नहीं हो पाया है। उनका कोड जनरेट कर आगामी माह में उन्हें वेतन संबंधी समस्या का सामना ना करना पड़े ऐसी व्यवस्था की जाए। गुप्ता ने बताया कि कोषालय अधिकारी के अनुसार प्राथमिक शिक्षकों का वेतन 22 अक्टूबर को उनके खाते में जमा हो जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में आलोक गुप्ता, उमेश कोरी, कविता कोरी, शैली नामदेव, अर्चना तिवारी, रानी कोष्टी, घनश्याम पटेल, ललित तिवारी, गीता विश्वकर्मा, राकेश पटेल, देवेंद्र तिवारी सहित अध्यापक शामिल हैं।