मंदसौर। ब्यूरो स्कूल शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते चार माह
बाद भी आरटीई (निशुल्क शिक्षा का अधिकार) के तहत प्रवेश नहीं हो पाया है।
स्कूलों में प्रवेश की अंतिम तिथि 30 सितंबर में अब पांच दिन ही बचे हैं और
अभी भी 3265 सीटों पर प्रवेश नहीं हो पाया है।
प्रवेश होने के बाद भी 758 सीटों का सत्यापन नहीं होने से रिक्त सीटों की संख्या भी साफ नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि जिला शिक्षा केंद्र भोपाल से आदेश आने का इंतजार कर रहा है।
जिलेभर में पहली बार आरटीई के तहत ऑनलाइन प्रवेश व्यवस्था से अधिकारी से लेकर अभिभावक तक परेशान रहे। परेशानी का हल अभी भी नहीं निकल रहा है। आरटीई के दायरे में आ रहे 576 स्कूलों की 4602 सीटों के लिए आवेदन किए गए थे। प्रथम चरण में 2095 सीटों का ही आवंटन हो पाया। सत्यापन के बाद महज 1337 को ही स्कूल में प्रवेश मिल सका। 758 सीटों के संबंध में पोर्टल पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस कारण अभी भी खाली सीटों के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है। पिछले साल जुलाई में ही 4200 बच्चों को प्रवेश दिया जा चुका था।
लॉटरी को लेकर असमंजस
प्रक्रिया में अड़चनों और तकनीकी खामियों के कारण एक चौथाई सत्र निकल गया है और प्रवेश प्रक्रिया अधर में ही लटकी हुई है। ऑनलाइन प्रक्रिया में आवेदन के बाद लॉटरी भोपाल से निकलना है लेकिन यह कब निकलेगी, अभी तक इसकी समय सीमा तय नहीं है। एक चौथाई शैक्षणिक सत्र बीतने के बाद भी अधिकारी भोपाल से आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
एक माह बाद भी कोई हलचल नहीं
15 जुलाई से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई थी। 26 जुलाई को अचानक हुए नियमों में बदलाव से कई बच्चे अपात्र हो गए। बाद में फिर नियमों में परिवर्तन किया गया। 11-12 अगस्त को नियमों में हेरफेर किया गया। 5 सितंबर तक प्रवेश के लिए अंतिम तारीख बढ़ाई गई। एक माह बाद न रिक्त सीटों की संख्या पता चल पा रही है और न ही स्कूलों की जानकारी मिल पा रही है।
स्कूलों की मान्यता बना रोड़ा
पूर्व में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 5 सितंबर तक जरूर बढ़ा दी गई। इस अवधि तक भी जिले के करीब 170 स्कूलों को मान्यता नहीं मिल पाई। इस कारण स्कूलों और रिक्त सीटों की वास्तविक जानकारी नहीं मिल पाई। स्थिति यह है कि अभी भी पोर्टल के हिसाब से 60 स्कूलों को मान्यता नहीं मिली है। कुल मिलाकर प्रवेश अक्टूबर के प्रथम सप्ताह या फिर मध्य में ही हो पाएंगे।
भोपाल से होगी प्रक्रिया
- भोपाल से लॉटरी निकाली जाएगी। प्रक्रिया भोपाल से ही होगी। इस संबंध में आदेश का इंतजार है। वैसे 30 सितंबर स्कूलों में प्रवेश की अंतिम तिथि मानी जाती है। शासन के निर्देशानुसार लॉटरी निकलने के बाद प्रवेश दिया जाएगा।-विजय जोशी, सहायक परियोजना अधिकारी, जिला शिक्षा केंद्र
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प्रवेश होने के बाद भी 758 सीटों का सत्यापन नहीं होने से रिक्त सीटों की संख्या भी साफ नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि जिला शिक्षा केंद्र भोपाल से आदेश आने का इंतजार कर रहा है।
जिलेभर में पहली बार आरटीई के तहत ऑनलाइन प्रवेश व्यवस्था से अधिकारी से लेकर अभिभावक तक परेशान रहे। परेशानी का हल अभी भी नहीं निकल रहा है। आरटीई के दायरे में आ रहे 576 स्कूलों की 4602 सीटों के लिए आवेदन किए गए थे। प्रथम चरण में 2095 सीटों का ही आवंटन हो पाया। सत्यापन के बाद महज 1337 को ही स्कूल में प्रवेश मिल सका। 758 सीटों के संबंध में पोर्टल पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस कारण अभी भी खाली सीटों के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है। पिछले साल जुलाई में ही 4200 बच्चों को प्रवेश दिया जा चुका था।
लॉटरी को लेकर असमंजस
प्रक्रिया में अड़चनों और तकनीकी खामियों के कारण एक चौथाई सत्र निकल गया है और प्रवेश प्रक्रिया अधर में ही लटकी हुई है। ऑनलाइन प्रक्रिया में आवेदन के बाद लॉटरी भोपाल से निकलना है लेकिन यह कब निकलेगी, अभी तक इसकी समय सीमा तय नहीं है। एक चौथाई शैक्षणिक सत्र बीतने के बाद भी अधिकारी भोपाल से आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
एक माह बाद भी कोई हलचल नहीं
15 जुलाई से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई थी। 26 जुलाई को अचानक हुए नियमों में बदलाव से कई बच्चे अपात्र हो गए। बाद में फिर नियमों में परिवर्तन किया गया। 11-12 अगस्त को नियमों में हेरफेर किया गया। 5 सितंबर तक प्रवेश के लिए अंतिम तारीख बढ़ाई गई। एक माह बाद न रिक्त सीटों की संख्या पता चल पा रही है और न ही स्कूलों की जानकारी मिल पा रही है।
स्कूलों की मान्यता बना रोड़ा
पूर्व में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 5 सितंबर तक जरूर बढ़ा दी गई। इस अवधि तक भी जिले के करीब 170 स्कूलों को मान्यता नहीं मिल पाई। इस कारण स्कूलों और रिक्त सीटों की वास्तविक जानकारी नहीं मिल पाई। स्थिति यह है कि अभी भी पोर्टल के हिसाब से 60 स्कूलों को मान्यता नहीं मिली है। कुल मिलाकर प्रवेश अक्टूबर के प्रथम सप्ताह या फिर मध्य में ही हो पाएंगे।
भोपाल से होगी प्रक्रिया
- भोपाल से लॉटरी निकाली जाएगी। प्रक्रिया भोपाल से ही होगी। इस संबंध में आदेश का इंतजार है। वैसे 30 सितंबर स्कूलों में प्रवेश की अंतिम तिथि मानी जाती है। शासन के निर्देशानुसार लॉटरी निकलने के बाद प्रवेश दिया जाएगा।-विजय जोशी, सहायक परियोजना अधिकारी, जिला शिक्षा केंद्र
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