कटनी(नईदुनिया प्रतिनिधि)।
मुख्यमंत्री के कटनी प्रवास पर शिक्षक संघ ने उन्हें 8 सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षकों की समस्याओं से संबंधित 8 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इसमें शिक्षा विभाग व शिक्षकों के हितों को ध्यान में न रखने वाले अधिकारियों के प्रति शिक्षक संघ ने आक्रोश दिखाया। मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि सर्व जन हिताय सर्व जन सुखाय के सिद्धांतों की त्रुटिपूर्ण व्याख्या कर तुगलकी आदेश प्रसारित कर शिक्षा विभाग का बंटाढार करने वाले आईएएस स्तर के अधिकारियों को विश्रामावकाश प्रदान किया जाए।
मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में अपनी पीड़ा में शिक्षक संघ ने बताया है कि आयुक्त लोक शिक्षण मप्रके एक आदेश से सत्र 2020-21 के लिए परीक्षा परिणाम के लिए कक्षा 9वीं के लिए 59 फीसद, कक्षा 10वीं-64 फीसद, कक्षा 11वीं-81फीसद और कक्षा 12 के लिए 73 फीसद परीक्षा परिणाम का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह एकदम अव्यवहारिक व स्थिति-परिस्थिति के प्रतिकूल है। इस अन्यायपूर्ण, अव्यवहारिक आदेश से शिक्षकों में शासन के प्रति आक्रोश पैदा करने का षड़यंत्र है। आज तक इन अधकिारियों द्वारा बनाई गई किसी योजना से 90फीसद सफलता प्राप्त नहीं हुई है। वास्तव में इन अधकिारियों के कारण शिक्षकों में भय व आक्रोश व्याप्त है। आप जानते है कि कोविड-19 के संकट के चलते विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की न्यून उपस्थिति है। इसके कारण परीक्षा परिणाम के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर पाना संभव नहीं है। प्रदेश के अनेक ग्रामीण अंचलों के विद्यालयों में शिक्षकों की अत्यंत कमी बनी हुई है। इस स्थिति में विद्यालयों में सभी विषयों की पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो पा रही है। कई विद्यालय ऐसे भी हैं जो या तो शिक्षक विहीन है या एक शिक्षकीय हैं यहां गणित, अंग्रेजी और विज्ञान विषय के अतिथि शिक्षक भी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। ऐसी स्थिति में विद्यालय का परीक्षा परिणाम निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सकता। अत : परीक्षा से संबंधित ऐसे आदेश को निरस्त किया जाए।
कई वर्षों से प्रतिनियुक्त पर कार्यालयों में डटे शिक्षक, इनसे इनका मूल काम करवाया जाए
शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में शिक्षा विभाग की एक और विसंगति की ओर ध्यान दिलाया है। सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि एक तरफ तो विभाग शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। दूसरी तरफ राज्य शिक्षा मिशन में प्रतिनियुक्ति लेकर अच्छे विषयों के शिक्षक राज्य शिक्षा मिशन व राज्य शिक्षा केंद्र के कार्यालयों में डटे हैं। इससे वह अपना मूल काम कर ही नहीं पा रहे हैं। राज्य शिक्षा मिशन व राज्य शिक्षा केंद्र के अंर्तगत समस्त कार्यालयों में प्रतिनियुक्ति व संलग्न में कार्यरत अंग्रेजी, गणित व विज्ञान विषय के व्याख्याता, शिक्षक, माध्यमिक शिक्षकों को तुरंत कार्यमुक्त कर दिया जाए। इनकी सेवाएं शालाओं में ली जाए। इससे अंगे्रजी, गणित व विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी से जूझ रहे शिक्षा विभाग व छात्र-छात्राओं को राहत प्राप्त हो सकेगी।
शिक्षकों की इन समस्याओं की तरफ भी दिलाया ध्यान
ज्ञापन मध्यप्रदेश शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष गणेश शंकर गर्ग के नेतृत्व में सौंपा गया। स्थानीय झिंझरी मैदान में शिक्षक संवर्ग तथा नवीन शिक्षक संवर्ग की ज्वलंत समस्याओं के निराकरण केलिए मांग पत्र प्रस्तुत किया गया। मांग पत्र में शासन द्वारा वार्षिक वेतन वृद्धि तथा मंहगाई भत्ते पर लगाई गई रोक को तत्काल समाप्त करते हुए भीषण मंहगाई से जूझ रहे शिक्षक संवर्ग को राहत प्रदान करने की मांग की गई। सहायक संचालकों के पदों को सीधी भर्ती से पूर्ति न कर पदोन्निा्त के माध्यम से भरा जाए। इससे शासन को वित्तीय भार नहीं सहना पड़ेगा। सहायक शिक्षकों को उनकी योग्यता, वेतनमान के आधार पर पदनाम प्रदान किए जाने की मांग की गई। सहायक शिक्षक 35-35 वर्ष की सेवा बाद भी वह नियुक्त पद से ही सेवानिवृत्त हो रहा है। सन् 2008 से अर्जित अवकाश सेवा पुस्तिकाओं में अद्यतन किए जाने का अधिकार कलेक्टर को है जिससे सेवा पुस्तिका में अद्यतन नहीं हो पा रहे है। अतः आदेशों को संशोधित कर अर्जित अवकाशों को अद्यतन करने की पात्रता संकुल प्राचार्यों को प्रदान की जाए। इससे अर्जित अवकाशों का लाभ शिक्षक संवर्ग व नवीन शिक्षक संवर्ग को प्राप्त हो सके। एनपीएस के माध्यम से प्राप्त होने वाली पेंशन राशि न्यूनतम है। सेवानिवृत्त होने के बाद व्यक्ति उम्र के उस पड़ाव में पहुंच जाता है जहां वह अतिरिक्त आय के लिए कोई भी कार्य शारीरिक अथवा मानसिक परिश्रम नहीं कर पाता। एनपीएस के तहत प्राप्त पेंशन से वह स्वयं के लिए भोजन तथा दवाइयों की व्यवस्था नहीं कर सकता। अतः संवेदनशीलता पूर्वक विचार करते हुए इस योजना को समाप्त किया जाए तथा पुरानी पेंशन योजना पुनः लागू की जाए। उपरोक्त समस्याओं का समावेश करते हुए गणेश शंकर गर्ग, एसके सिंह सोलंकी, प्रमोद दुबे, प्रमोद मिश्रा, आरके शर्मा, सुरेश पांडेय, एपी उपाध्याय, दिलीप प्यासी, कमलेश सोनी, गणेश प्रसाद चौरिहा, कैलाश तिवारी, परसराम पटेल, प्रमोद पयासी, संजीत गर्ग, अरूण दहायत, ममता नायक, सुषमा मल्होत्रा, गौरा कोरी, जीपी द्विवेदी, जीपी नायक, प्रकाश सोनी, प्रदीप तिवारी, यज्ञदा शुक्ल, दिलीप बाजपेई, आशीष मिश्रा, यज्ञदा शुक्ल, अनिल हल्दकार आदि के साथ बड़ी संख्या में शिक्षक प्रतिनिधि की उपस्थित में ज्ञापन सौंपा गया।
संभागीय संयुक्त संचालक ने किया जिला शिक्षा केंद्र का विजिट
कटनी(नईदुनिया प्रतिनिधि)।
जबलपुर संभाग के संयुक्त संचालक शिक्षा राजेश तिवारी जिला शिक्षा केंद्र कटनी के विजिट पर कटनी पहुंचे। यहां उन्होने जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों से उनके कार्य दायित्वों के बारे में चर्चा की एवं उनकी उपस्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही विकासखंड स्तरीय चिकित्सा मूल्यांकन शिविर में स्वयं उपस्थित रहकर उपस्थित छात्रों, अभिभावकों एवं नागरिक जनों से मूल्यांकन शिविर, उसमें उपलब्ध हो रही सुविधाएं आदि की जानकारी ली। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी बीबी दुबे, जिला परियोजना समन्वयक केके डेहरिया, एपीसी अभय जैन एवं विनय दुबे, अनिल त्रिपाठी, विवेक दुबे व विकास खंड शिक्षा अधिकारी एमपी डुंगडुंग आदि उपस्थित रहकर आवश्यक जानकारियां प्रदान की।