स्कूलों की मॉनीटरिंग के लिए बीएसी, बीजीसी और सीएसी के पदों पर शिक्षकों को रखना है प्रतिनियुक्ति पर
फोटो---------6बीटीएल21
बैतूल। जिला शिक्षा केंद्र में लिए जाएंगे प्रतिनियुक्ति पर शिक्षक। फोटो- नवदुनिया
बैतूल। नवदुनिया प्रतिनिधि
जिले भर के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों की मॉनीटरिंग के लिए अफसर बनने में शिक्षकों की अधिक रुचि नजर नहीं आ रही है। वर्तमान में बीएसी, बीजीसी और सीएसी के रिक्त पड़े पदों पर प्रतिनियुक्ति पर लेने जब शिक्षकों से प्रस्ताव बुलवाए गए तो उतने प्रस्ताव भी नहीं आ सके जितने कि पद यहां खाली पड़े हैं। ऐसे में प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद भी अधिकांश पद खाली पड़े रहेंगे। सबसे ज्यादा पद सीएसी के खाली रहेंगे।
जिले में 1972 प्राथमिक और 872 माध्यमिक स्कूल हैं। इन स्कूलों की निरंतर मॉनीटरिंग करने के लिए प्रत्येक विकासखंड में बीएसी (विकासखंड अकादमिक समन्वयक) के 5 कुल 50, बीजीसी (विकासखंड महिला समन्वयक) के प्रत्येक विकासखंड में 1 कुल 10 और सीएसी (जनशिक्षक) के प्रत्येक 21 स्कूल पर 1 कुल 158 पद स्वीकृत हैं। इनके कुल 218 में से काफी समय से 142 पद खाली पड़े हैं। यही कारण है कि स्कूलों की मॉनीटरिंग प्रभावित हो रही है। कुछ स्थानों पर शालाओं में पदस्थ शिक्षकों को प्रभार देकर अस्थाई व्यवस्था जरुर की है, लेकिन इससे न मॉनीटरिंग सुचारू हो रही है और न ही शिक्षक स्कूल में अपना पूरा समय दे पा रहे हैं। यही कारण है कि जिला शिक्षा केंद्र ने प्रतिनियुक्त पर शिक्षकों को नियुक्त कर इन पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की है। केवल बीएसी के खाली 21 पदों के लिए 48 सहमति पत्र आए हैं। इनमें भी कुछ के प्रस्ताव अपात्र होने से निरस्त हो सकते हैं। इसके बावजूद बीएसी के पद तो भर जाएंगे, लेकिन बीजीसी और सीएसी के पद खाली रह जाएंगे। बीजीसी के खाली 6 पदों के लिए केवल 4 शिक्षिकाओं के सहमति पत्र आए हैं। सीएसी के खाली 117 पदों के लिए मात्र 62 सहमति पत्र ही आए हैं। कुल मिलाकर 142 खाली पदों के विरूद्ध मात्र 114 आवेदन ही आ सके हैं। स्पष्ट है कि भर्ती प्रक्रिया होने के बाद भी अधिकांश पद खाली पड़े रहेंगे।
बुधवार को होगी
काउंसिलिंगः इन पदों के लिए सहमति पत्र देने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं की
काउंसिलिंग 8 जनवरी को सुबह 10 बजे से जिला पंचायत के सभाकक्ष में होगी।
सीईओ एमएल त्यागी ने बताया कि सहमति पत्रों एवं वरिष्ठता के आधार पर
प्रतिनियुक्ति से रिक्त पदों की पदपूर्ति की जाएगी। इच्छुक आवेदक शैक्षणिक
योग्यता से संबंधित दस्तावेज के साथ ही उच्च श्रेणी शिक्षक, माध्यमिक
शिक्षक, अध्यापक पद पर पदस्थ आदेश की मूल प्रति अपने साथ लेकर काउंसिलिंग
में उपस्थित होंगे। प्राप्त सहमति पत्रों की सूची का अवलोकन जिला शिक्षा
केंद्र, जनपद शिक्षा केंद्रों पर अवलोकन किया जा सकता है। यदि किसी को
आपत्ति हो तो 7 जनवरी को दर्ज करा सकते हैं। इसके बाद आपत्ति मान्य नहीं
होगी।
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बैतूल। जिला शिक्षा केंद्र में लिए जाएंगे प्रतिनियुक्ति पर शिक्षक। फोटो- नवदुनिया
बैतूल। नवदुनिया प्रतिनिधि
जिले भर के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों की मॉनीटरिंग के लिए अफसर बनने में शिक्षकों की अधिक रुचि नजर नहीं आ रही है। वर्तमान में बीएसी, बीजीसी और सीएसी के रिक्त पड़े पदों पर प्रतिनियुक्ति पर लेने जब शिक्षकों से प्रस्ताव बुलवाए गए तो उतने प्रस्ताव भी नहीं आ सके जितने कि पद यहां खाली पड़े हैं। ऐसे में प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद भी अधिकांश पद खाली पड़े रहेंगे। सबसे ज्यादा पद सीएसी के खाली रहेंगे।
जिले में 1972 प्राथमिक और 872 माध्यमिक स्कूल हैं। इन स्कूलों की निरंतर मॉनीटरिंग करने के लिए प्रत्येक विकासखंड में बीएसी (विकासखंड अकादमिक समन्वयक) के 5 कुल 50, बीजीसी (विकासखंड महिला समन्वयक) के प्रत्येक विकासखंड में 1 कुल 10 और सीएसी (जनशिक्षक) के प्रत्येक 21 स्कूल पर 1 कुल 158 पद स्वीकृत हैं। इनके कुल 218 में से काफी समय से 142 पद खाली पड़े हैं। यही कारण है कि स्कूलों की मॉनीटरिंग प्रभावित हो रही है। कुछ स्थानों पर शालाओं में पदस्थ शिक्षकों को प्रभार देकर अस्थाई व्यवस्था जरुर की है, लेकिन इससे न मॉनीटरिंग सुचारू हो रही है और न ही शिक्षक स्कूल में अपना पूरा समय दे पा रहे हैं। यही कारण है कि जिला शिक्षा केंद्र ने प्रतिनियुक्त पर शिक्षकों को नियुक्त कर इन पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की है। केवल बीएसी के खाली 21 पदों के लिए 48 सहमति पत्र आए हैं। इनमें भी कुछ के प्रस्ताव अपात्र होने से निरस्त हो सकते हैं। इसके बावजूद बीएसी के पद तो भर जाएंगे, लेकिन बीजीसी और सीएसी के पद खाली रह जाएंगे। बीजीसी के खाली 6 पदों के लिए केवल 4 शिक्षिकाओं के सहमति पत्र आए हैं। सीएसी के खाली 117 पदों के लिए मात्र 62 सहमति पत्र ही आए हैं। कुल मिलाकर 142 खाली पदों के विरूद्ध मात्र 114 आवेदन ही आ सके हैं। स्पष्ट है कि भर्ती प्रक्रिया होने के बाद भी अधिकांश पद खाली पड़े रहेंगे।