आलीराजपुर जिले में शिक्षा विभाग भले ही नई तबादला नीति के तहत पारदर्शिता
का दावा करे, लेकिन मैदानी हकीकत अलग है। चंद्रशेखर आजाद नगर में कन्या
शिक्षा परिसर, मॉडल स्कूल, उत्कृष्ट विद्यालय कन्या शाला में रेगुलर टीचरों
के तबादला होकर अटैचमेंट भी समाप्त कर दिए जाने के बाद इन स्कूलों में
मात्र चंद नियमित शिक्षकोंं और अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं।
नवीन शिक्षा सत्र के दो माह बीत जाने के बाद भी इन स्कूलों में छात्र-छात्राओं को अपने विषयों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों का इंतजार अब शिक्षा विभाग पर सवालिया निशान लगा रहा है। इसका आंखों देखा हाल पत्रिका ने मंगलवार को सभी स्कूलों का देखा और स्कूलों में छात्र-छात्राओं की जुबानी उनकी शिक्षा की दास्तां सुनी।
स्कूलों में कोई जिम्मेदार प्रिंसिपल नहीं है और जो हंै वे अतिथि शिक्षकों के भरोसे अपने विद्यालय की नाक बचाने में लगे हैं। सरकार की तबादला नीति से छात्र छात्राएं नाखुश नजरआए और धरना आंदोलन की चेतावनी देते नजर आए तो कुछ पत्रिका की पड़ताल के चलते जिला मुख्यालय पर अपने पालकों के साथ टीचरों और विषयों के पीरियड नहीं लगने की शिकायत लेकर पहुंचे।
पत्रिका ने चंद्रशेखर आजाद नगर के कन्या शिक्षा परिसर में पहुंचकर पड़ताल की तो यहां पर क्लास 6, 7, 9, 10, 11 व 12वीं तक की छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन इनको पढ़ाने के लिए कन्या शिक्षा परिसर में एक भी टीचर नहीं है। यहां दो अतिथि शिक्षक हैं। पत्रिका ने क्लास 7वीं की छात्राओं से चर्चा की तो क्लास में कोई टीचर नहीं था। छात्रा प्रियंका ने बताया, जबसे स्कूल शुरू हुआ है, गणित पढ़ाने कोई टीचर नहीं आया है। इसी प्रकार क्लास छठी में छात्राओं से पूछा तो उन्होंने बताया, टीचरों के तबादला होने के बाद नवीन सत्र में पढ़ाई में बहुत पिछड़ गए हैं। इधर मॉडल स्कूल में प्राचार्य गोयल का तबादला होते ही प्राचार्य कक्ष में ताला पड़ गया है। क़ोई जवाब देने वाला नहीं मिला। पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि मॉडल स्कूल में एक भी रेगुलर टीचर नहीं है। 7 अतिथि टीचरों के भरोसे पर क्लास 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में अध्यापन करवाया जा रहा है। अतिथि श्रद्धा गुप्ता द्वारा फि जिक्स विषय के अलावा 10, 12वीं के छात्रों को गणित विषय भी पढ़ाया जा रहा है, प्रमोद बैरागी द्वारा अंग्रेजी विषय के अलावा 9वीं के छात्रों को गणित का विषय पढ़ाया जा रहा, डॉ अजय राठी द्वारा संस्कृत के अलावा 11, 12वीं के छात्रों को पॉलिटिकल साइंस व हिंदी विषय पढ़ाया जा रहा, चन्दा बघेल द्वारा इकानॉमिक्स के अलावा 9वीं के छात्रों को सामाजिक अध्ययन व 6ठी के छात्रों को गणित विषय पढ़ाया जा रहा, प्रमिला खरत द्वारा बायोलॉजी विषय के अलावा 9वीं, 10वीं के छात्रों को साइंस पढ़ाया जा रहा, भारती बिरला द्वारा केमेस्ट्री विषय के अलावा 6, 7 व 10 के छात्रों की एक्स्ट्रा क्लास ली जा रही, अनिता मंडलोई द्वारा भूगोल विषय के अलावा 6, 7वीं के छात्रों को सामाजिक विज्ञान पढ़ाया जा रहा। यहां पर अतिथि शिक्षकों के अलावा छात्रों की सुनने वाला कोई नहीं है। ऐसे में माह सितम्बर में होने वाली त्रैमासिक परीक्षा में इनका रिजल्ट कितना अच्छा आता है इसका अंदाजा छात्र छात्राओं ने पत्रिका को अपनी जुबानी बताया। छात्रों में क्लास 12वीं के धर्मेन्द्र व साथियों ने बताया, राजनीति शास्त्र का टीचर नहीं होने से पढ़ाई अधूरी है। क्लास 11वीं के नारायण, प्रवीण, शशांक, नीलेश ने बताया, 11वीं में गणित पढ़ाने वाला कोई टीचर नहीं है,। वहीं क्लास 9वीं में अध्ययन कर रहे छात्र मुकेश, दीपक, मनीष, अजय, राहुल ने बताया, मुख्य विषय को पढ़ाने वाला कोई भी रेगुलर टीचर नहीं है। अतिथि टीचर वह भी मात्र 7 टीचरों के भरोसे हमारी पढ़ाई पूरी नहीं हो रही। जल्द ही नवीन टीचरों की भर्ती की जाए। परीक्षाओं का समय शुरू होने वाला है। हमारे विषयों का अध्यापन कार्य अधूरा है। हम पढ़ाई कैसे करें? पत्रिका की पड़ताल के चलते मॉडल स्कूल के कुछ छात्र 12वीं के अपने पालकों को लेकर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे जानकारी अनुसार कलेक्टर के नहीं होने से सम्बंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया । इसी प्रकार उत्कृष्ट विद्यालय में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों का भविष्य मात्र 7 रेगुलर टीचरों और 5 अतिथियों के भरोसे कक्षाएं चल रही हैं।
पत्रिका ने पड़ताल की तो कुछ छात्र 10वीं, 11वीं के स्कूल से दूर जंगल में घूमते पाए गए। पत्रिका से चर्चा में छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि क्लास में भूगोल, रसायन शास्त्र, राजनीति शास्त्र के टीचर नहीं होने से पीरियड खाली पड़े हैं।
कन्या शाला में पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि इस नवीन सत्र में अटैचमेंट समाप्त होने और तबादला होने से 10 टीचरों की कमी हुई है। यहां के प्राचार्य विनोद कोरी से बताया, कन्या शाला में 8 रेगुलर टीचर और 3 अतिथि टीचर अध्यापन कार्य करवा रहे हैं। टीचरों के तबादले और अटैचमेंट समाप्त होने से स्कूल में गणित, फि जिक्स, इकोनॉमिक्स, इंग्लिश के टीचरों की कमी है। इसकी सूचना सम्बंधित अधिकारियों के साथ कमिश्नर को भी पत्र द्वारा दी जा चुकी है। रिक्त पदों पर अभी कोई नई नियुक्ति नहीं हुई है।
नवीन शिक्षा सत्र के दो माह बीत जाने के बाद भी इन स्कूलों में छात्र-छात्राओं को अपने विषयों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों का इंतजार अब शिक्षा विभाग पर सवालिया निशान लगा रहा है। इसका आंखों देखा हाल पत्रिका ने मंगलवार को सभी स्कूलों का देखा और स्कूलों में छात्र-छात्राओं की जुबानी उनकी शिक्षा की दास्तां सुनी।
स्कूलों में कोई जिम्मेदार प्रिंसिपल नहीं है और जो हंै वे अतिथि शिक्षकों के भरोसे अपने विद्यालय की नाक बचाने में लगे हैं। सरकार की तबादला नीति से छात्र छात्राएं नाखुश नजरआए और धरना आंदोलन की चेतावनी देते नजर आए तो कुछ पत्रिका की पड़ताल के चलते जिला मुख्यालय पर अपने पालकों के साथ टीचरों और विषयों के पीरियड नहीं लगने की शिकायत लेकर पहुंचे।
पत्रिका ने चंद्रशेखर आजाद नगर के कन्या शिक्षा परिसर में पहुंचकर पड़ताल की तो यहां पर क्लास 6, 7, 9, 10, 11 व 12वीं तक की छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन इनको पढ़ाने के लिए कन्या शिक्षा परिसर में एक भी टीचर नहीं है। यहां दो अतिथि शिक्षक हैं। पत्रिका ने क्लास 7वीं की छात्राओं से चर्चा की तो क्लास में कोई टीचर नहीं था। छात्रा प्रियंका ने बताया, जबसे स्कूल शुरू हुआ है, गणित पढ़ाने कोई टीचर नहीं आया है। इसी प्रकार क्लास छठी में छात्राओं से पूछा तो उन्होंने बताया, टीचरों के तबादला होने के बाद नवीन सत्र में पढ़ाई में बहुत पिछड़ गए हैं। इधर मॉडल स्कूल में प्राचार्य गोयल का तबादला होते ही प्राचार्य कक्ष में ताला पड़ गया है। क़ोई जवाब देने वाला नहीं मिला। पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि मॉडल स्कूल में एक भी रेगुलर टीचर नहीं है। 7 अतिथि टीचरों के भरोसे पर क्लास 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में अध्यापन करवाया जा रहा है। अतिथि श्रद्धा गुप्ता द्वारा फि जिक्स विषय के अलावा 10, 12वीं के छात्रों को गणित विषय भी पढ़ाया जा रहा है, प्रमोद बैरागी द्वारा अंग्रेजी विषय के अलावा 9वीं के छात्रों को गणित का विषय पढ़ाया जा रहा, डॉ अजय राठी द्वारा संस्कृत के अलावा 11, 12वीं के छात्रों को पॉलिटिकल साइंस व हिंदी विषय पढ़ाया जा रहा, चन्दा बघेल द्वारा इकानॉमिक्स के अलावा 9वीं के छात्रों को सामाजिक अध्ययन व 6ठी के छात्रों को गणित विषय पढ़ाया जा रहा, प्रमिला खरत द्वारा बायोलॉजी विषय के अलावा 9वीं, 10वीं के छात्रों को साइंस पढ़ाया जा रहा, भारती बिरला द्वारा केमेस्ट्री विषय के अलावा 6, 7 व 10 के छात्रों की एक्स्ट्रा क्लास ली जा रही, अनिता मंडलोई द्वारा भूगोल विषय के अलावा 6, 7वीं के छात्रों को सामाजिक विज्ञान पढ़ाया जा रहा। यहां पर अतिथि शिक्षकों के अलावा छात्रों की सुनने वाला कोई नहीं है। ऐसे में माह सितम्बर में होने वाली त्रैमासिक परीक्षा में इनका रिजल्ट कितना अच्छा आता है इसका अंदाजा छात्र छात्राओं ने पत्रिका को अपनी जुबानी बताया। छात्रों में क्लास 12वीं के धर्मेन्द्र व साथियों ने बताया, राजनीति शास्त्र का टीचर नहीं होने से पढ़ाई अधूरी है। क्लास 11वीं के नारायण, प्रवीण, शशांक, नीलेश ने बताया, 11वीं में गणित पढ़ाने वाला कोई टीचर नहीं है,। वहीं क्लास 9वीं में अध्ययन कर रहे छात्र मुकेश, दीपक, मनीष, अजय, राहुल ने बताया, मुख्य विषय को पढ़ाने वाला कोई भी रेगुलर टीचर नहीं है। अतिथि टीचर वह भी मात्र 7 टीचरों के भरोसे हमारी पढ़ाई पूरी नहीं हो रही। जल्द ही नवीन टीचरों की भर्ती की जाए। परीक्षाओं का समय शुरू होने वाला है। हमारे विषयों का अध्यापन कार्य अधूरा है। हम पढ़ाई कैसे करें? पत्रिका की पड़ताल के चलते मॉडल स्कूल के कुछ छात्र 12वीं के अपने पालकों को लेकर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे जानकारी अनुसार कलेक्टर के नहीं होने से सम्बंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया । इसी प्रकार उत्कृष्ट विद्यालय में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों का भविष्य मात्र 7 रेगुलर टीचरों और 5 अतिथियों के भरोसे कक्षाएं चल रही हैं।
पत्रिका ने पड़ताल की तो कुछ छात्र 10वीं, 11वीं के स्कूल से दूर जंगल में घूमते पाए गए। पत्रिका से चर्चा में छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि क्लास में भूगोल, रसायन शास्त्र, राजनीति शास्त्र के टीचर नहीं होने से पीरियड खाली पड़े हैं।
कन्या शाला में पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि इस नवीन सत्र में अटैचमेंट समाप्त होने और तबादला होने से 10 टीचरों की कमी हुई है। यहां के प्राचार्य विनोद कोरी से बताया, कन्या शाला में 8 रेगुलर टीचर और 3 अतिथि टीचर अध्यापन कार्य करवा रहे हैं। टीचरों के तबादले और अटैचमेंट समाप्त होने से स्कूल में गणित, फि जिक्स, इकोनॉमिक्स, इंग्लिश के टीचरों की कमी है। इसकी सूचना सम्बंधित अधिकारियों के साथ कमिश्नर को भी पत्र द्वारा दी जा चुकी है। रिक्त पदों पर अभी कोई नई नियुक्ति नहीं हुई है।