विदिशा। नवदुनिया प्रतिनिधि शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने
आई है। 2 साल पहले बंद हो चुकी 54 प्राथमिक शालाओं में जिला सहित अन्य
जिलों के करीब 70 शिक्षकों के तबादले कर दिए। जब यह शिक्षक संबंधित शाला
में पहुंचे तो वहां ताला डला हुआ पाया।
अब यह शिक्षक संकुल और डीईओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में डीईओ एसपी त्रिपाठी का कहना है कि ऐसे शिक्षकों की 24 अगस्त को काउंसिलिंग रखी गई है। उन्हें उनकी पसंद के स्कूलों में भेजा जाएगा।
मालूम हो कि 24 जून से
5 जुलाई तक प्रदेश भर में प्राथमिक,माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शालाओं के
शिक्षकों के तबादलों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। इस दौरान बड़ी
संख्या में शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे। इसके लिए विभागीय स्तर पर
शिक्षकों को अधिकतम 20 विद्यालयों तक च्वाइस भरने की छूट दी गई थी।
शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के पोर्टल पर स्कूल देखे और जो स्कूल उन्हें पसंद
आए, वहां तबादला कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए थे। लेकिन उन्हें इस बात
की जानकारी नहीं थी कि पोर्टल पर वह स्कूल भी दिखाई दे रहे हैं, जो सालों
पहले बंद कर दिए गए हैं। और उन्होंने उन स्कूलों में तबादले के लिए आवेदन
कर दिए थे।
ताला लगा मिला तो संकुल को दी जानकारी
नटेरन तहसील के प्राथमिक शाला तिलातिली में पदस्थ शिक्षक रूपसिंह दांगी ने
बताया कि उन्होंने जून माह में ऑनलाइन तबादले के लिए ग्यारसपुर तहसील की
ईजीएस शाला ऐरन चक्क सहित 4 स्कूलों की च्वाइस भरी थी, जिसमें से ऐरन चक्क
में उनका स्थानांतरण किया गया था। उन्हें 13 अगस्त को आदेश मिला। इसके बाद
जब वह संबंधित ईजीएस शाला पहुंचे तो वहां पर ताला डला हुआ था। इसके बाद वह
गुलाबगंज संकुल पहुंचे और स्कूल में ताला डला होने की जानकारी दी। तो
उन्हें बताया गया कि संबंधित स्कूल बहुत पहले बंद हो चुका है। इसके बाद
उन्हें होल्ड पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि अब 24 अगस्त को डीईओ आफिस
में काउंसलिंग में बुलाया गया है। जहां पर अन्य स्कूलों में पोस्टिंग की
जाएगी।
कम बच्चे होने पर 54 शालाएं कर दी थी बंद
जिले
में ऐसी शालाएं जिनमें बच्चों की संख्या 10 से कम बची थी। ऐसी 54 शालाओं
को वर्ष 2016-17 में बंद कर दिया गया था। इन शालाओं के बच्चे और शिक्षकों
को आसपास की शालाओं में मर्ज कर दिया गया है। लेकिन दो साल बाद भी विभागीय
पोर्टल पर इन शालाओं को बंद नहीं किया गया। इसके चलते वह पोर्टल पर चालू
हालत में दिखाई दे रही हैं। इसी के चलते शिक्षकों ने उन बंद शालाओं में
अपनी च्वाइस भर दी, जिससे उनके वहां तबादले हो गए। शिक्षा विभाग के अफसरों
का कहना है कि शालाएं बंद करने के बाद एनआईसी दिल्ली जानकारी भेज दी गई थी।
पोर्टल से हटाने का काम उनका होता है।
24 को होगी काउंसिलिंग
इस संबंध में जिला शिक्षाधिकारी एसपी त्रिपाठी ने बताया कि 54 बंद शालाओं
में तबादले किए गए करीब 70 शिक्षकों ने आवेदन किए हैं। इन शिक्षकों को 24
अगस्त को बुलाया गया है। डीईओ आफिस में दोपहर में 2 बजे से उनकी काउंसिलिंग
की जाएगी। शिक्षकों से उनकी पसंद पूछी जाएगी। इसके बाद संबंधित शालाओं में
यदि जगह होगी तो वहां उनकी पोष्टिंग कर दी जाएगी। इसके लिए जिले भर के
संकुल प्राचार्यो को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
अब यह शिक्षक संकुल और डीईओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में डीईओ एसपी त्रिपाठी का कहना है कि ऐसे शिक्षकों की 24 अगस्त को काउंसिलिंग रखी गई है। उन्हें उनकी पसंद के स्कूलों में भेजा जाएगा।
ताला लगा मिला तो संकुल को दी जानकारी
कम बच्चे होने पर 54 शालाएं कर दी थी बंद
24 को होगी काउंसिलिंग