आलीराजपुर. जिले के सभी ब्लाको से अतिथि शिक्षकों ने
कॉलेज ग्राउंड से कलेक्टर कार्यालय तक मप्र सरकार के खिलाफ जन विरोधी रैली
निकाली। इस दौरान बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षकों ने भाग लिया। इसके पूर्व
कालेज ग्राउंड पर बैठक हुई। इसमें सरकार की नीतियां, झूठी घोषणाए एवं
माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का सरकार के द्वारा उलंघन करने की बात बताई
गई।
इस दौरान सभी अतिथि शिक्षकों ने प्रण लिया की जब तक अतिथि शिक्षकों को
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्थाई पद नहीं देंगे। तब तक हम खुद इनकी
नीतियों का विरोध करेंगे एवं हमारे परिवार गांव मोहल्ले व रिश्तेदारो को
प्रेरित करेंगे। हर दिन 5 व्यक्तियों को मप्र सरकार की नीतियों की जानकारी
देंगे एवं विरोध करने की बात कहेंगे।
जिलाध्यक्ष महेश भूरिया ने कहा कि हम अतिथि शिक्षकों ने पिछले 8-9 वर्षो
से इनकी घोषणाओं का इंतेजार किया। कम वेतन में शालाओं में जाकर सुबह 9 बजे
से लेकर 4 बजे तक बच्चों को पढ़ाया। रेगुलर शिक्षकों का वेतन पांचवा,
छटवां एवं सातवा वेतन लागू होकर प्रतिदिन के 2400 व 3000 वेतन दिया जा रहा
है। वहीं दूसरी ओर अतिथि शिक्षकों का वेतन माह में 2400, 3500 व 4500 रुपए
दिया जा रहा है। वह भी 4 से 5 माह में बजट नहीं होने का बहाना बनाकर वेतन
जमा नहीं किया जा रहा है।
शपथ लेने के बाद सौंपा ज्ञापन
अपनी समस्या का
लेकर संघ ने विरोध पूर्वक स्थानीय बस स्टैंड चौराहे पर शपथ ग्रहण कर रैली
के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर
सुरेश चंद्र वर्मा को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर जिला सचिव लोंगसिंह चौहान,
जिला प्रभारी भीका गणावा, जिला मीडिया प्रभारी दिनेश मंडलोई, अमित कनेश,
जिला कोषाध्यक्ष नानसिंह चौहान, जिला संगठन मंत्री राजेंद्र चौहान सहित
जिले के समस्त अतिथि शिक्षक मौजूद थे।
ज्ञापन
में बताया गया कि मुख्यमंत्री एवं सरकार के प्रवक्त्ता ने कलेक्टर व
कमिश्नर कॉन्फं्रेन्स के दौरान वर्ष 2011-12 में की गई अतिथि शिक्षकों की
नियमितिकरण की घोषणा पूर्ण की जाए। इनके 3 वर्ष हो चुके हैं।
मध्यप्रदेश में पिछले 9 वर्षों से कार्यरत अतिथि शिक्षकों की
विभागीय पात्रता परीक्षा गुरुजी एवं अनुदेशकों की भांति अलग से आयोजित की
जाए। इसमें प्रशिक्षित एवं अप्रशिक्षित दोनों ही वर्गो को समान रूप से
बैठने का अवसर दिया जाए। वहीं अतिथि शिक्षकों को भी एनआईओ.स. के माध्यम से
डीएलएड में प्रवेश दिया जाकर प्रशिक्षित किए जाने के निर्देश प्रदान करवाए।
इसके अलावा ज्ञापन में शिक्षा मंत्री द्वारा 7 मार्च 2017 में की गई
घोषणानुसार कार्यरत अतिथि शिक्षकों को जुलाई से वर्गवार दुगना मानदेय दिए
जाने के आदेश प्रचारित करवाने में सहयोग प्रदान करें एवं 2005-08-11 में जो
अतिथि शिक्षक संविदा भर्ती में वर्गवार योग्यता पा चुके हैं। उन अतिथि
शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाया जाए। ज्ञापन में इसके अतिरिक्त अन्य बिंदु
भी शामिल हैं।
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