भास्कर संवाददाता | बुरहानपुर जिले के स्कूलों की वर्तमान स्थिति की जानकारी भोपाल भिजवाई जाएगी। भोपाल के अफसर रिपोर्ट देखकर स्कूलों की जरूरत अनुसार योजना तैयार करेंगे। इससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को सुविधाएं मिलेगी। जरूरी सुविधाएं, व्यवस्थाएं स्कूलों में जुटाई जाएगी। हर जरूरत का ध्यान रखकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
शिक्षक इसके लिए शनिवार से तैयारियां शुरू कर देंगे। अपने स्कूलों का बारीकी से निरीक्षण करेंगे। इसमें स्कूलों की भौतिक स्थिति का जायजा लेंगे। इसमें यह देखना है कि स्कूल के कमरों की स्थिति कैसी है, जर्जर है या अच्छी स्थिति में है। कमरे कितने बड़े है, एक कमरे में बैठने वाले विद्यार्थियों की संख्या, कमरों में आ रही समस्याओं या मिल सुविधाओं की जानकारी जुटाएंगे। इसके अलावा स्कूल में विद्यार्थियों और शिक्षकों की संख्या, सफाई पर हो रहे काम, शौचालयों की स्थिति सहित सभी जानकारी भरकर भोपाल भिजवाएंगे। इसके लिए शिक्षकों को 15 दिन का समय दिया गया है। डीपीसी अशोक शर्मा ने कहा- डाइस पत्र को अवलोकन कर अफसर स्कूलों के लिए योजना बनाएंगे। कमियों को दूर करेंगे। इसमें सभी तरह के कार्यों को शामिल किया जा रहा है।
स्कूलों में लगेंगे शिक्षा योजनाओं के होर्डिंग
मप्र शासन ने स्कूलों में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के होर्डिंग लगाने के निर्देश दिए हैं। इसमें सभी तरह की योजनाएं लिखी जाएगी। इससे विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी। विद्यार्थी योजनाओं का फायदा ले सकेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के नाम पाती भिजवाई है। इसमें उन्होंने विद्यार्थियों को खूब पढ़ाई कर अच्छे अंकों से पास होने के लिए प्रेरित किया है।
प्रशिक्षण में दी समझाइश
डाइस पत्र भरवाने से पहले शुक्रवार को डीईओ कार्यालय में जनशिक्षकों, हेडमास्टरों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। 4 घंटे तक प्रशिक्षण में विभिन्न बिंदुओं को समझाया। डीपीसी अशोक शर्मा ने कहा- हमें हर जरूरत का ध्यान रखना होगा। अभी जो परेशानियां हो रही है, उन्हें तरीके से प्रपत्र में भरें। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल एक ही परिसर में हैं। इसलिए सामंजस्य से काम करें। कई बार ऐसा होता है कि चीज दोनों के उपयोग के लिए होती है लेकिन सामंजस्य नहीं होने के कारण इसे नहीं दर्शाया जाता है। प्रशिक्षण में करीब 70 जनशिक्षक, हेडमास्टर और शिक्षक शामिल हुए।
शिक्षक इसके लिए शनिवार से तैयारियां शुरू कर देंगे। अपने स्कूलों का बारीकी से निरीक्षण करेंगे। इसमें स्कूलों की भौतिक स्थिति का जायजा लेंगे। इसमें यह देखना है कि स्कूल के कमरों की स्थिति कैसी है, जर्जर है या अच्छी स्थिति में है। कमरे कितने बड़े है, एक कमरे में बैठने वाले विद्यार्थियों की संख्या, कमरों में आ रही समस्याओं या मिल सुविधाओं की जानकारी जुटाएंगे। इसके अलावा स्कूल में विद्यार्थियों और शिक्षकों की संख्या, सफाई पर हो रहे काम, शौचालयों की स्थिति सहित सभी जानकारी भरकर भोपाल भिजवाएंगे। इसके लिए शिक्षकों को 15 दिन का समय दिया गया है। डीपीसी अशोक शर्मा ने कहा- डाइस पत्र को अवलोकन कर अफसर स्कूलों के लिए योजना बनाएंगे। कमियों को दूर करेंगे। इसमें सभी तरह के कार्यों को शामिल किया जा रहा है।
स्कूलों में लगेंगे शिक्षा योजनाओं के होर्डिंग
मप्र शासन ने स्कूलों में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के होर्डिंग लगाने के निर्देश दिए हैं। इसमें सभी तरह की योजनाएं लिखी जाएगी। इससे विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी। विद्यार्थी योजनाओं का फायदा ले सकेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के नाम पाती भिजवाई है। इसमें उन्होंने विद्यार्थियों को खूब पढ़ाई कर अच्छे अंकों से पास होने के लिए प्रेरित किया है।
प्रशिक्षण में दी समझाइश
डाइस पत्र भरवाने से पहले शुक्रवार को डीईओ कार्यालय में जनशिक्षकों, हेडमास्टरों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। 4 घंटे तक प्रशिक्षण में विभिन्न बिंदुओं को समझाया। डीपीसी अशोक शर्मा ने कहा- हमें हर जरूरत का ध्यान रखना होगा। अभी जो परेशानियां हो रही है, उन्हें तरीके से प्रपत्र में भरें। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल एक ही परिसर में हैं। इसलिए सामंजस्य से काम करें। कई बार ऐसा होता है कि चीज दोनों के उपयोग के लिए होती है लेकिन सामंजस्य नहीं होने के कारण इसे नहीं दर्शाया जाता है। प्रशिक्षण में करीब 70 जनशिक्षक, हेडमास्टर और शिक्षक शामिल हुए।