भिण्ड। हमारे मौलिक अधिकार
कहां से लिए गए हैं। जिलाधीश डॉ. इलैया राजा टी द्वारा किए गए इस सवाल का
जवाब ऊमरी स्थित उमावि के शिक्षक नहीं दे पाए। जिलाधीश गुरुवार को औचक
निरीक्षण पर ऊमरी स्थित उक्त विद्यालय में पहुंचे थे।
शिक्षकों से उनके सवाल का जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि वेतन में मोटी रकम मिलती है और मौलिक अधिकार पता नहीं। जब शिक्षकों को ही जानकारी नहीं है तो छात्रों को क्या सिखाएंगे। जिलाधीश ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे ज्ञान के चलते शिक्षकों का वेतन काटा जाना अनुचित नहीं होगा। उन्होंने विद्यालय परिसर मेंं गंदगी और पेयजल की व्यवस्था सही न होने के कारण संस्था प्राचार्य रमेश यादव का तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक, माध्यमिक एवं उमावि की सभी कक्षाएं एक साथ संचालित की जाएं। पटवारी मुनीर मुहम्मद और अंजु भदौरिया को निर्देशित किया विद्यालय परिसर में बाहर से पानी नहीं आना चाहिए और प्रभारी प्राचार्य रमेश यादव से कहा कि तीन दिन में विद्यालय को व्यवस्थित कर सूचना दें। इसके बाद जिलाधीश शा. कन्या मावि पहुंचे, जहां छात्र संख्या कम होने पर संस्था की प्रधानाध्यापिका रेखा यादव को फटकार लगाई।
शिक्षकों से उनके सवाल का जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि वेतन में मोटी रकम मिलती है और मौलिक अधिकार पता नहीं। जब शिक्षकों को ही जानकारी नहीं है तो छात्रों को क्या सिखाएंगे। जिलाधीश ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे ज्ञान के चलते शिक्षकों का वेतन काटा जाना अनुचित नहीं होगा। उन्होंने विद्यालय परिसर मेंं गंदगी और पेयजल की व्यवस्था सही न होने के कारण संस्था प्राचार्य रमेश यादव का तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक, माध्यमिक एवं उमावि की सभी कक्षाएं एक साथ संचालित की जाएं। पटवारी मुनीर मुहम्मद और अंजु भदौरिया को निर्देशित किया विद्यालय परिसर में बाहर से पानी नहीं आना चाहिए और प्रभारी प्राचार्य रमेश यादव से कहा कि तीन दिन में विद्यालय को व्यवस्थित कर सूचना दें। इसके बाद जिलाधीश शा. कन्या मावि पहुंचे, जहां छात्र संख्या कम होने पर संस्था की प्रधानाध्यापिका रेखा यादव को फटकार लगाई।