बैतूल।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिले के शिक्षकों के लिए 13 जनवरी को काउंसलिंग
का आयोजन किया गया। कांउसलिंग के दौरान शिक्षकों को रिक्त पद बताए गए थे।
रिक्त पदों के आधार पर स्वैच्छिक काउंसलिंग का आयोजन विभाग द्वारा किया था।
9 फरवरी को जिला प्रशासन द्वारा काउंसलिंग के आधार पर पदांकित शिक्षकों की सूची जारी की गई, जारी सूची में कई शिक्षकों को काउंसलिंग में चाहे गए स्थानों पर पदांकित नहीं किया गया है। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर शिक्षकों द्वारा ही सवाल खड़े किए जा रहे है। शिक्षकों का कहना है कि काउंसलिंग के पूर्व में विभाग द्वारा रिक्त पदों की सूची जारी की गई थी, जिसके आधार पर शिक्षकों द्वारा स्कूलों का चयन किया था, लेकिन जिले में आधा दर्जन से अधिक स्कूलों में पद रिक्त होने के बाद भी चाहे गए स्थानों पर पदस्थापना नहीं की गई है। प्राथमिक शाला चिलकापुर में सहायक अध्यापक के पदस्थ शारदा खाकरे को विभाग द्वारा अतिशेष की सूची में रखा था, उन्होंने काउंसलिंग में भाग लेकर ससुंद्रा स्कूल का चयन किया गया था, लेकिन ससुंद्रा में पद रिक्त होने के बाद भी उन्हें पदांकित नहीं किया । उन्होंने बताया कि सूची में करीब आधा दर्जन स्कूलों में पद रिक्त होने के बाद भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। आम अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष मदन डढोरे ने बताया कि विभाग द्वारा पदों में हेराफेरी की गई है। विभाग द्वारा शिक्षकों को पद रिक्त होने के बाद भी चाहे गए स्थान पर पदांकित नहीं किया गया है।
9 फरवरी को जिला प्रशासन द्वारा काउंसलिंग के आधार पर पदांकित शिक्षकों की सूची जारी की गई, जारी सूची में कई शिक्षकों को काउंसलिंग में चाहे गए स्थानों पर पदांकित नहीं किया गया है। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर शिक्षकों द्वारा ही सवाल खड़े किए जा रहे है। शिक्षकों का कहना है कि काउंसलिंग के पूर्व में विभाग द्वारा रिक्त पदों की सूची जारी की गई थी, जिसके आधार पर शिक्षकों द्वारा स्कूलों का चयन किया था, लेकिन जिले में आधा दर्जन से अधिक स्कूलों में पद रिक्त होने के बाद भी चाहे गए स्थानों पर पदस्थापना नहीं की गई है। प्राथमिक शाला चिलकापुर में सहायक अध्यापक के पदस्थ शारदा खाकरे को विभाग द्वारा अतिशेष की सूची में रखा था, उन्होंने काउंसलिंग में भाग लेकर ससुंद्रा स्कूल का चयन किया गया था, लेकिन ससुंद्रा में पद रिक्त होने के बाद भी उन्हें पदांकित नहीं किया । उन्होंने बताया कि सूची में करीब आधा दर्जन स्कूलों में पद रिक्त होने के बाद भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। आम अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष मदन डढोरे ने बताया कि विभाग द्वारा पदों में हेराफेरी की गई है। विभाग द्वारा शिक्षकों को पद रिक्त होने के बाद भी चाहे गए स्थान पर पदांकित नहीं किया गया है।