शहडोल। अध्यापक संवर्ग को जो सुविधाएं दी जा रहीं थी उसमें पिछले दिनों
से कटौती हो जाने का अच्छा खाशा विरोध देखने को मिल रहा है। गुरूवार को
जिला मुख्यालय के जयस्तंभ चौक में अध्यापक संघर्ष समिति के बैनर तले आम सभा
का आयोजन किया गया।
इसमें प्रदेश सरकार के मुखिया को जमकर कोसा गया। अध्यापकों का कहना था कि हमें कुछ नया दिया तो नहीं जा रहा है ऊपर से सुविधाओं में कटौती करना शुरू कर दिया है। अध्यापक संघर्ष समिति के कार्यक्रम में मौजूद संगठन के जिलाध्यक्ष विजयकृष्ण मिश्रा ने साफ कहा कि 20 सूत्रीय मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 9 जनवरी को भोपाल में प्रदर्शन होगा।
ये हैं प्रमुख मांगें
- शिक्षा विभाग में संविलियन, समान वेतनमान प्रदान कि या जाए।
- पेंशन प्रणाली लागू हो साथ ही समूह बीमा व चिकित्सा बीमा भी किया जाए।
- बंधनरहित स्थानांतरण नीति व रिक्त पदों पर अनुकंपा नियुक्ति की जाए।
- गुरूजी को संविदा शिक्षक बनाया जाए तथा संतान देखभाल अवकाश की रोक हटे।
-वरिष्ठ अध्यापक को प्राचार्य व अध्यापकों की पदोन्नति की जाए।
सुधार के लिए दिए सुझाव
अध्यापक संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने व्यवस्थाओं के सुधार के लिए सुझाव भी दिए। इन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों कोे संविदा शिक्षक बनाया जाए। गैर शिक्षकीय कार्य से मुक्त किया जाए। 5000 से कम आबादी वाले क्षेत्र में प्राईवेट विद्यालय न खोला जाए। माध्यमिक विद्यालय का सेटअप बदला जाए। शासकीय विद्यालयों के निजीकरण के हर प्रयास को बंद किया जाए।
इनकी रही आमसभा में उपस्थिति
जयस्तंभ चौक में आयोजित आम सभा में संजीव त्रिपाठी, श्यामनारायण पाठक, संतोष शर्मा, जयप्रताप सिंह, अनिल सिंह, विनय निगम, सुधाकर तिवारी, सत्यप्रकाश गौतम, भूपेन्द्र प्रजापति, रामचरित द्विवेदी, राजीव तिवारी, अजय पांडेय, श्रीमती माया सिंह, अमित सिंह, मनोज पाल, आशा पांडेय, जया तिवारी व अरूणिमा ंिसंह सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया।
इसमें प्रदेश सरकार के मुखिया को जमकर कोसा गया। अध्यापकों का कहना था कि हमें कुछ नया दिया तो नहीं जा रहा है ऊपर से सुविधाओं में कटौती करना शुरू कर दिया है। अध्यापक संघर्ष समिति के कार्यक्रम में मौजूद संगठन के जिलाध्यक्ष विजयकृष्ण मिश्रा ने साफ कहा कि 20 सूत्रीय मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 9 जनवरी को भोपाल में प्रदर्शन होगा।
ये हैं प्रमुख मांगें
- शिक्षा विभाग में संविलियन, समान वेतनमान प्रदान कि या जाए।
- पेंशन प्रणाली लागू हो साथ ही समूह बीमा व चिकित्सा बीमा भी किया जाए।
- बंधनरहित स्थानांतरण नीति व रिक्त पदों पर अनुकंपा नियुक्ति की जाए।
- गुरूजी को संविदा शिक्षक बनाया जाए तथा संतान देखभाल अवकाश की रोक हटे।
-वरिष्ठ अध्यापक को प्राचार्य व अध्यापकों की पदोन्नति की जाए।
सुधार के लिए दिए सुझाव
अध्यापक संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने व्यवस्थाओं के सुधार के लिए सुझाव भी दिए। इन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों कोे संविदा शिक्षक बनाया जाए। गैर शिक्षकीय कार्य से मुक्त किया जाए। 5000 से कम आबादी वाले क्षेत्र में प्राईवेट विद्यालय न खोला जाए। माध्यमिक विद्यालय का सेटअप बदला जाए। शासकीय विद्यालयों के निजीकरण के हर प्रयास को बंद किया जाए।
इनकी रही आमसभा में उपस्थिति
जयस्तंभ चौक में आयोजित आम सभा में संजीव त्रिपाठी, श्यामनारायण पाठक, संतोष शर्मा, जयप्रताप सिंह, अनिल सिंह, विनय निगम, सुधाकर तिवारी, सत्यप्रकाश गौतम, भूपेन्द्र प्रजापति, रामचरित द्विवेदी, राजीव तिवारी, अजय पांडेय, श्रीमती माया सिंह, अमित सिंह, मनोज पाल, आशा पांडेय, जया तिवारी व अरूणिमा ंिसंह सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया।