दमोह। नईदुनिया प्रतिनिधि
सत्ता परिवर्तन के बाद जिले में नित नए कारनामे देखने मिल रहे हैं। सबसे ज्यादा अव्यवस्था प्रशासनिक पदस्थापनाओं को लेकर देखने मिल रही है। अब हाल ही में हटा ब्लॉक में एक मामला सामने आया है, जहां पात्रता न रखने वाले एक शिक्षक शैलेंद्र सिंह राजपूत को हटा बीआरसी का प्रभार दे दिया गया है। यह प्रभारी डीपीसी केसी गौतम के प्रस्ताव पर कलेक्टर ने दिया है। कहा जा रहा है कि तात्कालिक व्यवस्था के लिए केवल अस्थाई प्रभार दिया गया है, वित्तीय प्रभार नहीं दिया गया है।
सत्ता परिवर्तन के बाद जिले में नित नए कारनामे देखने मिल रहे हैं। सबसे ज्यादा अव्यवस्था प्रशासनिक पदस्थापनाओं को लेकर देखने मिल रही है। अब हाल ही में हटा ब्लॉक में एक मामला सामने आया है, जहां पात्रता न रखने वाले एक शिक्षक शैलेंद्र सिंह राजपूत को हटा बीआरसी का प्रभार दे दिया गया है। यह प्रभारी डीपीसी केसी गौतम के प्रस्ताव पर कलेक्टर ने दिया है। कहा जा रहा है कि तात्कालिक व्यवस्था के लिए केवल अस्थाई प्रभार दिया गया है, वित्तीय प्रभार नहीं दिया गया है।