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विज्ञप्ति के नाम से पहचाने गए अतिथि शिक्षक

दमोह। नईदुनिया प्रतिनिधि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में नारेबाजी करने वाले 22 अतिथि शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। नारेबाजी करने वाले अतिथि शिक्षक कौन थे इसकी पहचान शिक्षा विभाग ने उस दिन अखबारों में भेजी गई विज्ञप्ति के नामों से की है।

ई-सर्विस बुक अपडेशन में तकनीकी पेंच, अब 18 को पता चलेगा कहां कितने अतिशेष?

जबलपुर। पहली बार शिक्षक, अध्यापकों की सर्विस बुक को एजुकेशन पोर्टल पर अपडेट कर स्कूलों में जरूरत से ज्यादा पदस्थ अतिशेष शिक्षक, अध्यापकों को इधर से उधर करने की प्रक्रिया तकनीकी पेंच में उलझ गई है। सर्वर पर लोड बढ़ने से सर्विस बुक अपडेट नहीं हो पा रहीं।

शहरों में शिक्षक सरप्लस, ग्रामीण क्षेत्रों के 99 स्कूल खाली

मुरैना। मुरैना शहर के चंबल कॉलोनी स्कूल में आरटीआई नियमों व बच्चों के हिसाब से 11 शिक्षक अतिरिक्त हैं। यानी स्कूल में शिक्षकों के पद कम हैं और नियुक्ति पद से अधिक है। इसका सीधा मतलब ये है कि दूसरे स्कूलों से किसी तरह शिक्षकों ने ट्रांसफर कराकर स्कूल में अपनी तैनाती करा ली है।

फिर आया युक्तियुक्तकरण का आदेश, लगेंगी पुरानी आपत्तियां : ये है मुख्य आपत्ति


अशोकनगर. स्कूल शिक्षा विभाग ने एक बार फिर अतिशेष शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के आदेश जारी किए हैं। जिसके तहत 10 मई तक यह प्रक्रिया पूरी कर स्कूलों मेें शैक्षणिक पदों के अनुरूप शिक्षकों की पदस्थापना करनी है। लेकिन पिछले दो बार की तरह इस बार भी ये प्रक्रिया खटाई में पड़ सकती है।

15 अप्रैल से 10 मई के करना होगा शिक्षकों का युक्तियुक्त करण के तहत ट्रांसफर

मुरैना। शिक्षा विभाग को अब 15 अप्रैल से 10 मई के बीच में ऑनलाइन शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण करना होगा। यानि जिन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या नियुक्ति व बच्चों की संख्या से अधिक है, उनके शिक्षकों को कम शिक्षक वाले स्कूलों या शिक्षक विहीन शालाओं में पदस्थ किया जाएगा।

शिवराज सिंह ने अतिथि शिक्षकों को जनता के सामने जलील किया

दमोह। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना हक मांग रहे अतिथि शिक्षकों कों जनता के सामने जलील किया। उन्होंने भरे मंच से कहा कि यदि गरीबों के कार्यक्रम में दखल दोगे तो कुछ नहीं मिलेगा, जीवनभर अतिथि शिक्षक ही बने रहोगे। उन्होंने मौजूद जनता से पूछा कि जनता बताए क्या गरीबों के काम में दखल देने वालों को कुछ मिलना चाहिए, तो जनता ने भी कहा नहीं मिलना चाहिए।

कूलर न पंखे, गर्मी में पसीना बहाने मजबूर शिक्षक व विद्यार्थी

जिले में कुल 17 सौ 30 स्कूलों में से 16 सौ 67 में नहीं है बिजली कनेक्शन

नरसिंहपुर। इसे सजा कहें या सरकारी स्कूलों की अव्यवस्थाएं कि बिना बिजली, पंखों के 40 से 42 डिग्री तापमान के बीच बच्चे परीक्षा देने को मजबूर हैं और शिक्षक रिजल्ट बनाने को। शैक्षणिक गुणवत्ता को परखने के लिए प्रतिभा पर्व जैसे कार्यक्रम चलाने वाला शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को भीषण गर्मी में पंखे की हवा तक मुहैया नहीं करा पा रहा है। सुविधाओं की गुणवत्ता के नाम पर स्कूल शिक्षा विभाग उदासीन व लाचार नजर आ रहा है।

वेतन 32 हजार और विद्यार्थियों को 18 दुनी छत्तीस भी नहीं सिखाया

कलेक्टर की क्लास में फेल हुआ शिक्षा विभाग प्राचार्य, प्रधानपाठक और शिक्षकों के वेतन काटने के आदेश कलेक्टर एक्सप्रेस पहुंची थी दौड़ी झुनकर

MP बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन: हिन्दी-अग्रेजी की कॉपियां जांचने नहीं मिल रहे शिक्षक

माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन कार्य के लिए जिले में शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। मूल्यांकन के लिए जरुरत एक सैकड़ा शिक्षकों की है लेकिन पहुंच महज 50 से भी कम रहे हैं।

सत्यापन के लिए सचिव से पूछ रहे हैं 9 सवाल

भास्कर संवाददाता | नेपानगर/खकनार शिक्षकों को अब शौचालयों के सत्यापन का काम दे दिया गया है। खकनार ब्लॉक के शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें शिक्षक सचिवों से सवाल पूछेंगे कि कितने शौचालय बन गए हैं। कितने अधूरे हैं। कितनों को राशि मिली है सहित कुल 9 सवाल पूछकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। हर दिन की रिपोर्ट जनपद कार्यालय में जमा करना होगी।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा, पूरे प्रदेश के स्कूलों में होगी NCERT की पुस्तकों से पढ़ाई

जबलपुर। मध्यप्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह रविवार को जबलपुर पहुंचे। इस दौरान मंत्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्राइवेट स्कूलों में फीस की मनमानी पर अंकुश लगाने, सरकारी स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट से शिक्षकों की कमी दूर करने, नर्मदा सेवा यात्रा से जुड़े प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की।

जनहित याचिका (PIL) दायर करने की क्या प्रक्रिया है, आइये जानते हैं

जनहित याचिका के मेरे एक लेख पर श्रुति बहिन ने पूछा है कि जनहित याचिका दायर करने की क्या प्रक्रिया है तो आइये जानते हैं इस लेख में :- की कैसे दाखिल करें PIL

एफआईआर के बाद ही कक्षाओं में गए शिक्षक, छात्र भूख हड़ताल पर बैठे

ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि लॉ संस्थान में डॉ. अंबेडकर जयंती के लिए कार्यक्रम की अनुमति न मिलने पर उपजे विवाद और प्रोफेसर की पिटाई की घटना को लेकर जीवाजी यूनिवर्सिटी में शनिवार को हालात और तनावपूर्ण हो गए। विवि के शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों ने सुबह अघोषित हड़ताल कर दी।

शिक्षकों की लंबित मांगों के लिए धरना 10 को

इटारसी| प्रदेश के शासकीय शिक्षक-शिक्षिकाओं की लंबित तीन प्रमुख मांगों को लेकर सभी शिक्षक संगठन संयुक्त रुप से 10 अप्रैल को भोपाल में प्रदेशस्तरीय धरना और प्रदर्शन करेंगे।

बीईओ आवास पर शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

डबरा। नईदुनिया प्रतिनिधि छठवें वेतनमान के गणनापत्रक में विसंगति, स्थानांतरण नीति सहित अन्य मांगों को आश्वासन के बावजूद लागू न करने के विरोध में रविवार को आजाद शिक्षक संघ ने बीईओ सतेन्द्र जैन के आवास पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया।

कापियां जांचने से बच रहे शिक्षक, जो पहुंच रहे वे भी संभलकर जांच रहे

जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि दसवीं-बारहवीं की कापियां जांचने पर इस बार 5 गुना पैनाल्टी यानी एक गलती पर 100 रुपए की पैनाल्टी लगाए जाने के डर से कापियां जांचने वाले शिक्षक भी आगे नहीं आ रहे। जो शिक्षक पहुंच रहे हैं वे भी संभलकर कापियां जांच रहे हैं।

जुलानिया से विवाद के चलते संतोष मिश्रा को पंचायत विभाग से हटाया

भोपाल। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया से विवाद के चलते बीमार पड़े आईएसएस अफसर और विभाग के आयुक्त संतोष मिश्रा को शासन ने पंचायत विभाग से हटा दिया है। उन्हें मंत्रालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किया गया है।

बीईओ ने बिना सामान खरीदे लगा दिए 90 लाख के बिल

रतलाम। नईदुनिया प्रतिनिधि रतलाम जिले के आलोट विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) लक्ष्मण मईड़ा ने नियमों को ताक पर रख जिले के स्कूल भवनों के उन्नायन के लिए जारी करीब 90 लाख रुपए के बिल कोषालय में लगा दिए। जिला शिक्षा अधिकारी की जांच में खुलासा हुआ है कि उन्होंने सामान खरीदे बिना बिल लगा दिए। इसकी भनक उन स्कूलों को भी नहीं लग सकी जिनके लिए सामग्री खरीदी जाना थी।

परीक्षा कार्य से मना किया तो नपेंगे शिक्षक और प्राचार्य

 ग्वालियर। उच्च शिक्षा विभाग ने परीक्षा कार्य करने में आनाकानी करने वाले सरकारी कॉलेज के शिक्षकों और प्राचार्यों को कड़ी फटकार लगाई है। विभाग के नए आदेश में शिक्षक व प्राचार्य परीक्षा कार्य (पेपर बनाना, उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन, परीक्षा ड्यूटी) के लिए मना नहीं कर सकते। विशेष स्थिति में वे स्पष्ट कारण प्राचार्य को बताएंगे, जिसकी सूचना प्राचार्य विवि के कुलसचिव को देंगे।

स्कूल से तड़ी मारने वाले शिक्षकों की खैर नहीं, पैरेंट कर सकते हैं शिकायत


बुरहानपुर. स्कूल से बेवजह तड़ी मारने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं। भोपाल में बनने वाले कंट्रोल रूम का नंबर सभी शासकीय स्कूलों के बाहर लिखा जाएगा। पालक स्कूल नहीं आने वाले शिक्षक की शिकायत सीधे कर सकेंगे। इससे शिक्षकों की मनमानी पर लगाम लगेगा। जल्द ही शिक्षा विभाग इस पर अमल करेगा।

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