ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि लॉ संस्थान में डॉ. अंबेडकर जयंती
के लिए कार्यक्रम की अनुमति न मिलने पर उपजे विवाद और प्रोफेसर की पिटाई की
घटना को लेकर जीवाजी यूनिवर्सिटी में शनिवार को हालात और तनावपूर्ण हो गए।
विवि के शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारियों ने सुबह अघोषित हड़ताल कर दी।
कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा ने उनकी बैठक ली और दोपहर में जब छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई उसके बाद ही वे काम पर लौटे। दूसरी ओर आरोपी छात्रों ने भी भूख हड़ताल शुरू कर दी। वे लॉ संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. गणेश दुबे को बर्खास्त करने और एससी- एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी विवि व कॉलेजों में आंदोलन की चेतावनी दी है। शुक्रवार की शाम से ही पुलिस ने भी डेरा जमा लिया है।
सुबह ही कर दिया विरोध
सुबह से ही शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारियों में आक्रोश था। इसलिए वे प्रशासनिक भवन में एकजुट हो गए। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने उनकी बैठक ली और घटना की निंदा की। शिक्षकों ने कहा कि अराजकता चरम पर है। आज एक शिक्षक की पिटाई हुई तो कल और भी बड़ी घटना हो सकती है। अधिकारियों व कर्मचारी नेताओं ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। शिक्षकों ने कहा कि जब तक आरोपी छात्रों के खिलाफ एफआईआर नहीं हुई और उन्हें संस्थान से निष्कासित नहीं किया गया, तब तक वे काम नहीं करेंगे। कुलपति, रजिस्ट्रार ने एफआईआर का भरोसा दिया। निष्कासन के मामले पर कुलपति ने कहा कि छात्रों को पहले नोटिस दिया जाएगा फिर निष्कासन करेंगे, जिससे उन्हें अदालत से राहत नहीं मिल सके। शुक्रवार को घटना के दौरान कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला व रेक्टर प्रो. आरजे राव पीछे के गेट से घर चले गए थे। शिक्षक व कर्मचारी इससे नाराज थे। हालांकि, उन्होंने बैठक के दौरान तो कुछ नहीं कहा, लेकिन बाद में आपस में चर्चा करते हुए उन्होंने नाराजगी जताई।
रजिस्ट्रार ने खुद थाने जाकर दिया आवेदन
लॉ संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. गणेश दुबे ने कुलपति को लिखित आवेदन देते हुए पूरे घटनाक्रम का उल्लेख किया। प्रोक्टर प्रो.रामअवतार शर्मा ने भी आवेदन दिया। इसमें छात्रों द्वारा गाली गलौज, लात-घूंसों से पिटाई और जान से मारने की धमकी का उल्लेख कर कर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। एफआईआर के लिए रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा पहली बार विवि थाने पहुंचे। उनके साथ प्रो. शर्मा, प्रो. दुबे सहित अन्य शिक्षक थे।
शिकायत की तो खोपड़ी में गोली पड़ेगी
प्रो. आरए शर्मा के आवेदन पर विवि थाने की पुलिस ने सूरज राजौरिया, प्रदीप लादपुरिया, सुमन अहिरवार, सीमा पाराशर, रायसिंह सहित अन्य छात्रों के खिलाफ गाली गलौज, जान से मारने की धमकी, जातिगत अपमान, शासकीय कार्य में बाधा, बलवा, एससी-एसटी एक्ट के तहत फंसाने की धमकी सहित अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज कर लिया। सभी आरोपी लॉ संस्थान के छात्र हैं। प्रो. शर्मा ने कहा है कि छात्रों ने धमकी देते हुए कहा था कि थाने में शिकायत की तो तेरी खोपड़ी में गोली पड़ेगी।
दिन भर इस तरह होते रहे घटनाक्रम
प्रो. प्रसाद ने जूटा से दिया इस्तीफा
प्रो. शर्मा की पिटाई से व्यथित होकर प्रो. जीबीकेएस प्रसाद ने जेयू टीचर्स एसोसिएशन(जूटा) से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षक के साथ इतनी बड़ी घटना होने के बाद जूटा ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। श्री प्रसाद जूटा में कार्यकारिणी सदस्य हैं।
टूरिज्म मैनेजमेंट के छात्रों ने दिया ज्ञापन
आर्कियोलॉजी के साथ ही प्रो. शर्मा टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट के समन्वयक हैं। उनके साथ हुई घटना के विरोध में टूरिज्म संस्थान के छात्र रैली के रूप में जेयू पहुंचे। कुलपति ने चर्चा के लिए उन्हें अपने कक्ष में बुला लिया। छात्रों ने कहा कि आरोपी छात्रों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। कुलपति ने कहा कि वे यहां पढ़ाई के लिए आए हैं इसलिए वे कक्षाओं में रहें। क्या करना है, क्या नहीं, यह हमें सोचने दें। प्रो. शर्मा ने छात्रों को समझाया तब वे वापस गए। उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री अंकित भदौरिया के नेतृत्व में भी छात्र कुलपति से मिलने पहुंचे और आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भूख हड़ताल पर छात्र,दिनभर नारेबाजी, अब प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी
प्रो. शर्मा की पिटाई व एक प्रोफेसर की कार का कांच तोड़ने के आरोपी अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्रों का आंदोलन शनिवार को भी जारी रहा। वे शुक्रवार से ही विवि के गेट पर धरना देकर बैठे हैं। शनिवार को 10 छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए। इसमें सूरज राजौरिया, राय सिंह बौद्ध, रतन निगम, विनीत वर्मा, मंगल मौर्य, राहुल बौद्ध, विक्रम सोलंकी, देवेन्द् केन, सोनू निगम तथा सिद्धार्थ गौतम शामिल हैं। छात्रों का कहना है कि विवि ने उनके खिलाफ गलत कार्रवाई की है। वे घटना के जनक प्रो. गणेश दुबे की बर्खास्तगी व उनके खिलाफ मामला दर्ज होने तक भूख हड़ताल पर रहेंगे। सोमवार से प्रदेश व्यापी आंदोलन भी छेड़ा जा सकता है।
यह थी घटना
जेयू के लॉ संस्थान के छात्र 14 अप्रैल को अंबेडकर जंयती पर कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं। उन्होंने संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. गणेश दुबे को आवेदन दिया लेकिन 4 दिन में उन्होंने अनुमति नहीं दी। इस पर शुक्रवार को विवाद हो गया था। छात्रों का आरोप था कि प्रो. दुबे ने जातिसूचक गालियां दी और डॉ. अंबेडकर के संबंध में अभद्र शब्दों का उपयोग किया। इस पर छात्रों ने संस्थान के बाहर खड़ी प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ की कार का कांच फोड़ दिया था। बाद में वे जेयू के प्रशासनिक भवन पहुंचे लेकिन कुलपति प्रो.संगीता शुक्ला या रेक्टर प्रो. आरजे राव उनका ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे। प्रोक्टर प्रो. आरए शर्मा छात्रों के बीच पहुंचे तो विवाद हो गया। छात्रों ने उन्हें घेरकर पिटाई कर दी। इससे मामला गंभीर हो गया। घटना के बाद छात्र विवि के गेट के बाहर धरना देकर बैठ गए हैं।
कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा ने उनकी बैठक ली और दोपहर में जब छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई उसके बाद ही वे काम पर लौटे। दूसरी ओर आरोपी छात्रों ने भी भूख हड़ताल शुरू कर दी। वे लॉ संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. गणेश दुबे को बर्खास्त करने और एससी- एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी विवि व कॉलेजों में आंदोलन की चेतावनी दी है। शुक्रवार की शाम से ही पुलिस ने भी डेरा जमा लिया है।
सुबह ही कर दिया विरोध
सुबह से ही शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारियों में आक्रोश था। इसलिए वे प्रशासनिक भवन में एकजुट हो गए। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने उनकी बैठक ली और घटना की निंदा की। शिक्षकों ने कहा कि अराजकता चरम पर है। आज एक शिक्षक की पिटाई हुई तो कल और भी बड़ी घटना हो सकती है। अधिकारियों व कर्मचारी नेताओं ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। शिक्षकों ने कहा कि जब तक आरोपी छात्रों के खिलाफ एफआईआर नहीं हुई और उन्हें संस्थान से निष्कासित नहीं किया गया, तब तक वे काम नहीं करेंगे। कुलपति, रजिस्ट्रार ने एफआईआर का भरोसा दिया। निष्कासन के मामले पर कुलपति ने कहा कि छात्रों को पहले नोटिस दिया जाएगा फिर निष्कासन करेंगे, जिससे उन्हें अदालत से राहत नहीं मिल सके। शुक्रवार को घटना के दौरान कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला व रेक्टर प्रो. आरजे राव पीछे के गेट से घर चले गए थे। शिक्षक व कर्मचारी इससे नाराज थे। हालांकि, उन्होंने बैठक के दौरान तो कुछ नहीं कहा, लेकिन बाद में आपस में चर्चा करते हुए उन्होंने नाराजगी जताई।
रजिस्ट्रार ने खुद थाने जाकर दिया आवेदन
लॉ संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. गणेश दुबे ने कुलपति को लिखित आवेदन देते हुए पूरे घटनाक्रम का उल्लेख किया। प्रोक्टर प्रो.रामअवतार शर्मा ने भी आवेदन दिया। इसमें छात्रों द्वारा गाली गलौज, लात-घूंसों से पिटाई और जान से मारने की धमकी का उल्लेख कर कर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। एफआईआर के लिए रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा पहली बार विवि थाने पहुंचे। उनके साथ प्रो. शर्मा, प्रो. दुबे सहित अन्य शिक्षक थे।
शिकायत की तो खोपड़ी में गोली पड़ेगी
प्रो. आरए शर्मा के आवेदन पर विवि थाने की पुलिस ने सूरज राजौरिया, प्रदीप लादपुरिया, सुमन अहिरवार, सीमा पाराशर, रायसिंह सहित अन्य छात्रों के खिलाफ गाली गलौज, जान से मारने की धमकी, जातिगत अपमान, शासकीय कार्य में बाधा, बलवा, एससी-एसटी एक्ट के तहत फंसाने की धमकी सहित अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज कर लिया। सभी आरोपी लॉ संस्थान के छात्र हैं। प्रो. शर्मा ने कहा है कि छात्रों ने धमकी देते हुए कहा था कि थाने में शिकायत की तो तेरी खोपड़ी में गोली पड़ेगी।
दिन भर इस तरह होते रहे घटनाक्रम
प्रो. प्रसाद ने जूटा से दिया इस्तीफा
प्रो. शर्मा की पिटाई से व्यथित होकर प्रो. जीबीकेएस प्रसाद ने जेयू टीचर्स एसोसिएशन(जूटा) से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षक के साथ इतनी बड़ी घटना होने के बाद जूटा ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। श्री प्रसाद जूटा में कार्यकारिणी सदस्य हैं।
टूरिज्म मैनेजमेंट के छात्रों ने दिया ज्ञापन
आर्कियोलॉजी के साथ ही प्रो. शर्मा टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट के समन्वयक हैं। उनके साथ हुई घटना के विरोध में टूरिज्म संस्थान के छात्र रैली के रूप में जेयू पहुंचे। कुलपति ने चर्चा के लिए उन्हें अपने कक्ष में बुला लिया। छात्रों ने कहा कि आरोपी छात्रों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। कुलपति ने कहा कि वे यहां पढ़ाई के लिए आए हैं इसलिए वे कक्षाओं में रहें। क्या करना है, क्या नहीं, यह हमें सोचने दें। प्रो. शर्मा ने छात्रों को समझाया तब वे वापस गए। उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री अंकित भदौरिया के नेतृत्व में भी छात्र कुलपति से मिलने पहुंचे और आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भूख हड़ताल पर छात्र,दिनभर नारेबाजी, अब प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी
प्रो. शर्मा की पिटाई व एक प्रोफेसर की कार का कांच तोड़ने के आरोपी अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्रों का आंदोलन शनिवार को भी जारी रहा। वे शुक्रवार से ही विवि के गेट पर धरना देकर बैठे हैं। शनिवार को 10 छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए। इसमें सूरज राजौरिया, राय सिंह बौद्ध, रतन निगम, विनीत वर्मा, मंगल मौर्य, राहुल बौद्ध, विक्रम सोलंकी, देवेन्द् केन, सोनू निगम तथा सिद्धार्थ गौतम शामिल हैं। छात्रों का कहना है कि विवि ने उनके खिलाफ गलत कार्रवाई की है। वे घटना के जनक प्रो. गणेश दुबे की बर्खास्तगी व उनके खिलाफ मामला दर्ज होने तक भूख हड़ताल पर रहेंगे। सोमवार से प्रदेश व्यापी आंदोलन भी छेड़ा जा सकता है।
यह थी घटना
जेयू के लॉ संस्थान के छात्र 14 अप्रैल को अंबेडकर जंयती पर कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं। उन्होंने संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो. गणेश दुबे को आवेदन दिया लेकिन 4 दिन में उन्होंने अनुमति नहीं दी। इस पर शुक्रवार को विवाद हो गया था। छात्रों का आरोप था कि प्रो. दुबे ने जातिसूचक गालियां दी और डॉ. अंबेडकर के संबंध में अभद्र शब्दों का उपयोग किया। इस पर छात्रों ने संस्थान के बाहर खड़ी प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ की कार का कांच फोड़ दिया था। बाद में वे जेयू के प्रशासनिक भवन पहुंचे लेकिन कुलपति प्रो.संगीता शुक्ला या रेक्टर प्रो. आरजे राव उनका ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे। प्रोक्टर प्रो. आरए शर्मा छात्रों के बीच पहुंचे तो विवाद हो गया। छात्रों ने उन्हें घेरकर पिटाई कर दी। इससे मामला गंभीर हो गया। घटना के बाद छात्र विवि के गेट के बाहर धरना देकर बैठ गए हैं।