बुरहानपुर.
स्कूल से बेवजह तड़ी मारने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं। भोपाल में बनने
वाले कंट्रोल रूम का नंबर सभी शासकीय स्कूलों के बाहर लिखा जाएगा। पालक
स्कूल नहीं आने वाले शिक्षक की शिकायत सीधे कर सकेंगे। इससे शिक्षकों की
मनमानी पर लगाम लगेगा। जल्द ही शिक्षा विभाग इस पर अमल करेगा। सरकारी
स्कूलों में सभी शिक्षकों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक होंगे। प्रत्येक
प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों के
मोबाइल नंबर नोटिस बोर्ड पर चस्पा होंगे। उनकी वरिष्ठता के आधार पर स्कूल
के बाहर सभी के नंबर लिखे जाएंगे। ताकि पालक कोई भी काम पडऩे पर इन्हें फोन
लगा सकें।
शिक्षा विभाग के मुताबिक स्कूलों से संबंधित शिकायतों के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। इसकी निगरानी सीधे भोपाल से होगी। खुलने में देरी हो या शिक्षकों की लापरवाही, इसपर शिकंजा कसा जाएगा। यहां तक पालक मध्यान्ह भोजल, स्कूलों में बच्चों की यूनिफार्म, छात्रवृत्ति की भी शिकायत इस पर कर सकते हैं।
लापरवाही पर शिकंजा कसा जाएगासबसे अधिक शिक्षकों की लापरवाही धूलकोट, बोरीबुजुर्ग, बसाड़ सहित खकनार के आदिवासी क्षेत्रों में चलती है। इन स्कूलों में अधिकांश शिक्षक शहर से अप डाउन करते हैं। इसकारण वे स्कूल देरी से पहुंचते हैं। यहां तक कई शिक्षक को सप्ताह में केवल दो या तीन दिन ही पढ़ाने जाते हैं।
ऐसी लापरवाही पर जल्द शिकंजा कसा जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के समय कई बार यह खामियां सामने आ चुकी है। शिक्षा विभाग की इस व्यवस्था से 200 से अधिक स्कूलों में नंबर लिखे जाएंगे।
शिक्षा विभाग भोपाल से यह जानकारी मिली है।अभी इसे लेकर कोईआदेश नहीं आए हैं।इससे व्यवस्थाओं में और सुधार आएगा।
बीआर सिटोले, जिला शिक्षा अधिकारी
शिक्षा विभाग के मुताबिक स्कूलों से संबंधित शिकायतों के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। इसकी निगरानी सीधे भोपाल से होगी। खुलने में देरी हो या शिक्षकों की लापरवाही, इसपर शिकंजा कसा जाएगा। यहां तक पालक मध्यान्ह भोजल, स्कूलों में बच्चों की यूनिफार्म, छात्रवृत्ति की भी शिकायत इस पर कर सकते हैं।
लापरवाही पर शिकंजा कसा जाएगासबसे अधिक शिक्षकों की लापरवाही धूलकोट, बोरीबुजुर्ग, बसाड़ सहित खकनार के आदिवासी क्षेत्रों में चलती है। इन स्कूलों में अधिकांश शिक्षक शहर से अप डाउन करते हैं। इसकारण वे स्कूल देरी से पहुंचते हैं। यहां तक कई शिक्षक को सप्ताह में केवल दो या तीन दिन ही पढ़ाने जाते हैं।
ऐसी लापरवाही पर जल्द शिकंजा कसा जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के समय कई बार यह खामियां सामने आ चुकी है। शिक्षा विभाग की इस व्यवस्था से 200 से अधिक स्कूलों में नंबर लिखे जाएंगे।
शिक्षा विभाग भोपाल से यह जानकारी मिली है।अभी इसे लेकर कोईआदेश नहीं आए हैं।इससे व्यवस्थाओं में और सुधार आएगा।
बीआर सिटोले, जिला शिक्षा अधिकारी