सागर। नवदुनिया प्रतिनिधि
अतिथि शिक्षकों ने अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन नगर दंडाधिकारी पवन बारिया को सौंपा। इसमें मांग की गई कि सरकार ने वचन दिया था कि अतिथि शिक्षकों तीन माह में नियमित किया जाएगा। सरकार बने एक वर्ष होने वाला है, लेकिन सरकार ने अभी तक अतिथि शिक्षकों के पक्ष में कोई निर्णय नही लिया। इससे उनमें नाराजगी व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के विपरीत स्कूलों से अतिथि शिक्षकों की छंटनी प्रारंभ कर दी है। अगले माह से सरकार वर्ग-1 एवं वर्ग-2 की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने जा रही है। इससे हजारों की संख्या में अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। पुराने अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बन रहे हैं। अतिथि शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया में अलग से कोई बोनस अंक नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा पहले हमारा निराकरण किया जाए बाद में भर्ती प्रकि्रया प्रारंभ करें। यदि सरकार अल्प समय में उचित निर्णय नहीं लेती तो अतिथि शिक्षक सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे।
ज्ञापन
देने वालों में प्रमुख रूप से सागर अतिथि शिक्षक संघ सागर के जिलाध्यक्ष
सत्येंद्र तिवारी, उपाध्यक्ष संतोष गुप्ता, बबलेश गोस्वामी, अवधेश दुबे,
अनिल चौरसिया, पदम कुर्मी, डिंपल सोनी, सरोज अहिरवार उपस्थित थे । यह
जानकारी अतिथि शिक्षक संघ सागर जिला मीडिया प्रभारी शशांक पाण्डेय ने दी।
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फोटो- 0512एसए 22 सागर। सिटी मजिस्ट्रेट पवन बारिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र तिवारी, उपाध्यक्ष संतोष गुप्ता, बबलेश गोस्वामी, अवधेश दुबे, डिंपल सोनी एवं सरोज अहिरवार।
अतिथि शिक्षकों ने अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन नगर दंडाधिकारी पवन बारिया को सौंपा। इसमें मांग की गई कि सरकार ने वचन दिया था कि अतिथि शिक्षकों तीन माह में नियमित किया जाएगा। सरकार बने एक वर्ष होने वाला है, लेकिन सरकार ने अभी तक अतिथि शिक्षकों के पक्ष में कोई निर्णय नही लिया। इससे उनमें नाराजगी व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के विपरीत स्कूलों से अतिथि शिक्षकों की छंटनी प्रारंभ कर दी है। अगले माह से सरकार वर्ग-1 एवं वर्ग-2 की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने जा रही है। इससे हजारों की संख्या में अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। पुराने अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बन रहे हैं। अतिथि शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया में अलग से कोई बोनस अंक नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा पहले हमारा निराकरण किया जाए बाद में भर्ती प्रकि्रया प्रारंभ करें। यदि सरकार अल्प समय में उचित निर्णय नहीं लेती तो अतिथि शिक्षक सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे।
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फोटो- 0512एसए 22 सागर। सिटी मजिस्ट्रेट पवन बारिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र तिवारी, उपाध्यक्ष संतोष गुप्ता, बबलेश गोस्वामी, अवधेश दुबे, डिंपल सोनी एवं सरोज अहिरवार।