- शिक्षा विभाग की पहल पर एमएलबी स्कूल में शुरू हुई कवायद
- जिले में शुरुआत में सुस्ती बरती, आयुक्त की नाराजी के बाद हुई शुरुआत
शाजापुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
एमएलबी हायर सेकंडरी स्कूल में 50 से अधिक छात्राओं को पैरामिलिट्री फोर्स (अर्द्धसैनिक बल) में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए परीक्षा लेकर छात्राओं का चयन कि या गया है। कुल 52 छात्राओं को नवंबर माह की शुरुआत से प्रशिक्षण दिए जाने की बात स्कूल प्रबंधन कह रहा है जबकि प्रशिक्षण की शुरुआत सितंबर के दूसरे सप्ताह से प्रारंभ होकर 10 जनवरी तक चलना था किंतु यह काफी देरी से शुरू हो सका। इस कारण संपन्न भी देरी से ही होगा। बहरहाल प्रशिक्षण को लेकर छात्राओं में उत्साह देखा जा रहा है।
शिक्षा विभाग के अनुसार भारत सरकार द्वारा पैरामिलिट्री फोर्स में बालिकाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है। पैरामिलिट्री फोर्स में सिपाही के पद पर सीधी भर्ती की जाती है, जिसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 10वीं पास मांगी जाती है। न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना जरूरी है। यह देखते हुए शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत भर्ती के मापदंड पर खरी उतरने वाली छात्राओं का परीक्षा के माध्यम से चयन कर निशुल्क प्रशिक्षण देने की शुरुआत की है। इसके तहत एमएलबी स्कूल में छात्राओं को थ्योरी और फिजिकल ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे छात्राएं भर्ती परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के साथ फिजिकल परीक्षण में भी सफल हो सके । हालांकि जिले में इस महत्वपूर्ण योजना को लेकर जिम्मेदारों की गंभीर लापरवाही भी सामने आई। जिले में तय समय पर प्रशिक्षण की शुरुआत ही नहीं हो पाई, जिसमें राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और डीईओ कार्यालय अफसरों की खासी लापरवाही रही। इधर, शाजापुर के जैसे ही हाल प्रदेश के अन्य जिलों में भी सामने आए। इस पर लोक शिक्षण आयुक्त द्वारा नाराजगी जाहिर कर तत्काल प्रशिक्षण आयोजित कि ए जाने के निर्देश दिए गए। इसके बाद अफसर गंभीर हुए और एमएलबी स्कूल में प्रशिक्षण की शुरुआत हो सकी।
अर्धवार्षिक परीक्षा के कारण रुके गा प्रशिक्षण
एमएलबी स्कूल में अभी तो छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, किंतु दिसंबर में अर्धवार्षिक परीक्षा आयोजित होना है। छात्राओं को कोर्स की पढ़ाई करने के साथ अर्ध वार्षिक परीक्षा भी देनी है। इस कारण दिसंबर में करीब दो सप्ताह तक प्रशिक्षण बंद रखना पड़ेगा। एमएलबी स्कूल के अनुसार नौ से 20 दिसंबर तक प्रशिक्षण संचालित नहीं होगा। इसके बाद फिर से प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मापदंड पर खरी उतरी छात्राओं का ही चयन
प्रशिक्षण के लिए उन्हीं छात्राओं का चयन कि या गया है, जो पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती के लिए तय मापदंड पूरे करती हों। खास तौर पर बालिका की उम्र 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। कक्षा 10वीं में 50 प्रतिशत अंक हों। शासकीय स्कूल में कक्षा 12वीं में अध्ययनरत हो। बालिका की ऊंचाई 153 सेमी होनी चाहिए। इसके चलते इन मापदंड पर खरी उतरने वाली छात्राओं को ही परीक्षा के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए चयन कि या गया है।
तैयारी करा रहे
योजना के तहत छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें थ्योरी और फिजिकल प्रशिक्षण के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ ट्रेनिंग दे रहे हैं। उम्मीद है छात्राओं को प्रशिक्षण का लाक्ष मिलेगा और वह फोर्स में चयनित होकर स्कूल का नाम रोशन करेंगी।
- राजेश वर्मा, शिक्षक एमएलबी स्कूल
7एसजेआर23- एमएलबी स्कूल में छात्राओं को प्रशिक्षण देते शिक्षक। थ्यौरी के साथ फिजिकल प्रशिक्षण छात्राओं को दिया जाएगा।
- जिले में शुरुआत में सुस्ती बरती, आयुक्त की नाराजी के बाद हुई शुरुआत
शाजापुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
एमएलबी हायर सेकंडरी स्कूल में 50 से अधिक छात्राओं को पैरामिलिट्री फोर्स (अर्द्धसैनिक बल) में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए परीक्षा लेकर छात्राओं का चयन कि या गया है। कुल 52 छात्राओं को नवंबर माह की शुरुआत से प्रशिक्षण दिए जाने की बात स्कूल प्रबंधन कह रहा है जबकि प्रशिक्षण की शुरुआत सितंबर के दूसरे सप्ताह से प्रारंभ होकर 10 जनवरी तक चलना था किंतु यह काफी देरी से शुरू हो सका। इस कारण संपन्न भी देरी से ही होगा। बहरहाल प्रशिक्षण को लेकर छात्राओं में उत्साह देखा जा रहा है।
शिक्षा विभाग के अनुसार भारत सरकार द्वारा पैरामिलिट्री फोर्स में बालिकाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है। पैरामिलिट्री फोर्स में सिपाही के पद पर सीधी भर्ती की जाती है, जिसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 10वीं पास मांगी जाती है। न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना जरूरी है। यह देखते हुए शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत भर्ती के मापदंड पर खरी उतरने वाली छात्राओं का परीक्षा के माध्यम से चयन कर निशुल्क प्रशिक्षण देने की शुरुआत की है। इसके तहत एमएलबी स्कूल में छात्राओं को थ्योरी और फिजिकल ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे छात्राएं भर्ती परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के साथ फिजिकल परीक्षण में भी सफल हो सके । हालांकि जिले में इस महत्वपूर्ण योजना को लेकर जिम्मेदारों की गंभीर लापरवाही भी सामने आई। जिले में तय समय पर प्रशिक्षण की शुरुआत ही नहीं हो पाई, जिसमें राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और डीईओ कार्यालय अफसरों की खासी लापरवाही रही। इधर, शाजापुर के जैसे ही हाल प्रदेश के अन्य जिलों में भी सामने आए। इस पर लोक शिक्षण आयुक्त द्वारा नाराजगी जाहिर कर तत्काल प्रशिक्षण आयोजित कि ए जाने के निर्देश दिए गए। इसके बाद अफसर गंभीर हुए और एमएलबी स्कूल में प्रशिक्षण की शुरुआत हो सकी।
एमएलबी स्कूल में अभी तो छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, किंतु दिसंबर में अर्धवार्षिक परीक्षा आयोजित होना है। छात्राओं को कोर्स की पढ़ाई करने के साथ अर्ध वार्षिक परीक्षा भी देनी है। इस कारण दिसंबर में करीब दो सप्ताह तक प्रशिक्षण बंद रखना पड़ेगा। एमएलबी स्कूल के अनुसार नौ से 20 दिसंबर तक प्रशिक्षण संचालित नहीं होगा। इसके बाद फिर से प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के लिए उन्हीं छात्राओं का चयन कि या गया है, जो पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती के लिए तय मापदंड पूरे करती हों। खास तौर पर बालिका की उम्र 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। कक्षा 10वीं में 50 प्रतिशत अंक हों। शासकीय स्कूल में कक्षा 12वीं में अध्ययनरत हो। बालिका की ऊंचाई 153 सेमी होनी चाहिए। इसके चलते इन मापदंड पर खरी उतरने वाली छात्राओं को ही परीक्षा के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए चयन कि या गया है।
योजना के तहत छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें थ्योरी और फिजिकल प्रशिक्षण के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ ट्रेनिंग दे रहे हैं। उम्मीद है छात्राओं को प्रशिक्षण का लाक्ष मिलेगा और वह फोर्स में चयनित होकर स्कूल का नाम रोशन करेंगी।
- राजेश वर्मा, शिक्षक एमएलबी स्कूल
7एसजेआर23- एमएलबी स्कूल में छात्राओं को प्रशिक्षण देते शिक्षक। थ्यौरी के साथ फिजिकल प्रशिक्षण छात्राओं को दिया जाएगा।