इंदौर/भोपाल
प्रदेश में भावी शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पहले परीक्षा परिणाम और अब काउंसलिंग के नाम पर उनके सपनों को तोड़ा जा रहा है। बड़ी मुश्किल से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (वर्ग-1) की काउंसलिंग 1 दिसंबर से शुरू होना थी। लेकिन अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र न बनने के कारण लोक शिक्षण संचालनालय ने बीच में रोक दी है। अधिकारी कोई नई तारीख घोषित नहीं कर रहे हैं। वह यह भी नहीं बता पा रहे हैं कि आगे काउंसलिंग की तारीख कब घोषित होगी।
पीड़ित उम्मीदवार कभी अधिकारी तो कभी मंत्री बंगले के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन अभी उन्हें कोई संताेषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। वर्ग 1 की इस हालत से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (वर्ग-2) के सफल उम्मीदवार भी तनाव में आ गए हैं। अभी तक उन्हें उम्मीद थी कि वर्ग एक की काउंसलिंग निपटने के बाद उनका नंबर जल्द आएगा। लेकिन अब उनके सपनों पर ग्रहण लगना शुरू हो गया है। डीबी स्टार ने जब अधिकारियों से मामले पर सवाल-जवाब किए तो किसी ने भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
85 फीसदी सर्टिफिकेट बनना बाकी
लोक शिक्षण संचालनालय को वर्ग-1 और वर्ग-2 की परीक्षा की काउंसलिंग से पहले अतिथि शिक्षक के रूप में काम करने वाले लोगों के अनुभव प्रमाण पत्र बनाने थे। दोनों परीक्षाओं के लिए अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने अतिथि शिक्षकों की संख्या एक लाख के आसपास बताई जा रही है। इससे विभाग के हाथ-पांव फूल गए। हालांकि विभाग ने यह प्रक्रिया 25 मई 2019 से शुरू कर दी थी, लेकिन नवंबर आखिर तक 15 हजार अतिथि शिक्षकों के प्रमाण पत्र बनने की खबर है। हालांकि कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा।
प्रमाण पत्र न बनने से वर्ग-2 के परीक्षार्थियों का तनाव बढ़ा
दिखावे का पोर्टल
विभाग ने प्रमाण पत्र के लिए 2007 से लेकर साल 2018 तक के अतिथि शिक्षकों को मान्य किया है। इसके बाद अधिकारियों ने दिखावे के लिए अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली जीएफएमएस पोर्टल बनाया। लेकिन आज 7 महीने बाद भी प्रमाण पत्र जारी नहीं किए हैं। जिससे शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लेट हो रही है। सवाल यह उठता है कि जब भर्ती परीक्षा फरवरी 2019 में हो चुकी थी तो फरवरी 2019 से मार्च 2019 के बाद से लेकर नवंबर 2019 के बीच तक स्कूल शिक्षा विभाग में अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन अनुभव प्रमाण पत्र क्यों जारी नहीं कर सका?
अब इनका कहना है
अधिकारियों से जवाब तलब किया...
 वर्ग एक की काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। आवेदकों को घबराने की जरूरत नहीं है। अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र लेट क्यों बन रहे हैं? इस मामले में अधिकारियों से जवाब तलब किया जा रहा है। प्रभुराम चौधरी, मंत्री, स्कूली शिक्षा
काउंसलिंग प्रक्रिया को मजाक बनाया...
 स्कूल शिक्षा विभाग ने वर्ग-1 और वर्ग-2 की काउंसलिंग प्रक्रिया को हास्यास्पद बना दिया है। सात महीने पहले जब अनुभव प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी तो अब तक क्यों नहीं बने? इसका जवाब कौन देगा? मयंक जैन, उम्मीदवार
प्रमाणपत्र न बनना विभाग की असफलता
 सात महीने में भी अतिथि शिक्षक का अनुभव प्रमाण पत्र न बन पाना विभाग की असफलता है। इसके लिए संबंधित जिला शिक्षाधिकारी और प्राचार्य दोषी हैं न कि आवेदक। विभाग को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। रंजीत गौर, उम्मीदवार
प्रदेश में भावी शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पहले परीक्षा परिणाम और अब काउंसलिंग के नाम पर उनके सपनों को तोड़ा जा रहा है। बड़ी मुश्किल से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (वर्ग-1) की काउंसलिंग 1 दिसंबर से शुरू होना थी। लेकिन अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र न बनने के कारण लोक शिक्षण संचालनालय ने बीच में रोक दी है। अधिकारी कोई नई तारीख घोषित नहीं कर रहे हैं। वह यह भी नहीं बता पा रहे हैं कि आगे काउंसलिंग की तारीख कब घोषित होगी।
पीड़ित उम्मीदवार कभी अधिकारी तो कभी मंत्री बंगले के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन अभी उन्हें कोई संताेषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। वर्ग 1 की इस हालत से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (वर्ग-2) के सफल उम्मीदवार भी तनाव में आ गए हैं। अभी तक उन्हें उम्मीद थी कि वर्ग एक की काउंसलिंग निपटने के बाद उनका नंबर जल्द आएगा। लेकिन अब उनके सपनों पर ग्रहण लगना शुरू हो गया है। डीबी स्टार ने जब अधिकारियों से मामले पर सवाल-जवाब किए तो किसी ने भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
85 फीसदी सर्टिफिकेट बनना बाकी
लोक शिक्षण संचालनालय को वर्ग-1 और वर्ग-2 की परीक्षा की काउंसलिंग से पहले अतिथि शिक्षक के रूप में काम करने वाले लोगों के अनुभव प्रमाण पत्र बनाने थे। दोनों परीक्षाओं के लिए अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने अतिथि शिक्षकों की संख्या एक लाख के आसपास बताई जा रही है। इससे विभाग के हाथ-पांव फूल गए। हालांकि विभाग ने यह प्रक्रिया 25 मई 2019 से शुरू कर दी थी, लेकिन नवंबर आखिर तक 15 हजार अतिथि शिक्षकों के प्रमाण पत्र बनने की खबर है। हालांकि कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा।
प्रमाण पत्र न बनने से वर्ग-2 के परीक्षार्थियों का तनाव बढ़ा
दिखावे का पोर्टल
विभाग ने प्रमाण पत्र के लिए 2007 से लेकर साल 2018 तक के अतिथि शिक्षकों को मान्य किया है। इसके बाद अधिकारियों ने दिखावे के लिए अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली जीएफएमएस पोर्टल बनाया। लेकिन आज 7 महीने बाद भी प्रमाण पत्र जारी नहीं किए हैं। जिससे शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लेट हो रही है। सवाल यह उठता है कि जब भर्ती परीक्षा फरवरी 2019 में हो चुकी थी तो फरवरी 2019 से मार्च 2019 के बाद से लेकर नवंबर 2019 के बीच तक स्कूल शिक्षा विभाग में अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन अनुभव प्रमाण पत्र क्यों जारी नहीं कर सका?
अब इनका कहना है
अधिकारियों से जवाब तलब किया...
 वर्ग एक की काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। आवेदकों को घबराने की जरूरत नहीं है। अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र लेट क्यों बन रहे हैं? इस मामले में अधिकारियों से जवाब तलब किया जा रहा है। प्रभुराम चौधरी, मंत्री, स्कूली शिक्षा
काउंसलिंग प्रक्रिया को मजाक बनाया...
 स्कूल शिक्षा विभाग ने वर्ग-1 और वर्ग-2 की काउंसलिंग प्रक्रिया को हास्यास्पद बना दिया है। सात महीने पहले जब अनुभव प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी तो अब तक क्यों नहीं बने? इसका जवाब कौन देगा? मयंक जैन, उम्मीदवार
प्रमाणपत्र न बनना विभाग की असफलता
 सात महीने में भी अतिथि शिक्षक का अनुभव प्रमाण पत्र न बन पाना विभाग की असफलता है। इसके लिए संबंधित जिला शिक्षाधिकारी और प्राचार्य दोषी हैं न कि आवेदक। विभाग को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। रंजीत गौर, उम्मीदवार