बरकतउल्ला विश्वविद्यालय समेत प्रदेश के सरकारी विश्वविद्यालयों में
शिक्षकों के बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं। इन पर भर्ती के लिए विज्ञापन
जारी नहीं हो पा रहे हैं।
इसका कारण भी वही है जो चार महीने पहले बताया गया था। मतलब विश्वविद्यालयों में भर्ती के लिए अभी भी मॉडल रोस्टर तैयार नहीं हो सका है। विश्वविद्यालय इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें शासन की ओर से रोस्टर मिलेगा। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
बीयू में लगभग 50% पद खाली हैं। अन्य विवि में यह आंकड़ा 60% से अधिक है, लेकिन भर्ती करने के लिए विवि प्रशासन निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में नेट, सेट क्वालिफाइड के अलावा पीएचडी डिग्रीधारियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। भर्ती को लेकर कुलपति-रजिस्ट्रार द्वारा शासन से मार्गदर्शन मांगे जाने पर शासन स्तर पर एक बैठक भी हो चुकी है, लेकिन नजीता अभी तक नहीं मिला। दअरसल, रोस्टर में ओबीसी के लिए बढ़ा हुआ आरक्षण 27 प्रतिशत शामिल कर लिया है, लेकिन सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10% आरक्षण शामिल नहीं किया गया है।
इसका कारण भी वही है जो चार महीने पहले बताया गया था। मतलब विश्वविद्यालयों में भर्ती के लिए अभी भी मॉडल रोस्टर तैयार नहीं हो सका है। विश्वविद्यालय इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें शासन की ओर से रोस्टर मिलेगा। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
बीयू में लगभग 50% पद खाली हैं। अन्य विवि में यह आंकड़ा 60% से अधिक है, लेकिन भर्ती करने के लिए विवि प्रशासन निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में नेट, सेट क्वालिफाइड के अलावा पीएचडी डिग्रीधारियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। भर्ती को लेकर कुलपति-रजिस्ट्रार द्वारा शासन से मार्गदर्शन मांगे जाने पर शासन स्तर पर एक बैठक भी हो चुकी है, लेकिन नजीता अभी तक नहीं मिला। दअरसल, रोस्टर में ओबीसी के लिए बढ़ा हुआ आरक्षण 27 प्रतिशत शामिल कर लिया है, लेकिन सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10% आरक्षण शामिल नहीं किया गया है।