चुनाव के समय रोजगार देने का वादा करने वाली सरकार अब उसे पूरा करने में
हिचकिचा रही है। मामला अतिथि शिक्षकों से जुड़ा है। शिक्षक पात्रता परीक्षा
वर्ग-एक के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया 1 दिसम्बर से शुरू होनी थी, लेकिन उसे
अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
ऐसे में उन महिलाओं और पुरुषों की नौकरी दांव पर लग गई है, जो निर्धारित आयु सीमा पार कर जाएंगे। ऐसे लगभग ढाई हजार अतिथि शिक्षक होने का अनुमान है, जो 31 दिसम्बर के बाद नौकरी के लिए अपात्र हो जाएंगे। इस कारण सभी आवेदकों की मांग है कि भर्ती विज्ञापन 31 दिसम्बर से पहले जारी किया जाए। साथ ही उनकी उम्र की गणना 1 जनवरी 2019 से की जाए। अपनी बात को उच्च स्तर तक पहुंचाने के लिए सैकड़ों अतिथि शिक्षक पिछले कई दिनों से भोपाल में डेरा डाले हुए हैं। वे सीएम हाउस, मंत्री कार्यालय, स्कूल शिक्षा विभाग के सभी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उन्हें कोई भी अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। परीक्षा फॉर्म भरते समय और परीक्षा देते समय किसी ने नहीं सोचा था कि अंत में उनके साथ ऐसा होगा। वे शासन के भरोसे रहे। लेकिन जैसे-जैसे 31 दिसम्बर की तारीख नजदीक आ रही है, उनका सब्र बांध टूट रहा है। अगर यही स्थिति रही तो आवेदक आंदोलन भी कर सकते हैं।
db star
स्कूल शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण हजारों अतिथि शिक्षक नौकरी पाने से वंचित रह जाएंगे, क्योंकि 31 दिसम्बर 2019 तक भर्ती विज्ञापन जारी होना था। लेकिन यह विज्ञापन नए वर्ष में ही जारी होने के आसार हैं। इसके चलते कई पुरुष आवेदक 40 और महिलाएं 45 वर्ष की आयु सीमा पार हो जाएंगी।
concern
12 जुलाई के अंक में प्रकाशित खबर
3 दिसंबर के अंक में प्रकाशित खबर
 पिछले चार महीने से हम संघर्ष कर रहे हैं कि किसी तरह भर्ती विज्ञापन जारी हो जाए। एक दिसम्बर से काउंसलिंग भी शुरू होनी थी, लेकिन उसे स्थगित कर दिया गया है। निर्धारित आयु सीमा पार करने वालों को नौकरी नहीं मिल पाएगी। राजेश कुमार, उम्मीदवार, मंडला
इनका कहना
है
 यह बात समझ से परे है कि सरकार बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ क्यों कर रही है? अगर 31 दिसम्बर के बाद भर्ती विज्ञापन जारी होता है तो हजारों अतिथि शिक्षक आयु सीमा पार हो जाएंगे। इस वजह से उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। विजय लक्ष्मी तिवारी, उम्मीदवार, शहडोल
किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा
 उम्मीदवारों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार किसी भी अतिथि शिक्षक के साथ अन्याय नहीं होने देगी। इस मामले का भी काेई न कोई हल निकाल लिया जाएगा। मैं फिलहाल भोपाल से बाहर हूं। कल मैं भोपाल आऊंगा और चर्चा करूंगा। प्रभुराम चौधरी, मंत्री, स्कूल शिक्षा विभाग
ऐसे में उन महिलाओं और पुरुषों की नौकरी दांव पर लग गई है, जो निर्धारित आयु सीमा पार कर जाएंगे। ऐसे लगभग ढाई हजार अतिथि शिक्षक होने का अनुमान है, जो 31 दिसम्बर के बाद नौकरी के लिए अपात्र हो जाएंगे। इस कारण सभी आवेदकों की मांग है कि भर्ती विज्ञापन 31 दिसम्बर से पहले जारी किया जाए। साथ ही उनकी उम्र की गणना 1 जनवरी 2019 से की जाए। अपनी बात को उच्च स्तर तक पहुंचाने के लिए सैकड़ों अतिथि शिक्षक पिछले कई दिनों से भोपाल में डेरा डाले हुए हैं। वे सीएम हाउस, मंत्री कार्यालय, स्कूल शिक्षा विभाग के सभी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उन्हें कोई भी अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। परीक्षा फॉर्म भरते समय और परीक्षा देते समय किसी ने नहीं सोचा था कि अंत में उनके साथ ऐसा होगा। वे शासन के भरोसे रहे। लेकिन जैसे-जैसे 31 दिसम्बर की तारीख नजदीक आ रही है, उनका सब्र बांध टूट रहा है। अगर यही स्थिति रही तो आवेदक आंदोलन भी कर सकते हैं।
db star
स्कूल शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण हजारों अतिथि शिक्षक नौकरी पाने से वंचित रह जाएंगे, क्योंकि 31 दिसम्बर 2019 तक भर्ती विज्ञापन जारी होना था। लेकिन यह विज्ञापन नए वर्ष में ही जारी होने के आसार हैं। इसके चलते कई पुरुष आवेदक 40 और महिलाएं 45 वर्ष की आयु सीमा पार हो जाएंगी।
concern
12 जुलाई के अंक में प्रकाशित खबर
3 दिसंबर के अंक में प्रकाशित खबर
 पिछले चार महीने से हम संघर्ष कर रहे हैं कि किसी तरह भर्ती विज्ञापन जारी हो जाए। एक दिसम्बर से काउंसलिंग भी शुरू होनी थी, लेकिन उसे स्थगित कर दिया गया है। निर्धारित आयु सीमा पार करने वालों को नौकरी नहीं मिल पाएगी। राजेश कुमार, उम्मीदवार, मंडला
इनका कहना
है
 यह बात समझ से परे है कि सरकार बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ क्यों कर रही है? अगर 31 दिसम्बर के बाद भर्ती विज्ञापन जारी होता है तो हजारों अतिथि शिक्षक आयु सीमा पार हो जाएंगे। इस वजह से उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। विजय लक्ष्मी तिवारी, उम्मीदवार, शहडोल
किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा
 उम्मीदवारों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार किसी भी अतिथि शिक्षक के साथ अन्याय नहीं होने देगी। इस मामले का भी काेई न कोई हल निकाल लिया जाएगा। मैं फिलहाल भोपाल से बाहर हूं। कल मैं भोपाल आऊंगा और चर्चा करूंगा। प्रभुराम चौधरी, मंत्री, स्कूल शिक्षा विभाग