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कॉलेज चलो अभियान सरकारी कॉलेजों के शिक्षकों के लिए मुसीबत

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल चलो अभियान की तर्ज पर शुरू किया गया कॉलेज चलो अभियान सरकारी कॉलेजों के शिक्षकों के लिए मुसीबत बन गया है। उन्हें कॉलेजों में दाखिले के लिए अभिभावकों और छात्रों से संपर्क करना है। इस दौरान छात्रों को किस सब्जेक्ट में एडमिशन लेना चाहिए।
भविष्य में उस कोर्स से छात्र को नौकरी के कौन-कौन से अवसर प्राप्त होंगे। शासकीय नौकरी में कोर्स से मिली नॉलेज कितनी सहायक होगी? इन सबकी जानकारी अभिभावक और छात्रों को देनी होगी।

सिलसिला यहीं नहीं थमेगा। इस पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट डिटेल में बनानी होगी। जिसे बाद में लीड कॉलेज प्राचार्य की सहमति के बाद उच्च शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा। शिक्षकों के अनुसार छात्र और उनके अभिभावक कॉलेज में आ तो रहे हैं, ले किन उनके सवालों ने मुसीबत बढ़ा दी है। उनका एक ही सवाल है कि कोर्स में दाखिला तो वे छात्र-छात्राओं को दिलवा देंगे, ले किन नौकरी की क्या गारंटी है? इस दौरान कई अभिभावकों ने तो पिछले दो साल में छात्रों को सरकारी योजनाओं के तहत दिलाई गई नोकरी का ब्यौरा भी मांग लिया। जिसने शिक्षकों की मुसीबत बढ़ा दी है।

डाटा मिलने के बाद होगा निरीक्षण

सरकारी कॉलेजों को स्नातक और स्नातकोत्तर की स्वीकृत सीटों पर शत-प्रतिशत प्रवेश देने का लक्ष्य रखा गया है। इसे पूरा करने के लिए ही कॉलेज चलो अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत कॉलेज शिक्षकों को स्कूलों, अभिभावकों और छात्र-छात्राओं से सतत संपर्क करना होगा। उन्हें यह भी बताना होगा कि कितने स्कूल, अभिभावक और छात्रों से संपर्क किया गया। कॉलेज प्राचार्यों से कहा गया है कि उपरोक्त अभियान के अंतर्गत प्रचार-प्रसार व तैयारियों को लेकर कॉलेजों द्वारा क्या कार्रवाई की गई, इसका ब्योरा तैयार रखें, ताकि विभागीय अधिकारियों द्वारा कॉलेजों के निरीक्षण एवं समीक्षा के दौरान वे देख सकें।

सांकेतिक चित्र

ये जानकारी भेजनी होगी

सरकारी कॉलेजों को कॉलेज चलो अभियान के तहत की गई कार्रवाई के संबंध में उच्च शिक्षा विभाग को 17 जून तक प्रपत्र में वर्ष 18-19 में स्नातक - स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश संख्या, सत्र 19-20 की प्रवेश प्रक्रिया के लिए खोले गए सत्यापन सेंटर, संपर्क किए गए स्कूलों के नाम,संख्या, अभिभावकों और छात्रों की संख्या, अभिभावकों के मोबाइल नंबर, नोडल अधिकारी का नाम, शासन की योजनाओं और कॅरियर अवसरों की जानकारी दी गई या नहीं आदि की जानकारी भेजनी होगी।

सही मार्गदर्शन देना है

 कॉलेज चलो अभियान के तहत सभी लीड कॉलेजों से प्रवेश लेने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों की जानकारी मांगी गई है। इस प्रक्रिया का मकसद छात्रों और अभिभावकों की काउंसलिंग कर उन्हें सही मार्गदर्शन देना है। डॉ. धीरेन्द्र शुक्ल, कर्तव्यस्थ अधिकारी, उच्च शिक्षा विभाग

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