भास्कर संवाददाता| अंबिकापुर राज्य सरकार बस्तर व सरगुजा संभागों के आदिवासी इलाकों में करीब ढाई
हजार अतिथि शिक्षकों की नियुक्त करेगी। इसका फैसला पिछले दिनों मुख्यमंत्री
भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया था।
सरकार इसकी भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करेगी।
बताया गया कि भर्ती में स्थानीय, योग्य व पात्र उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलेगी। आदिवासी इलाकों में विज्ञान, गणित व मैथ्स के शिक्षकों की कमी है। नियमित शिक्षकों की नियुक्तियों में विलंब हो सकता है इस वजह से अतिथि शिक्षकों की भर्ती होगी, ताकि नए सत्र से बच्चों को शिक्षक मिल सके। इनकी नियुक्ति में पंचायतों की भूमिका होगी।
उनका मानदेय भी तय किया जा रहा है। भाजपा सरकार के समय इन इलाकों में आउट सोर्सिंग के जरिए शिक्षकों को नियुक्त किया गया था। इसे लेकर विपक्ष दलों ने काफी हंगामा किया था। विधानसभा में भी यह मुद्दा उठा था। आउटसोर्सिंग से भी भर्ती के बाद काफी पद खाली रह गए थे। बताते हैं कि कई दफे विज्ञापन जारी करने के बाद भी आदिवासी इलाकों में शिक्षक नहीं मिल रहे।
बताया गया कि भर्ती में स्थानीय, योग्य व पात्र उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलेगी। आदिवासी इलाकों में विज्ञान, गणित व मैथ्स के शिक्षकों की कमी है। नियमित शिक्षकों की नियुक्तियों में विलंब हो सकता है इस वजह से अतिथि शिक्षकों की भर्ती होगी, ताकि नए सत्र से बच्चों को शिक्षक मिल सके। इनकी नियुक्ति में पंचायतों की भूमिका होगी।
उनका मानदेय भी तय किया जा रहा है। भाजपा सरकार के समय इन इलाकों में आउट सोर्सिंग के जरिए शिक्षकों को नियुक्त किया गया था। इसे लेकर विपक्ष दलों ने काफी हंगामा किया था। विधानसभा में भी यह मुद्दा उठा था। आउटसोर्सिंग से भी भर्ती के बाद काफी पद खाली रह गए थे। बताते हैं कि कई दफे विज्ञापन जारी करने के बाद भी आदिवासी इलाकों में शिक्षक नहीं मिल रहे।