जिले में सरकारी हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल हैं। इसमें 25 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। हिंदी, गणित, विज्ञान, इतिहास की पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन कलाओं को लेकर कोई पाठ्यक्रम नहीं है।
विद्यार्थियों में भारतीय कला के माध्यम से धर्म और संस्कृति से जोड़ने का काम किया जाएगा। साथ ही बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी व्यायाम से जोड़ा जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को योग, प्राणायाम सिखाया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न खेलों के लिए भी प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा। निजी स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी निखरेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी जगह से स्कूलों की जानकारी मंगवाई। जहां अन्य पदों के रिक्त पद थे, उनके भी आंकड़े भर्ती के लिए मंगवाए थे। इसकी जानकारी जिला शिक्षा केंद्र से भेजी गई है। इसमें संगीत, व्यायाम और प्रयोग शाला शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। इसको लेकर विभागीय अधिकारियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। जिससे बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जा सके।
योजना
जिले के सरकारी हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में होगी शिक्षकों की भर्ती, प्रदेश स्तर पर होगी परीक्षा
सफाई पर हर माह खर्च होंगे 6 हजार रुपए
स्कूलों के विभागीय कामों को निपटाने के लिए संविदा सहायक ग्रेड.3 और डाटा एंट्री ऑपरेटर की भर्ती करेंगे। इसकी व्यवस्था आउट सोर्सिंग से की जाएगी। शाला प्रबंधन व्यवस्था के तहत साफ-सफाई पर 6 हजार रुपए हर माह खर्च किया जाएगा। विद्यार्थियों में भारतीय कला के माध्यम से धर्म और संस्कृति से जोड़ने का काम किया जाएगा। साथ ही बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी व्यायाम से जोड़ा जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को योग प्राणायाम सिखाया जाएगा।
स्कूलों में होना है 3 विषयों के शिक्षकों की भर्ती
भोपाल संचालनालय से तीन नए विषयों के शिक्षकों की भर्ती होना है। इसके लिए प्रदेश स्तर पर परीक्षा होगी। इसके बाद अगली प्रक्रिया शुरू की जाएगी। -आरपी सेन, जिला शिक्षा अधिकारी रायसेन