रतलाम । प्रदेश की शिवराज सरकार ने संविदा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। इससे रतलाम जिले में संविद शिक्षकों के रूप में भर्ती की बाट जोह रहे करीब 50 हजार युवाओं के सपनों पर पानी फिर गया है। सरकार के नए फैसले से स्कूलों में शिक्षकों की जरूरत ही समाप्त हो जाएगी।
सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में स्मार्ट क्लास लगेंगी। एक ही शिक्षक एक साथ कई स्कूलों में पढ़ाएगा। यह तकनीक पहले कुछ निजी स्कूलों और मैनेजमेंट कॉलेजों में अपनाई जा रही थी। इससे सरकार ने अब अपने स्कूलों में लागू करने की तैयारी कर ली है। सरकार की इस योजना के लागू होने के बाद स्कूलों में शिक्षकों की कमी ही समाप्त हो जाएगी। सरकार इसके लिए गेस्ट टीचर से काम चलाएगी। फिलहाल भर्ती प्रक्रिया को स्थगित रखा गया है।
patrika
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अमर वरधानी ने बताया कि इसके लिए शासन की ओर से निर्देश मिलें हैं। वर्चुअल क्लास के लिए तैयारी की जा रही है। अतिथि शिक्षक संघ से जुड़े राहुल शर्मा ने बताया कि सरकार के इस फैसले से सामान्य युवाओं की नौकरियां जाएंगी। मौके कम होंगे, इसमें प्रोफेसनल्स एक से अधिक स्कूलों में पढ़ाएंगे। इसे बाद Óयादा से Óयादा स्कूलों में लागू कर दिया जाएगा।
योजना के अनुसार पहले चरण में 20 स्कूलों को स्मार्ट स्कूल में तब्दील किया जाएगा। यदि सक्सेज फुल योजना रही तो इसे पूरे जिले या फिर पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। एक निजी कंपनी के सहयोग से इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी है। स्कूलों की 9वीं से 12वीं तक की क्लासेस को शामिल किया गया है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास के लिए कमरे तैयार हो गए हैं, जो आगामी कुछ महीनों में शुरू हो सकते हैं। क्लास को स्मार्ट बनाने का काम बीएसएनएल द्वारा किया जा रहा है।
मॉनीटरिंग कमेटी भी बनेगी
स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई की निगरानी के लिए एक मॉनीटरिंग कमेटी भी बनेगी। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कुछ जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है।
patrika
गेस्ट फैकल्टी रखे जाएंगे
इन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या बहुत ही कम रहेगी, उनमें एक्सपर्ट नहीं हैं। इसलिए गेस्ट फैकल्टी रखे जाएंगे। ये गेस्ट फैकल्टी विषय विशेषज्ञ होंगे, जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक साथ सभी स्कूलों में एक साथ ब"ाों को पढ़ाएंगे। इसके अलावा जो विषय विशेपज्ञ हैं उनकी सेवाएं भी ली जाएंगीं। पूरी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए स्कूलों में सर्विलांस कैमरा भी लगाए जाएंगे।
सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में स्मार्ट क्लास लगेंगी। एक ही शिक्षक एक साथ कई स्कूलों में पढ़ाएगा। यह तकनीक पहले कुछ निजी स्कूलों और मैनेजमेंट कॉलेजों में अपनाई जा रही थी। इससे सरकार ने अब अपने स्कूलों में लागू करने की तैयारी कर ली है। सरकार की इस योजना के लागू होने के बाद स्कूलों में शिक्षकों की कमी ही समाप्त हो जाएगी। सरकार इसके लिए गेस्ट टीचर से काम चलाएगी। फिलहाल भर्ती प्रक्रिया को स्थगित रखा गया है।
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प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अमर वरधानी ने बताया कि इसके लिए शासन की ओर से निर्देश मिलें हैं। वर्चुअल क्लास के लिए तैयारी की जा रही है। अतिथि शिक्षक संघ से जुड़े राहुल शर्मा ने बताया कि सरकार के इस फैसले से सामान्य युवाओं की नौकरियां जाएंगी। मौके कम होंगे, इसमें प्रोफेसनल्स एक से अधिक स्कूलों में पढ़ाएंगे। इसे बाद Óयादा से Óयादा स्कूलों में लागू कर दिया जाएगा।
योजना के अनुसार पहले चरण में 20 स्कूलों को स्मार्ट स्कूल में तब्दील किया जाएगा। यदि सक्सेज फुल योजना रही तो इसे पूरे जिले या फिर पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। एक निजी कंपनी के सहयोग से इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी है। स्कूलों की 9वीं से 12वीं तक की क्लासेस को शामिल किया गया है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास के लिए कमरे तैयार हो गए हैं, जो आगामी कुछ महीनों में शुरू हो सकते हैं। क्लास को स्मार्ट बनाने का काम बीएसएनएल द्वारा किया जा रहा है।
मॉनीटरिंग कमेटी भी बनेगी
स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई की निगरानी के लिए एक मॉनीटरिंग कमेटी भी बनेगी। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कुछ जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है।
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गेस्ट फैकल्टी रखे जाएंगे
इन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या बहुत ही कम रहेगी, उनमें एक्सपर्ट नहीं हैं। इसलिए गेस्ट फैकल्टी रखे जाएंगे। ये गेस्ट फैकल्टी विषय विशेषज्ञ होंगे, जो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक साथ सभी स्कूलों में एक साथ ब"ाों को पढ़ाएंगे। इसके अलावा जो विषय विशेपज्ञ हैं उनकी सेवाएं भी ली जाएंगीं। पूरी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए स्कूलों में सर्विलांस कैमरा भी लगाए जाएंगे।