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संविदा शिक्षक भर्ती में रोड़ा बनेगी यह कमियां,विवि को देना होगा ध्यान, उम्मीदवारों की बड़ी टेंशन

सागर. डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि पर अक्सर देर से परीक्षाएं आयोजित कराने और देर से रिजल्ट ओपन करने के आरोप लगते आए हैं। एेसा ही कुछ बीएड और एमएड के अंतिम वर्ष की परीक्षा परिणाम घोषित न करने पर लग रहा है।
दरअसल, ७ महीने पहले हुए इन दोनों कोर्स की परीक्षाएं हुई थीं, लेकिन विवि प्रशासन ने अभी तक परिणाम घोषित नहीं किए हैं। छात्रों की परेशानी यह है कि जनवरी में संविदा शिक्षकों की भर्ती शुरू हो जाएगी। यदि विवि प्रशासन समय रहते परीक्षा परिणाम घोषित नहीं करता है तो उनके शिक्षक बनने का सपना टूट जाएगा। छात्रों का आरोप है कि नतीजे एक से डेढ़ महीने में घोषित हो सकते थे, लेकिन विवि प्रशासन जानबूझकर लेट लतीफी कर रहा है। गौरतलब है कि विवि से संबद्ध रहे ७८ कॉलेजों के बीएड और एमएड फेल छात्रों को जनवरी २०१७ में एक मौका दिया गया था। ये वे छात्र थे जो वार्षिक कोर्स के जरिए बीएड और एमएडी कर रहे थे, लेकिन सभी फेल हो गए थे। विवि प्रशासन द्वारा नए सत्र से यह कोर्स सेमेस्टर के जरिए कराने का निर्णय लिया था। यह छात्र वर्ष ०१४-१५ के थे।
विवि की लेटलतीफी के चलते छह सौ छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। जनवरी महीने में नोटिफिकेशन जारी होने के बाद मई में यह परीक्षा हुई थी। तभी से परीक्षा परिणाम घोषित होने का यह छात्र इंतजार कर रहे हैं। कई छात्रों का कहना है कि नतीजे घोषित न होने के कारण वे संविदा भर्ती की तैयारी भी नहीं कर पा रहे हैं। करीब एक साल पहले कुलपति प्रो. आरपी तिवारी के निर्देश पर इन्हें परीक्षा में बैठने मिला था।
इस वजह से दिया था मौका
विवि में बीएड और एमएड कोर्स को सेमेस्टर सिस्टम से जुडऩे के लिए यह कदम उठाया गया था। उसी समय इन छात्रों के परीक्षा परिणाम घोषित हुए थे, लेकिन यह फेल थे। विवि ने इन्हें एक मौका दिया था। वर्ष २०१४-१५ बैच के बीएड-एमएड के फेल छात्रों की परीक्षाएं करा दी थीं। विवि ने ५ जनवरी को नोटीफिकेशन जारी भी कर दिया था। साथ ही परीक्षा मई में संपन्न करा दी थी।

& 45 कॉलेजों ने ही इंटरनल एग्जाम के नंबर भेजे हैं। इस वजह से रिजल्ट घोषित नहीं कर पा रहे हैं। रिमाइंडर भेजा है। दो से चार दिनों में रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे।
सुरेंद्र गादेवार, परीक्षा नियंत्रक

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