Advertisement

जनशिक्षकों ने किया प्राचार्य के नाम फर्जी काम, कर दिया शिक्षकों का ट्रांसफर

इंदौर. शिक्षा विभाग द्वारा उन शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है, जो स्कूलों की जरूरत से ज्यादा हैं। इन अतिशेष शिक्षकों की सूची तैयार करने की जिम्मेदारी संकुल को दी गई है। इंदौर के 23 संकुल ने पोर्टल पर सूची जारी कर दी है। जिन्होंने अपलोड नहीं की, उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
इधर, जब अतिशेष शिक्षकों की सूची तैयार ही की जा रही थी, रालामंडल के दो जन शिक्षकों ने मनमानी कर दी। इन्होंने रालामंडल संकुल के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्कूल नायता मुंडला का निरीक्षण किया और प्राचार्य का नाम लेकर शिक्षकों को संकुल में ट्रंासफर कर दिया। अब शिक्षक न स्कूल के रहे, न संकुल के।
यह है मामला
कुछ दिन पहले प्राथमिक स्कूल नायता मुंडला का निरीक्षण जन शिक्षक राजेंद्र राणा और विजय राम भगत ने किया। निरीक्षण के बाद दोनों ने स्कूल एचएम माधुरी व्यास के नाम टीप लिखकर दी। इसमें कहा कि स्कूल में पदस्थ शिक्षक आसिफ खान, रजिया खान और सतेंद्र सिंह खनूजा अतिशेष हैं, उन्हें कार्यमुक्त किया जाए। व्यास ने तीनों को कार्यमुक्त कर दिया, जबकि ऐसा करने का अधिकार जनशिक्षक को है ही नहीं।
मुझे राणा ने फंसा दिया
जन शिक्षक भगत ने बताया कि मुझे जन शिक्षक राजेंद्र राणा ने ही उक्त स्कूल जाने के लिए कहा था। हमने वहां स्कूल का अवलोकन किया। इसके बाद मैंने लेटर पर स्कूल व्यवस्था संबंधित दो टिप लिखीं और साइन कर दी। राणा ने ही यहां के तीन शिक्षकों को अतिशेष बताकर संकुल में भेजने के लिए टिप लिखी, जबकि जन शिक्षक को इसका अधिकार ही नहीं है। मैंने राणा से पूछा भी, तो उन्होंने कहा कि संकुल प्राचार्य ने मौखिक आदेश दिए हैं, इसके बाद मैं चुप हो गया।
अभी तक अतिशेष शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश ही जारी नहीं हुआदो जन शिक्षकों ने संकुल प्राचार्य के नाम पर फर्जी तरीके से कर दिया शिक्षकों को बाहर
न स्कूल में काम करने दे रहे, न संकुल में तीनों शिक्षक अब न ही स्कूल जा पा रहे हैं, न ही संकुल में, क्योंकि स्कूल से यह कार्यमुक्त हो चुके हैं और संकुल में जॉइनिंग नहीं दी जा रही है।जनशिक्षक ने लिखा, इसलिए कर दिया कार्यमुक्तप्राथमिक स्कूल नायता मुंडला एचएम माधुरी व्यास ने बताया कि जन शिक्षक राजेंद्र राणा और विजय राम भगत ने निरीक्षण कर लिखित में तीन शिक्षकों को कार्यमुक्त करने को कहा था, तो हमने कार्यमुक्त कर दिया। उन्होनें प्राचार्य के आदेश की कॉपी नहीं दी।
मुझे तो संकुल प्राचार्य ने भेजा था
संकुल प्राचार्य द्वारा ही मुझे उक्त स्कूल भेज कर शिक्षकों को कार्यमुक्त करने के लिए कहा गया था। मैंने प्राचार्य को साथ चलने के लिए भी कहा था, क्योंकि यह मेरे कार्य क्षेत्र में नहीं आता है, लेकिन प्राचार्य के कहने पर ही मैं वहां गया था।
राजेंद्र राणा, जन शिक्षक, रालामंडल
मामला बहुत गंभीर है। जन शिक्षक को तत्काल निलंबित किया जाएगा। इस तरह जन शिक्षक किसी का ट्रांसफर कैसे कर सकता है। यह काम तो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का है। सुधीर सिंह कौशल, जिला शिक्षा अधिकारी

संकुल के कुछ स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए जन शिक्षक को अस्थायी व्यवस्था करने को मौखिक रूप से कहा था, लेकिन जिस तरह से जन शिक्षक ने स्कूलों के शिक्षक को कार्य मुक्त कराया, गलत है। संध्या, संकुल प्राचार्य, रालामंडल

UPTET news

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Facebook