राजगढ़| शिक्षा सत्र प्रारंभ हुए एक माह होने वाला है, लेकिन अतिथि शिक्षकों
को फिर से रखने के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं हुए है, जिससे न केवल
स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि आदेश नहीं आने से
अतिथि शिक्षक भी बेकार बैठे हैं।
ऐसी स्थिति में कई स्कूल तो शिक्षकों के अभाव में लग तक नहीं पा रहे है।
जिले भर के सरकारी प्राथमिक, माध्यमिक और हायर सेकंडरी शिक्षकों के 11 सौ से अधिक पद खाली पड़े है। इन खाली पदों पर पिछले तीन सालों से भर्ती नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में शिक्षा विभाग को स्कूलों में अतिथि शिक्षकों को रखकर काम चलाना पड़ रहा है। इन अतिथि शिक्षकों का कार्यकाल मार्च में खत्म हो गया था। उन्हें जून-जुलाई में फिर से रखा जाना था, लेकिन अतिथि शिक्षकों को रखने के संबंध में शासन द्वारा अब तक किसी भी प्रकार का आदेश नहीं निकाला है। स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं बन पा रही है।

अतिथि शिक्षकों को फिर
से रखने के संबंध में नए आदेश अब तक नहीं आए है। आदेश आने के बाद स्कूलों
में अतिथि शिक्षकों को रखा जा सकेगा। -एसके मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी
राजगढ़।
ऐसी स्थिति में कई स्कूल तो शिक्षकों के अभाव में लग तक नहीं पा रहे है।
जिले भर के सरकारी प्राथमिक, माध्यमिक और हायर सेकंडरी शिक्षकों के 11 सौ से अधिक पद खाली पड़े है। इन खाली पदों पर पिछले तीन सालों से भर्ती नहीं हुई है। ऐसी स्थिति में शिक्षा विभाग को स्कूलों में अतिथि शिक्षकों को रखकर काम चलाना पड़ रहा है। इन अतिथि शिक्षकों का कार्यकाल मार्च में खत्म हो गया था। उन्हें जून-जुलाई में फिर से रखा जाना था, लेकिन अतिथि शिक्षकों को रखने के संबंध में शासन द्वारा अब तक किसी भी प्रकार का आदेश नहीं निकाला है। स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं बन पा रही है।

