कराहल | विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को अब पढ़ाई के लिए सीडब्लूएसएन स्कूल
में श्योपुर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गांव के स्कूल में ही मूक-बधिर एवं
नेत्रहीन बच्चों को ब्रेनलिपि व सांकेतिक भाषा में पढ़ाने की सुविधा
मिलेगी।
विशेष आवश्यकता वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए कराहल सहित जिले में 50 स्कूल का चयन किया गया है। इसके लिए जिला शिक्षा केन्द्र एवं डाइट द्वारा चयनित स्कूल के एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन शिक्षकों को श्रवणबाधित, मूकबधिर एवं नेत्रहीन बच्चों को खासतौर पर पढ़ाने के लिए ब्रेनलिपि व सांकेतिक भाषा में शिक्षण कार्य की ट्रेनिंग दी गई है।
विशेष आवश्यकता वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए कराहल सहित जिले में 50 स्कूल का चयन किया गया है। इसके लिए जिला शिक्षा केन्द्र एवं डाइट द्वारा चयनित स्कूल के एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन शिक्षकों को श्रवणबाधित, मूकबधिर एवं नेत्रहीन बच्चों को खासतौर पर पढ़ाने के लिए ब्रेनलिपि व सांकेतिक भाषा में शिक्षण कार्य की ट्रेनिंग दी गई है।