राजगढ़ . प्रदेश सरकार द्वारा जनता की शिकायतों का त्वरित निराकरण करने को लेकर 181 योजना शुरू की थी। इसमें निचले स्तर पर विभाग और कलेक्टर के बाद इन शिकायतों को संबंधित विभागों के प्रमुख सचिवों द्वारा हल किया जाना था, लेकिन अभी तक जिले में 4405 शिकायतें लंबित पड़ी हुई है।
जिनका निराकरण नहीं हो रहा। खास बात यह है कि इन शिकायतों में से 493 एल-2 में और 408 एल-3 जबकि 2201 शिकायतें एल-4 में चल रही है। जिनमें विभाग द्वारा किए गए निराकरणों से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। जिनकी सुनवाई विभाग के प्रमुख अधिकारी कर रहे है। इसके बाद भी यदि प्रकरणों में सुनवाई नहीं हो रही तो यह योजना भी अन्य योजनाओं की तरह सिर्फ दिखावा ही नजर आने लगती है।
कुछ शिकायतें भी अनसुलझी
181 पर की जाने वाली शिकायतों में से कुछ शिकायतें ऐसी भी है। जिनका निराकरण शिकायतों को बंद करके ही हो रहा है। जिनमें अपात्र लोगों द्वारा बीपीएल कार्ड की मांग करना, पात्र न होने के बावजूद शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ जिनमें लोन, आवास या फिर नौकरी आदि शामिल है।
सभी विभागों की 100 से अधिक शिकायतें
4405 शिकायतों में जिले का एक भी विभाग ऐसा नहीं है। जिसकी शिकायतें 181 पर न हुई हो। एक तरफ जहां वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन और राजीव गांधी जल ग्रहण के अलावा डेयरी और तकनीकी शिक्षा विभाग की शिकायतें एक या दो ही है। वहीं नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा शिकायतें बैंकों से जुड़ी है। जबकि कई विभाग ऐसे है जिनकी 100 से भी ज्यादा शिकायतें लंबित है।
सबसे ज्यादा शिकायतों वाले विभाग
विभाग शिकायतें
लीड बैंक-संस्थागत वित्त 641
शिक्षा विभाग 486
संस्थागत वित्त 335
मनरेगा 204
पीएचई 225
संस्थागत वित्त 335
सामान्य प्रशासन 140
पंचायती राज 197
नगरीय निकाय 169
राज्य शिक्षा केन्द्र 152
हमारी तरफ से तो हमने जवाब दे दिया है, लेकिन शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। इसके कारण शिकायतें दिख रही है। इसमें हम क्या कर सकते है।
रामेश्वर पंवार, लीड बैंक मैनेजर राजगढ़
मुझे जिले का प्रभार संभाले कुछ ही समय हुआ है, लेकिन कोशिश है कि तेजी से इन शिकायतों का निराकरण किया जाए।
राजेश जैन, सीईओ जिपं.राजगढ़
यह बात सही है कि विभाग की कई शिकायतें लंबी है, लेकिन इनमें अधिकांश शिकायतें छात्रवृत्ति से जुड़ी है। जिनका निकाल हो गया है, लेकिन बैंक द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा। पहले इनके एकाउंट नंबर गलत हो गए थे।
एसके मिश्रा, जिला शिक्षाधिकारी राजगढ़
जिनका निराकरण नहीं हो रहा। खास बात यह है कि इन शिकायतों में से 493 एल-2 में और 408 एल-3 जबकि 2201 शिकायतें एल-4 में चल रही है। जिनमें विभाग द्वारा किए गए निराकरणों से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। जिनकी सुनवाई विभाग के प्रमुख अधिकारी कर रहे है। इसके बाद भी यदि प्रकरणों में सुनवाई नहीं हो रही तो यह योजना भी अन्य योजनाओं की तरह सिर्फ दिखावा ही नजर आने लगती है।
कुछ शिकायतें भी अनसुलझी
181 पर की जाने वाली शिकायतों में से कुछ शिकायतें ऐसी भी है। जिनका निराकरण शिकायतों को बंद करके ही हो रहा है। जिनमें अपात्र लोगों द्वारा बीपीएल कार्ड की मांग करना, पात्र न होने के बावजूद शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ जिनमें लोन, आवास या फिर नौकरी आदि शामिल है।
सभी विभागों की 100 से अधिक शिकायतें
4405 शिकायतों में जिले का एक भी विभाग ऐसा नहीं है। जिसकी शिकायतें 181 पर न हुई हो। एक तरफ जहां वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन और राजीव गांधी जल ग्रहण के अलावा डेयरी और तकनीकी शिक्षा विभाग की शिकायतें एक या दो ही है। वहीं नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा शिकायतें बैंकों से जुड़ी है। जबकि कई विभाग ऐसे है जिनकी 100 से भी ज्यादा शिकायतें लंबित है।
सबसे ज्यादा शिकायतों वाले विभाग
विभाग शिकायतें
लीड बैंक-संस्थागत वित्त 641
शिक्षा विभाग 486
संस्थागत वित्त 335
मनरेगा 204
पीएचई 225
संस्थागत वित्त 335
सामान्य प्रशासन 140
पंचायती राज 197
नगरीय निकाय 169
राज्य शिक्षा केन्द्र 152
हमारी तरफ से तो हमने जवाब दे दिया है, लेकिन शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। इसके कारण शिकायतें दिख रही है। इसमें हम क्या कर सकते है।
रामेश्वर पंवार, लीड बैंक मैनेजर राजगढ़
मुझे जिले का प्रभार संभाले कुछ ही समय हुआ है, लेकिन कोशिश है कि तेजी से इन शिकायतों का निराकरण किया जाए।
राजेश जैन, सीईओ जिपं.राजगढ़
यह बात सही है कि विभाग की कई शिकायतें लंबी है, लेकिन इनमें अधिकांश शिकायतें छात्रवृत्ति से जुड़ी है। जिनका निकाल हो गया है, लेकिन बैंक द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा। पहले इनके एकाउंट नंबर गलत हो गए थे।
एसके मिश्रा, जिला शिक्षाधिकारी राजगढ़