करीब तीन माह की देरी से ही सही, लेकिन अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग
प्रक्रिया शुक्रवार से एक्सीलेंस स्कूल में शुरु हो गई। पहले दिन जिले भर
की प्राइमरी स्कूल की महिला अतिशेष शिक्षकों को बुलाया गया था। कुल 70
महिला शिक्षकों में से 63 उपस्थित हुईं।
इनमें से 62 को संकुल एवं नजदीकी संकुल में उपलब्ध रिक्त स्थानों पर पसंद के हिसाब से स्कूल दिए गए।
डीईओ आरएन शुक्ला ने बताया कि अनुपस्थित 7 शिक्षिकाओं का विभाग खुद फैसला करेगा। काउंसिलिंग स्थल पर ही अतिशेष शिक्षकों की सूची एवं स्कूलों में रिक्त स्थानों की सूची चस्पा की गई थी। मिडिल की सूची मंगलवार को चस्पा होगी।
शनिवार को प्राइमरी के 6 ब्लॉकों के 102 पुरुष शिक्षकों को बुलाया गया है। शनिवार को सागर, रहली, बंडा, शाहगढ़, देवरी एवं केसली विकासखंड के शिक्षकों की काउंसिलिंग होगी। स्कूल पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर दिए जा रहे हैं। शेष ब्लॉक की काउंसिलिंग सोमवार को होगी।
एक को राहत, दो के डॉक्यूमेंट मंगाए : सागर ब्लाक की एक शिक्षक ने बताया कि वह उर्दू की शिक्षक है। नजदीकी स्कूल में यह विषय भी नहीं है। इसके बाद कमेटी ने उन्हें राहत देते हुए अतिशेष से अलग मानकर संबंधित स्कूल में ही बने रहने को कहा। एक शिक्षक ने कहा कि उसे अपने स्कूल का वह नजदीकी स्कूल दिया जाए, जहां एक शिक्षक की मृत्यु के कारण जगह खाली हो गई है, लेकिन यहां दर्शाई नहीं जा रही है। इस पर संबंधित संकुल प्राचार्य से दस्तावेज मंगाए हैं। इसी प्रकार एक शिक्षक ने कहा कि वह अभी संविदा हैं, नियमितीकरण नहीं हुआ है। उनके भी दस्तावेज मंगाए हैं।
इनमें से 62 को संकुल एवं नजदीकी संकुल में उपलब्ध रिक्त स्थानों पर पसंद के हिसाब से स्कूल दिए गए।
डीईओ आरएन शुक्ला ने बताया कि अनुपस्थित 7 शिक्षिकाओं का विभाग खुद फैसला करेगा। काउंसिलिंग स्थल पर ही अतिशेष शिक्षकों की सूची एवं स्कूलों में रिक्त स्थानों की सूची चस्पा की गई थी। मिडिल की सूची मंगलवार को चस्पा होगी।
शनिवार को प्राइमरी के 6 ब्लॉकों के 102 पुरुष शिक्षकों को बुलाया गया है। शनिवार को सागर, रहली, बंडा, शाहगढ़, देवरी एवं केसली विकासखंड के शिक्षकों की काउंसिलिंग होगी। स्कूल पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर दिए जा रहे हैं। शेष ब्लॉक की काउंसिलिंग सोमवार को होगी।
एक को राहत, दो के डॉक्यूमेंट मंगाए : सागर ब्लाक की एक शिक्षक ने बताया कि वह उर्दू की शिक्षक है। नजदीकी स्कूल में यह विषय भी नहीं है। इसके बाद कमेटी ने उन्हें राहत देते हुए अतिशेष से अलग मानकर संबंधित स्कूल में ही बने रहने को कहा। एक शिक्षक ने कहा कि उसे अपने स्कूल का वह नजदीकी स्कूल दिया जाए, जहां एक शिक्षक की मृत्यु के कारण जगह खाली हो गई है, लेकिन यहां दर्शाई नहीं जा रही है। इस पर संबंधित संकुल प्राचार्य से दस्तावेज मंगाए हैं। इसी प्रकार एक शिक्षक ने कहा कि वह अभी संविदा हैं, नियमितीकरण नहीं हुआ है। उनके भी दस्तावेज मंगाए हैं।