डिंडौरी। ब्यूरो विज्ञान विषय के प्रति जिले के सरकारी स्कूलों के
प्राचार्य लापरवाही बरत रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण जादू नहीं विज्ञान है,
समझना समझाना आसान है कार्यक्रम के तहत 30 दिसंबर को हुए जिला स्तरीय
प्रशिक्षण में संबंधित विषय के शिक्षकों को प्राचार्यों द्वारा न भेजने से
सामने आया।
जिले के 161 स्कूलों में से 45 स्कूलों के प्राचार्यों ने किसी भी शिक्षक को प्रशिक्षण में नहीं भेजा। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इस तरह की लापरवाह कार्यप्रणाली के लिए 45 हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस शनिवार को जारी कर दिया गया है।
इनको जारी किया नोटिस
मॉडल स्कूल अमरपुर, मॉडल स्कूल करंजिया, मॉडल स्कूल मेहंदवानी, उत्कृष्ट मेहंदवानी, हाई स्कूल जल्दाबौना, सरवाही माल, धुरकुटा, बटौंधा, पड़रिया कला, मूसामुण्डी, सैलवार, झनकी, जुगदेई, मेढ़ाखार, सेनगुड़ा, चौबीसा, चर्राटोला, कुकर्रामठ, भालापुरी, गौराकन्हारी, पायलीघुघरी, मोहराकला, कछारी, कौआझिर, बढ़ईगढ़, कस्तूरीपिपरिया, बरौंदीमाल, गौरैया, संग्रामपुर, बांसा, मोहनी, रयपुरा शहपुरा, कन्या हाईस्कूल बिछिया के प्राचार्यों को नोटिस जारी किया है। कन्या हायर सेकंडरी स्कूल बजाग, कन्या समनापुर, हायर सेकंडरी स्कूल जमगांव, अझवार, नेवसा पोंडी, गोरखपुर, रूसा, धिरवनकला, मानिकपुर, झगरहटा, बिछिया व कन्या हायर सेकंडरी शहपुरा के प्राचार्यों से भी जवाब मांगा गया है।
सोशल साइड पर भी भेजी सूचना
कार्यक्रम में तहत आयोजित जिला स्तरीय प्रशिक्षण को उद्देश्य हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों के गणित, विज्ञान अथवा विज्ञान विषय में रूचि रखने वाले एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षित करना था। प्रशिक्षण के बाद शिक्षक विभिन्न चमत्कारों के पीछे निहित विज्ञान को समझाकर उन गतिविधियों को विद्यार्थियों से कराते, लेकिन जिला मुख्यालय में हुए प्रशिक्षण में 45 स्कूलों के शिक्षक पहुंचे ही नहीं। प्रशिक्षण के आदेश को राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में भी 24 दिसंबर को पोस्ट कर प्राचार्यों को सूचना दी गई थी। आदेश को समूह में जुड़े 161 में से 157 लोगों ने देखा भी था। विकासखंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से भी प्रशिक्षण की जानकारी प्राचार्यों भेजी गई थी। इसका उल्लेख भी प्राचार्यों को जारी नोटिस में किया गया है।
13 तक जवाब देने का समय तय
नोटिस में कहा गया कि शिक्षकों के प्रशिक्षण में गैरहाजिर रहने से उनकी संस्था के विद्यार्थी राज्य सरकार की मंशा के अनुसार विज्ञान विषय से अवगत नहीं हो पाएंगे। शिक्षकों के न पहुंचने का उचित कारण बताने के लिए नोटिस जारी कर 13 जनवरी तक प्राचार्यों को जवाब देने की समय सीमा तय की गई है। निर्धारित समय व उचित कारण न प्रस्तुत करने पर प्राचार्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को पत्र भेजने की बात कही गई है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी केके पटेल का कहना है कि प्रशिक्षण में प्रशिक्षकों को न भेजने पर लापरवाही बरतने वाले 45 स्कूल के प्राचार्यों को नोटिस जारी कर 13 जनवरी तक जवाब देने को कहा गया है। जवाब आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिले के 161 स्कूलों में से 45 स्कूलों के प्राचार्यों ने किसी भी शिक्षक को प्रशिक्षण में नहीं भेजा। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इस तरह की लापरवाह कार्यप्रणाली के लिए 45 हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस शनिवार को जारी कर दिया गया है।
इनको जारी किया नोटिस
मॉडल स्कूल अमरपुर, मॉडल स्कूल करंजिया, मॉडल स्कूल मेहंदवानी, उत्कृष्ट मेहंदवानी, हाई स्कूल जल्दाबौना, सरवाही माल, धुरकुटा, बटौंधा, पड़रिया कला, मूसामुण्डी, सैलवार, झनकी, जुगदेई, मेढ़ाखार, सेनगुड़ा, चौबीसा, चर्राटोला, कुकर्रामठ, भालापुरी, गौराकन्हारी, पायलीघुघरी, मोहराकला, कछारी, कौआझिर, बढ़ईगढ़, कस्तूरीपिपरिया, बरौंदीमाल, गौरैया, संग्रामपुर, बांसा, मोहनी, रयपुरा शहपुरा, कन्या हाईस्कूल बिछिया के प्राचार्यों को नोटिस जारी किया है। कन्या हायर सेकंडरी स्कूल बजाग, कन्या समनापुर, हायर सेकंडरी स्कूल जमगांव, अझवार, नेवसा पोंडी, गोरखपुर, रूसा, धिरवनकला, मानिकपुर, झगरहटा, बिछिया व कन्या हायर सेकंडरी शहपुरा के प्राचार्यों से भी जवाब मांगा गया है।
सोशल साइड पर भी भेजी सूचना
कार्यक्रम में तहत आयोजित जिला स्तरीय प्रशिक्षण को उद्देश्य हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों के गणित, विज्ञान अथवा विज्ञान विषय में रूचि रखने वाले एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षित करना था। प्रशिक्षण के बाद शिक्षक विभिन्न चमत्कारों के पीछे निहित विज्ञान को समझाकर उन गतिविधियों को विद्यार्थियों से कराते, लेकिन जिला मुख्यालय में हुए प्रशिक्षण में 45 स्कूलों के शिक्षक पहुंचे ही नहीं। प्रशिक्षण के आदेश को राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में भी 24 दिसंबर को पोस्ट कर प्राचार्यों को सूचना दी गई थी। आदेश को समूह में जुड़े 161 में से 157 लोगों ने देखा भी था। विकासखंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से भी प्रशिक्षण की जानकारी प्राचार्यों भेजी गई थी। इसका उल्लेख भी प्राचार्यों को जारी नोटिस में किया गया है।
13 तक जवाब देने का समय तय
नोटिस में कहा गया कि शिक्षकों के प्रशिक्षण में गैरहाजिर रहने से उनकी संस्था के विद्यार्थी राज्य सरकार की मंशा के अनुसार विज्ञान विषय से अवगत नहीं हो पाएंगे। शिक्षकों के न पहुंचने का उचित कारण बताने के लिए नोटिस जारी कर 13 जनवरी तक प्राचार्यों को जवाब देने की समय सीमा तय की गई है। निर्धारित समय व उचित कारण न प्रस्तुत करने पर प्राचार्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को पत्र भेजने की बात कही गई है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी केके पटेल का कहना है कि प्रशिक्षण में प्रशिक्षकों को न भेजने पर लापरवाही बरतने वाले 45 स्कूल के प्राचार्यों को नोटिस जारी कर 13 जनवरी तक जवाब देने को कहा गया है। जवाब आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।