सिवनी. अतिथि
शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से जिले के विकासखण्ड घंसौर से 15 किलोमीटर
दूर स्थित ग्राम पंचायत चरी तथा इससे लगे गांव उमरपानी, मंदुराटोला,
रजगढ़ी पूर्णत: आदिवासी गांव के स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते
शैक्षणिक व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है।
माध्यमिक शाला चरी अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रही थी। शनिवार को अतिथि शिक्षकों के हड़ताल में चले जाने से समूचा स्कूल ही शिक्षक विहीन हो गया। छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह से ठप हो गई। छात्र दिन भर खेलते कूदते रहे।
माध्यमिक शाला चरी में कक्षा छटवीं, सातवीं और आठवीं के लगभग 72 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए यहां तीन अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की गई थी। लेकिन शनिवार से स्कूल में एक भी शिक्षक छात्रों को पढ़ाने नहीं पहुंचा। शिक्षक विहीन स्कूल में किसी भी कक्षा की पढ़ाई नहीं होने से छात्र अपने भविष्य को लेकर खासे चिंतित नजर आए। विद्यार्थियों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। वहीं इससे लगे प्राथमिक शाला चरी में दो शिक्षक पदस्थ हैं।
ग्रामीणों व अभिभावकों ने बताया कि दिसम्बर माह बीतने को है और आगामी माह में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित होंगी। ऐसे में स्कूलों का कोर्स अधूरा पड़ा है और अतिथ शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से माध्यमिक स्कूल की पढ़ाई बुरी तरह से चौपट हो गई है। कलेक्टर से मांग करते हुए कहा है कि शीघ्र ही यहां स्थायी शिक्षक को पदस्थ किया जाए जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
इनका कहना है
उच्चाधिकारियों को स्कूल में अतिथि शिक्षकों के द्वारा शैक्षणिक कार्य किए जाने संबंधी जानकारी से अवगत कराया जा चुका है।
सुमन बरकड़े, सरपंच
ग्राम पंचायत चरी
माध्यमिक शाला चरी अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रही थी। शनिवार को अतिथि शिक्षकों के हड़ताल में चले जाने से समूचा स्कूल ही शिक्षक विहीन हो गया। छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह से ठप हो गई। छात्र दिन भर खेलते कूदते रहे।
माध्यमिक शाला चरी में कक्षा छटवीं, सातवीं और आठवीं के लगभग 72 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए यहां तीन अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की गई थी। लेकिन शनिवार से स्कूल में एक भी शिक्षक छात्रों को पढ़ाने नहीं पहुंचा। शिक्षक विहीन स्कूल में किसी भी कक्षा की पढ़ाई नहीं होने से छात्र अपने भविष्य को लेकर खासे चिंतित नजर आए। विद्यार्थियों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। वहीं इससे लगे प्राथमिक शाला चरी में दो शिक्षक पदस्थ हैं।
ग्रामीणों व अभिभावकों ने बताया कि दिसम्बर माह बीतने को है और आगामी माह में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित होंगी। ऐसे में स्कूलों का कोर्स अधूरा पड़ा है और अतिथ शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से माध्यमिक स्कूल की पढ़ाई बुरी तरह से चौपट हो गई है। कलेक्टर से मांग करते हुए कहा है कि शीघ्र ही यहां स्थायी शिक्षक को पदस्थ किया जाए जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
इनका कहना है
उच्चाधिकारियों को स्कूल में अतिथि शिक्षकों के द्वारा शैक्षणिक कार्य किए जाने संबंधी जानकारी से अवगत कराया जा चुका है।
सुमन बरकड़े, सरपंच
ग्राम पंचायत चरी