भोपाल। नवदुनिया न्यूज प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से आए अतिथि
शिक्षकों ने शनिवार को सेकंड स्टॉप स्थित अंबेडकर जयंती मैदान में धरना
दिया। शाम होते ही अतिथि शिक्षकों को पुलिस ने खदेड़ दिया। वे यहां
नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे।
संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने धरना आयोजित किया था।
यहां करीब दस हजार अतिथि शिक्षक धरने पर बैठे थे। उन्होंने मांग की कि गुरुजियों की तरह अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाकर नियमित किया जाए। जो अतिथि शिक्षक 2005, 2008 और 2011 में व्यापमं द्वारा आयोजित संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में पास हुए हैं और बीएड या डीएड हैं उन्हें तत्काल बिना किसी शर्त के संविदा शिक्षक नियुक्त कर नियमित किया जाए। यह मांग भी की गई कि अतिथि शिक्षकों के सेवाकाल को देखते हुए उन्हें बीएड-डीएड के समकक्ष माना जाए या समय देकर ऑपरेशन क्वालिटी योजना के तहत शिक्षाकर्मी, संविदा शिक्षक व गुरुजियों की तरह डीएलएड करवाया जाए।
पुलिस ने कहा- धरने की अनुमति नहीं है
धरना स्थल पर शाम पांच बजे बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। अतिथि शिक्षकों को कहा गया कि उनके पास अब यहां धरना देने की अनुमति नहीं है। इसलिए वे यहां से चले जाएं या अनुमति पत्र लाए। इसके बाद अतिथि शिक्षकों को यहां से खदेड़ दिया गया। प्रदर्शन कर रहे करतार सिंह यादव ने कहा है कि वे लोग यहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे उन्हें जबर्दस्ती उठाया गया है। प्रदर्शन करने वालों में संतोष करार, केशव भार्गव, नवीन शर्मा सहित हजारों अतिथि शिक्षक शामिल थे।
संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने धरना आयोजित किया था।
यहां करीब दस हजार अतिथि शिक्षक धरने पर बैठे थे। उन्होंने मांग की कि गुरुजियों की तरह अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाकर नियमित किया जाए। जो अतिथि शिक्षक 2005, 2008 और 2011 में व्यापमं द्वारा आयोजित संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में पास हुए हैं और बीएड या डीएड हैं उन्हें तत्काल बिना किसी शर्त के संविदा शिक्षक नियुक्त कर नियमित किया जाए। यह मांग भी की गई कि अतिथि शिक्षकों के सेवाकाल को देखते हुए उन्हें बीएड-डीएड के समकक्ष माना जाए या समय देकर ऑपरेशन क्वालिटी योजना के तहत शिक्षाकर्मी, संविदा शिक्षक व गुरुजियों की तरह डीएलएड करवाया जाए।
पुलिस ने कहा- धरने की अनुमति नहीं है
धरना स्थल पर शाम पांच बजे बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया। अतिथि शिक्षकों को कहा गया कि उनके पास अब यहां धरना देने की अनुमति नहीं है। इसलिए वे यहां से चले जाएं या अनुमति पत्र लाए। इसके बाद अतिथि शिक्षकों को यहां से खदेड़ दिया गया। प्रदर्शन कर रहे करतार सिंह यादव ने कहा है कि वे लोग यहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे उन्हें जबर्दस्ती उठाया गया है। प्रदर्शन करने वालों में संतोष करार, केशव भार्गव, नवीन शर्मा सहित हजारों अतिथि शिक्षक शामिल थे।