झाबुआ। ब्यूरो अपनी मांगों को लेकर एक माह से आंदोलनरत अतिथि
शिक्षक अब भीख मांगने लगे है। शुक्रवार को विरोध का यह नया तरीका उन्होंने
अपनाते हुए कलेक्टोरेट परिसर के दुकानदारों के पास जाकर भीख मांगी। उनका
कहना है कि भीख मांगकर अपना विरोध जताने के लिए शासन ने मजबूर किया है।
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11वीं की छात्रा से शिक्षक को हुई मोहब्बत, कमरे में मिलने बुलाया तो परिजनों ने काटी नाक
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक शिक्षक को अपनी एक छात्रा से प्यार हो गया. छात्रा के परिजनों ने इस बात से आक्रोशित होकर शिक्षक की नाक काट दी. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
शिक्षक कोर्स के लिए भी एक परीक्षा
नई दिल्ली | केंद्र सरकार मेडिकल-इंजीनियरिंग की तरह शिक्षकों से जुड़े कोर्स में प्रवेश के लिए भी एक ही राष्ट्रीय परीक्षा कराने की तैयारी में है। यह कदम शिक्षक कोर्स में योग्य उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित करने के लिए उठाया जा रहा है।
LIVE: शिक्षक बनकर आए मुख्यमंत्री, बच्चों को पढ़ाया आगे बढ़ने का पाठ
भोपाल. पूरे
प्रदेश में सरकार का मिल बांचे कार्यक्रम शनिवार सुबह शुरू हो गया। प्रदेश
के विभिन्न जिलों में मंत्री, अधिकारी और विधायक शासकीय स्कूलों के बच्चों
को पढ़ाने और प्रेरणा देने के लिए पहुंच रहे हैं।
शिक्षामंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी, शिक्षक पर लटकी कार्रवाई की तलवार
पिपरिया. एक
शिक्षक को वॉट्सएप पर शिक्षामंत्री पर अशोभनीय टिप्पणी करना महंगा पड़ गया।
बीआरसी ने शिक्षक को नोटिस जारी किया है। इसमें पूछा गया है कि क्यों न
आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मामला शासकीय प्राथमिक शाला बोरी में
पदस्थ शिक्षक सुधीर रघुवंशी का है।
मुख्यमंत्री चौहान ने शिक्षक के रुप में शाला में बच्चों को पढ़ाया
भोपाल, (भाषा): मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां एक शासकीय विद्यालय में शिक्षक के रुप में बच्चों को प्रेरणास्पद कहानियां सुनाई, जोड़-घटाव, गुणा-भाग के प्रश्न हल करवाये तथा भाषा का महत्व पढ़ाने के साथ-साथ राष्ट्रभक्त और कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनने की सीख भी दी।
जब बच्चों के लिए खुद किताब बन गया टीचर
जबलपुर। पत्रिका के नींव अभियान की तर्ज पर प्रदेश सरकार के अनूठे अभियान के तहत शनिवार को जनप्रतिनिधि और अधिकारी सरकारी स्कूलों में पहुंचे। उन्हें अपने ही अंदाज में रोचक ढंग से ज्ञानवर्धक जानकारी दी। इस बीच एक शिक्षक तो किताब जैसी वेशभूषा ही बनाकर स्कूल पहुंच गए।
एमपी में बच्चों और तीन शिक्षकों से चल रहा सरकारी स्कूल
मध्यप्रदेश के मालवा में बना सरकारी स्कूल खंडहर में बदल चुका है । 1000
लोगों की जनसंख्या वाले इस गांव में बने प्राइमरी स्कूल में बच्चों को
पढ़ाने के लिए तीन-तीन शिक्षक तो हैं, मगर पढ़ने के लिए बच्चे नहीं।
व्यापमं पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय, क्या यह पूरा न्याय है?
‘व्यापम’ अर्थात व्यवसायिक परीक्षा मण्डल,
यह उन पोस्ट पर भर्तियाँ या एजुकेशन कोर्स में एडमिशन करता है जिनकी भर्ती
मध्यप्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन नहीं करता है जैसे मेडिकल इंजीनियरिंग
पुलिस नापतौल इंस्पेक्टर शिक्षक आदि। साल भर पूरी मेहनत से पढ़कर बच्चे इस
परीक्षा को एक बेहतर भविष्य की आस में देते हैं। परीक्षा के परिणाम का
इंतजार दिल थाम कर करते हैं।
10 वर्षों से अल्पवेतन पर अतिथि शिक्षक सेवा दे रहे
मनावर | अतिथि शिक्षक संघ तहसील शाखा मनावर ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम
एसएल सिंघाड़े को ज्ञापन दिया। इसमें बताया शासन ने प्रदेश के प्रावि, मावि व
उमावि में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति वर्गवार व विषयवार कर रखी है। 10
वर्षों से अल्पवेतन पर अतिथि शिक्षक सेवा दे रहे हैं।
पांचवें दिन भी दिया अतिथि शिक्षकों ने धरना
विदिशा| संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने पांचवें दिन भी एडीएम निवास के पास
धरना दिया। अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर 11 फरवरी से आंदोलन कर रहे
हैं।
सामूहिक अवकाश पर कर्मचारी: नहीं होंगे डिग्री, रिजल्ट, माइग्रेशन और पात्रता के काम
भोपाल। विश्वविद्यालयों के गैर शिक्षक कर्मचारी गुरुवार को
सामूहिक अवकाश पर रहे। इस दौरान बरकतउल्ला विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के
सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों में गुरुवार को कामकाज ठप रहा।
फर्जीवाड़ा: व्यापमं मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जीआरएमसी के कई छात्रों पर लटकी तलवार
ग्वालियर| व्यापमं फर्जीवाड़ा मामले में सर्वोच्च
न्यायालय के फैसले के बाद गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के लगभग एक सैकड़ा
से अधिक छात्रों की डिग्रियां खतरे में पड़ गई हैं। इनमें से सात छात्रों को
उच्च न्यायालय के आदेश पर नकल के आरोप में महाविद्यालय द्वारा पूर्व में
ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। सूत्रों के अनुसार वर्ष 2008 से 2012
के दौरान जिन छात्रों ने एमबीबीएस में प्रवेश लिया था, उनमें से कई छात्रों
की डिग्रियां पहले ही निरस्त की जा चुकी हैं, साथ ही कुछ छात्रों को जेल
भी भेजा गया था।
जानकारी के अनुसार म.प्र. उच्च न्यायालय
द्वारा नकल के आरोप में घिरे छात्रों के प्रवेश रदद् करने के आदेश म.प्र.
चिकित्सा शिक्षा विभाग को दिए गए थे। आदेशों का पालन करते हुए गजराराजा
चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन ने संबंधित छात्रों के प्रवेश रदद् कर दिए
थे। इस फैसले के खिलाफ छात्र उच्च न्यायालय में गए, जहां से उन्हें कोई
राहत नहीं मिली थी। इस पर छात्रों ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की
थी, लेकिन सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह
खेहर ने छात्रों की ओर से दायर सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए वर्ष 2008
से 2012 के दौरान हुए प्रवेश को रदद् करने का आदेश दिया है। इस अवधि के
चिकित्सा छात्रों में गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के वर्ष 2012 के विनोद
मेहरा, विवेक शेजवलिया, गुलजीत नायर, परख नायक, वर्ष 2010 के चित्रेश
गर्ग, नेहा कैना सहित दो जूनियर चिकित्सकों के नाम सामने आ रहे हैं।
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद अब गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय को
चिकित्सा शिक्षा विभाग के पत्र का इंतजार है। ाहाविद्यालय प्रबंध को पत्र
प्राप्त होते ही छात्रों को निष्कासित किया जाएगा। इससे कई छात्रों की
धड़कनें बढ़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार व्यापमं फर्जीवाड़े में
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के लगभग 143 छात्रों के नाम सामने आए थे,
जिनमें से जहां कई छात्रों को जेल भेजा गया था, वहीं कुछ छात्रों के प्रवेश
निरस्त कर दिए गए थे। सीबीआई ने अपनी जांच में वर्ष 2008 से 2012 में
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के ऐसे कई छात्रों के नामों का खुलासा किया
था, जिन्होंने एमबीबीएस में फर्जी ढंग से प्रवेश लिए थे। इसके साथ ही
महाविद्यालय के छात्र विशाल यादव ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था कि इस
फर्जीवाडेÞ में सबसे ज्यादा सॉल्वर्स गजराराजा चिकित्सा महाविद्यलय के थे,
जिनमें करीब एक दर्जन चिकित्सा छात्रों के नाम भी एसआईटी को बताए थे, जिनका
इस्तेमाल सॉल्वर्स के लिए किया जाता था। उल्लेखनीय है कि व्यापमं
फर्जीवाड़ा तब सामने आया था, जब ग्वालियर सहित मध्यप्रदेश के कई चिकित्सा
महाविद्यालयों के छात्रों की डिग्रियों और उनके प्रवेश को लेकर उंगलियां
उठना शुरू हुई थीं।
पांच-पांच लाख में होते थे चयनित
व्यापमं फर्जीवाड़े में फंसे छात्रों ने पूछताछ के दौरान बताया था कि दलालों द्वारा उनसे सिलेक्शन के नाम पर पांच-पांच लाख रुपए लिए जाते थे।
4 व्यापमं फर्जीवाड़े में फंसे दीपक यादव, विशाल यादव व उनका साथी धमेन्द्र चंदेल को न्यायालय ने करीब दो वर्ष तक जेल में रहने के बाद जमानत दे दी थी।
4वर्ष 2010 के छात्र चित्रेश गर्ग से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर हमें आपत्ति है। हमारा पक्ष किसी ने नहीं सुना है।
व्यापमं फर्जीवाड़े में फंसे छात्रों ने पूछताछ के दौरान बताया था कि दलालों द्वारा उनसे सिलेक्शन के नाम पर पांच-पांच लाख रुपए लिए जाते थे।
4 व्यापमं फर्जीवाड़े में फंसे दीपक यादव, विशाल यादव व उनका साथी धमेन्द्र चंदेल को न्यायालय ने करीब दो वर्ष तक जेल में रहने के बाद जमानत दे दी थी।
4वर्ष 2010 के छात्र चित्रेश गर्ग से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर हमें आपत्ति है। हमारा पक्ष किसी ने नहीं सुना है।
पीएमटी कांड में पुलिस अधिकारी ने बयान दर्ज कराए
पीएमटी फर्जीवाड़ा में आरोपी गौरव गुप्ता के मामले में विशेष न्यायालय में तत्कालीन पुलिस अधिकारी ने सोमवार को पेश होकर बयान दर्ज कराया कि डॉ.गौरव गुप्ता और पंकज गुप्ता का दाखिला संतोष चौरसिया ने कराया था और इसी बयान पर मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई न्यायालय में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया ने कहा कि इस मामले में ट्रोमा सेंटर में कार्यरत गौरव गुप्ता और पंकज गुप्ता को एसआईटी ने गिरफ्तार किया था।
पीएमटी फर्जीवाड़ा में आरोपी गौरव गुप्ता के मामले में विशेष न्यायालय में तत्कालीन पुलिस अधिकारी ने सोमवार को पेश होकर बयान दर्ज कराया कि डॉ.गौरव गुप्ता और पंकज गुप्ता का दाखिला संतोष चौरसिया ने कराया था और इसी बयान पर मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई न्यायालय में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया ने कहा कि इस मामले में ट्रोमा सेंटर में कार्यरत गौरव गुप्ता और पंकज गुप्ता को एसआईटी ने गिरफ्तार किया था।
हो चुकी हैं कई मौतें
व्यापमं फर्जीवाड़े से जुड़े लगभग 48 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। मरने वालों में व्यापमं घोटाले के आरोपी समेत कई हाईप्रोफाइल नाम शामिल हैं।इन्होंने कहा
अभी महाविद्यालय को छात्रों के प्रवेश निरस्त करने के संबंध में कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। चिकित्सा शिक्षा विभाग से पत्र आने के बाद भी छात्रों के नाम सामने आएंगे।
व्यापमं फर्जीवाड़े से जुड़े लगभग 48 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। मरने वालों में व्यापमं घोटाले के आरोपी समेत कई हाईप्रोफाइल नाम शामिल हैं।इन्होंने कहा
अभी महाविद्यालय को छात्रों के प्रवेश निरस्त करने के संबंध में कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। चिकित्सा शिक्षा विभाग से पत्र आने के बाद भी छात्रों के नाम सामने आएंगे।
डॉ. के.पी. रंजन
प्रवक्ता, गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय
प्रवक्ता, गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय
व्यापमं घोटाल, एमजीएम ने डीएमई को दी छात्रों की सूची
इंदौर. सुप्रीम कोर्ट के व्यापमं घोटाले में नकल कर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने वाले 634 छात्रों के दाखिले निरस्त करने के बाद महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज ने संचालक चिकित्सा शिक्षा विभाग (डीएमई) को आगे की कार्रवाई के लिए छात्रों की सूची सौंप दी है।
सामूहिक अवकाश पर कर्मचारी: नहीं होंगे डिग्री, रिजल्ट, माइग्रेशन और पात्रता के काम
भोपाल।
विश्वविद्यालयों के गैर शिक्षक कर्मचारी गुरुवार को सामूहिक अवकाश पर रहे।
इस दौरान बरकतउल्ला विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के सभी पारंपरिक
विश्वविद्यालयों में गुरुवार को कामकाज ठप रहा।
वरिष्ठता के आधार पर की जाए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति
भास्कर संवाददाता | हरदा नियमितिकरण की मांग को लेकर जिले के 800 अतिथि शिक्षक अनिश्चितकालीन
हड़ताल पर है। इससे स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
अतिथि शिक्षकों ने किया सद्बुद्घि यज्ञ
झाबुआ। ब्यूरो संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ अपनी नियमितिकरण की मांग
को लेकर पिछले 29 दिनों से हड़ताल पर है। जिले के अतिथि शिक्षक कलेक्टोरेट
कार्यालय परिसर पर प्रतिदिन धरना प्रदर्शन कर रहे है।
10 वर्षों से अल्पवेतन पर अतिथि शिक्षक सेवा दे रहे
मनावर | अतिथि शिक्षक संघ तहसील शाखा मनावर ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम
एसएल सिंघाड़े को ज्ञापन दिया। इसमें बताया शासन ने प्रदेश के प्रावि, मावि व
उमावि में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति वर्गवार व विषयवार कर रखी है।
व्यापम केस: रद्द हो सकता है 150 मेडिकल छात्रों का दाखिला, 634 छात्रों की डिग्री पहले से रद्द
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम केस में एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब मध्य प्रदेश में उन 150 मेडिकल छात्रों का दाखिला रद्द होने जा रहा है, जिन्हें इंदौर हाईकोर्ट से स्टे मिला हुआ था. हाईकोर्ट ने कल सुप्रीम कोर्ट से इस पर राय मांगी थी.
शिकायत पत्र , नरेंद्र मोदी जी के नाम : शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जा रहा है मध्यप्रदेश के अभ्यार्थियों के साथ पक्षपात
*विषय- शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जा रहा है मध्यप्रदेश के अभ्यार्थियों के साथ पक्षपात |*
*श्रीमान प्रधान मंत्री महोदय (नरेंद्र मोदी जी) से निवेदन है कि मैं ALL STUDENTमध्य प्रदेश का मूल
*श्रीमान प्रधान मंत्री महोदय (नरेंद्र मोदी जी) से निवेदन है कि मैं ALL STUDENTमध्य प्रदेश का मूल
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