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अधिकारियों को नहीं मालूम सहायक शिक्षक और सहायक अध्यापक का वेतन अंतर

माननीय मुख्यमंत्री महोदय, 
मध्यप्रदेश शासन मंत्रालय बल्लभ भवन भोपाल।
महोदय,
आपने महाकाल की नगरी उज्जैन से अध्यापकों को चार किश्तों में शिक्षक संवर्ग के समान वेतन देने की घोषणा की थी। अधिकारियों ने उसे अंतरिम राहत का नाम दिया है। अंतरिम राहत का जिस प्रकार निर्धारण किया गया है उससे तो यही लगता है कि आपके शिक्षा अधिकारियों को सहायक शिक्षक और सहायक अध्यापक का वेतन अंतर निकालना ही नहीं आता। 

आठ लापरवाह शिक्षकों को नोटिस जारी

बालाघाट. शाला दर्पण एप के माध्यम से अधिकारियों के द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान शाला से अनुपस्थित पाए गए आठ लापरवाह शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। सभी से लिखित में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

मप्र में शिक्षकों के लिए मोबाइल एप

भोपाल, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने शिक्षकों को विभिन्न सेवाएं तथा शैक्षणिक कार्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल एप तैयार किया है। इस मोबाइल एप को नाम दिया गया है 'एम-शिक्षा मित्र'। आधिकारिक तौर पर रविवार को दी गई जानकारी में बताया गया है कि नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटर (एनआईसी) द्वारा बनाए गए एप में शिक्षकों के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं। 

संविदा शिक्षक की हो भर्ती, पात्र अभ्यार्थियों ने सौंपा ज्ञापन

बालाघाट (लालबर्रा). प्रशिक्षित डीएड, बीएड अभ्यार्थी और अतिथि शिक्षकों की बैठक स्थानीय सरस्वती सभा मंच में आयोजित की गई थी। इसके बाद संघ पदाधिकारियों ने संविदा शिक्षक की शीघ्र भर्ती किए जाने और इस भर्ती प्रक्रिया में पात्र अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दिए जाने की मांग को लेकर तहसीलदार डीएस मड़ावी को ज्ञापन भी सौंपा। इसके पूर्व सभी युवकों ने अभ्यार्थी ब्लॉक संगठन का गठन भी किया।

सम्मानित शिक्षक बोले: इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला लागू करो

भोपाल। शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने वाले शिक्षक इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला लागू करने के पक्ष में हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब तक शिक्षक से गैर शैक्षणिक कार्य कराए जाएंगे। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का ढर्रा नहीं सुधरेगा। वे कहते हैं कि पढ़ाई सुधारना है, तो शिक्षक को शिक्षक ही रहने दें।

41500 संविदा शिक्षकों की होगी भर्ती

भोपाल (ब्यूरो)। प्रदेश भर में संविदा शाला शिक्षक श्रेणी-1, श्रेणी-2 और श्रेणी-3 के 41500 पदों पर भर्ती की जाएगी। संविदा शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को अतिरिक्त बोनस अंक दिए जाएंगे। यह महत्वपूर्ण फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संपन्न मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में लिया गया।
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रस्ताव अनुसार जिस अतिथि शिक्षक ने प्रदेश की 1 या अधिक शासकीय शिक्षण संस्था में 200 से 399 दिवस तक पढ़ाया हो उसे 5 अंक, जिसने 400 से 599 दिवस तक स्कूल में पढ़ाया हो उसे 10 अंक और 600 दिवस से अधिक पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को 15 अंक बोनस के रूप में मिलेंगे।

मध्यप्रदेश में होंगी शिक्षकों की बंपर भर्तियां

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने बताया कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए 39 हजार शिक्षकों की भर्ती कराई जाएगी।

शासकीय विद्यालयों में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति

मध्यप्रदेश की शासकीय शालाओं में अतिथि शिक्षक नियुक्त किये जायेंगे। यह जानकारी 22 जुलाई को भोपाल में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारसचन्द्र जैन ने दी। श्री जैन ने बताया कि अतिथि शिक्षकों की भर्ती में शिक्षित युवाओं के अलावा सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्राथमिकता दी जायेगी।

अतिथि शिक्षक भर्ती घोटाला: संकुल प्राचार्य सस्पेंड

सागर/मप्र। अतिथि शिक्षकों की भर्ती में भी भाई भतीजाबाद और व्यापमं जैसे हालात नजर आने लगे है। एैसा ही मामला सागर जिले की मालथौन ब्लॉक के शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का सामने आया हैं जहां अतिथि शिक्षक की चयन सूची में फेरबदल करने और चयन प्रक्रिया में अनियमितता बरतने के कारण सागर जिले की मालथौन शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डीआर रोहित को कमिश्नर आरके माथुर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 

अधीक्षिका ने दबाव में आकर की नियम विरूद्व नियुक्ति

पन्ना/हरदुआ/खम्हरिया। शााहनगर विकासखण्ड के संकुल हरदुआ-खम्हरिया अंतर्गत शाासकीय अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम ककरा में अतिथि शिक्षक की भर्ती मनमाने तरीके से नियम विरूद्ध करने की शिकायत प्रभावित आवेदक प्रीतम लाल पटेल निवासी ग्राम खम्हरिया ने कलेक्टर की जनसुनवाई में की है। आवेदक ने नियम विरूद्ध की गई नियुक्ति को निरस्त करने की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।

शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाएंगे अतिथि शिक्षक

भोपाल। जहां एक और मप्र सरकार व केन्द्र सरकार शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान कर रही है वही दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में अध्यापन कराने वाले अतिथि शिक्षको ने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर दिया है।
अतिथि शिक्षक मोर्चा मप्र के प्रवक्ता आशीष जैन बताया कि माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर ने निर्णय दिया है कि अतिथि शिक्षकों को गुरूजी की तरह लाभ दिया जाये। लेकिन हाईकोर्ट के निर्णय में राज्य सरकार को दी गई तीन माह की समय सीमा बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार ने कोई जबाब नही दिया है।

बीएड नहीं, तो कैसे मिला प्रमोशन

दमोह। फर्जी बीएड की अंकसूची पर नौकरी करने व प्रमोशन पाने वाले आरोपी शिक्षक के मामले में एक नया मामला सामने आया है। शिक्षक पहले से ही कह रहा है कि उसने बीएड नहीं की है। उसकी हस्तलिखित सेवा पुस्तिका में भी बीएड की जानकारी व अंकूसची नहीं है, लेकिन यदि उसने बीएड नहीं किया है तो उसे प्रमोशन कैसे मिल गया और वह शिक्षाकर्मी से सहायक अध्यापक कैसे बन गया। जबकि उसी शिक्षक प्रदीप जैन की ई सेवा पुस्तिका में बीएड की जानकारी दर्ज है और अंकूसची भी है। उसी आधार पर उसे प्रमोशन मिला है। अब मामला उजागर होने के बाद हडकंप मचा हुआ है। कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।

ड्यूटी लगी150 की, कॉपी जांच रहे हैं 75 शिक्षक

ग्वालियर। डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) की 70 हजार उत्तरपुस्तिकाओं को जांचने के लिए 150 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन मात्र 75 शिक्षक ही मूल्यांकन करने के लिए पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि अभी तक मात्र 10 हजार कॉपियां ही जंच पाई हैं।

अतिथि शिक्षक का पद रिक्त, फिर भी भर्ती नहीं

कुकड़ेश्वर। अतिथि शिक्षक का पद रिक्त है। आवेदन भी आए, लेकिन जिम्मेदारों ने भर्ती करने की बजाय पद को रिक्त रखा। यह चौंकाने वाली जानकारी शासकीय उमावि चचोर में हुई अतिथि शिक्षकों की भर्ती के दौरान सामने आई है। इससे समूचे संकुल की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
राज्य शिक्षा केंद्र के आदेशानुसार हर साल शासकीय स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती होती है। इसके अधिकार शाला प्रबंधन समिति व संस्था प्रधान को होते हैं। शासकीय उमावि चचोर में इस साल हुई अतिथि शिक्षकों की भर्ती सवालों से घिर गई है। स्कूल से जारी विज्ञप्ति में वर्ग दो में एक अतिथि शिक्षक का पद रिक्त है।

मानदेय शब्द हटाकर वेतन की श्रेणी में रखा जाए, वेतन 15 हजार करने की मांग

घर-घर जाकर टीकाकरण, स्वास्थ्य शिक्षा के साथ सरकारी योजनाओं की अलख जगाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 5 हजार व सहायिका को 2500 रूपए का मानदेय में बढ़ोत्तरी समेत अन्य मांगों को लेकर 2 सितम्बर को स्वास्थ्य कार्यकर्ता एकता यूनियन जिला मुख्यालय में जंगी प्रदर्शन करने जा रहा है।

सेवा समाप्ति पर कार्यकर्ताओं को दो लाख दिए जाएं

शिक्षकों के 125000 खाली पद कब भरोगे शिवराज

शिवराज सरकार शिक्षित बेरोजगार युवाओं को गुमराह कर रही है। मात्र चुनाव के समय ही संविदा शाला शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाती है ताकि चुनाव जीता जा सके। सरकार सिर्फ अपने चुनावी स्वार्थ को देख कर मात्र पांच साल में चुनाव के एक साल पहले संविदा शाला शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करती है ताकि जनता उन्हें वोट दे दे।

19 सौ विद्यार्थियों को पढ़ाने केवल 10 शिक्षक

सागर। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल शिक्षक व संसाधनों की कमी है। स्कूलों में आरटीई के मापदंडों के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना नहीं है। बैठने के लिए भी कक्ष कम हैं। इसी तरह का वाक्या बांदरी हायर सेकंडरी स्कूल में नजर आया। इस स्कूल का जिला पंचायत उपाध्यक्ष व जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष आशासिंह व जिला वन समिति की अध्यक्ष इंजीनियर ज्योति पटेल ने गुरुवार को निरीक्षण किया। इसमें कई अव्यवस्थाएं सामने आईं।

नियम विरुद्ध रख लिए अतिथि शिक्षक

छिंदवाड़ा.एक्सीलेंस स्कूल में अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। महिला पप्पी गोदेवार की शिकायत पर मामले की जांच शुरू हो चुकी है। स्कूल में अतिथि शिक्षक के 18 पद स्वीकृत हैं। 12 पद पर भर्ती हो चुकी है। स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या के मुताबिक शासकीय शिक्षक नहीं होने पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जाती है, जिसके लिए बकायदा राज्य शिक्षा केन्द्र से नियमावाली जारी होती है।

शाला दर्पण एप बना शिक्षकों के लिए परेशानी

बालाघाट. शिक्षा में सुधार के लिए जिला प्रशासन द्वारा शाला दर्पण एप तो तैयार किया गया है, लेकिन यह एप अब शिक्षकों के लिए ही परेशानी का कारण बनने लगा हैं। दरअसल, यह एप शाला में उपस्थित शिक्षक को भी अनुपस्थित बता रहा है। जिसके कारण उसे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। ताजा मामला शासकीय हाईस्कूल अंसेरा का प्रकाश में आया है।

मूल्यांकन में लापरवाही, जल्द गिरेगी शिक्षकों पर गाज

इंदौर। हाई स्कूल और हायर सेकण्डरी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में त्रुटि करने वाले शिक्षकों की सूची कर ली गई है। इसमें इंदौर सहित प्रदेश के करीबन चार हजार शिक्षक शामिल है। जिन पर जल्द ही कार्रवाई होगी। मिली जानकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को मूल्यांकन से पूर्व ही यह निर्देश दिए जाते है कि किसी भी हालत में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो।

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