भोपाल। मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बीरबल की खिचड़ी हो गई। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हांडी चढ़ाई थी। कहा था कि हर साल पात्रता परीक्षा होगी लेकिन 2018 में घोषित 30,000 रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हो पाई है। शिक्षा विभाग ने आधे से ज्यादा शिक्षकों की जॉइनिंग करा दी है लेकिन आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा कोई लिस्ट जारी नहीं हो पाई है।
जनजातीय कार्य विभाग शिक्षक भर्ती नियुक्ति आदेश कब जारी होंगे
उम्मीदवारों
में आक्रोश बढ़ता जा रहा है क्योंकि 15 नवंबर के आसपास मध्य प्रदेश
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो सकती है। यदि आचार संहिता
लागू हो गई तो नियुक्ति प्रक्रिया रुक जाएगी। इस तनाव के बीच राहत भरी खबर
देते हुए पल्लवी जैन गोविल, प्रमुख सचिव, आदिम जाति कल्याण विभाग, मप्र ने
बताया कि अंतिम लिस्ट की जांच अंतिम दौर में है। एक दो दिन में जारी हो
जाएगी।
उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों के कितने पदों पर भर्ती होनी है
जनजाति
विभाग में हायर सेकंडरी के 2200 एवं मिडिल स्कूलों के 5704 पदों पर
शिक्षकों को जॉइनिंग दी जाना है। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा वर्तमान में
10506 स्कूलों का संचालन किया जा रहा है जिसमें में 5 लाख से अधिक
विद्यार्थी पढ़ते हैं।