भोपाल। सत्ता परिवर्तन के महानायक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर सड़कों पर उतरे थे और अतिथि शिक्षकों को न्याय दिलाने की बात कही थी। सरकार बदल गई लेकिन अतिथि शिक्षकों की हालत नहीं बदली। अतिथि शिक्षक सरकार की गलत नीतियों की वजह से बेरोजगार हो गए हैं।
मध्य प्रदेश में 35000 अतिथि शिक्षक बेरोजगार हुए
विगत
सत्र में सत्तर हजार अतिथि शिक्षक कार्यरत थे। वर्तमान सत्र में शिक्षक
भर्ती और हिंदी संस्कृत, विज्ञान विषयों के अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति
नहीं देने के कारण 35 हजार अतिथि शिक्षकों को बेरोजगारी का सामना करना पड़
रहा है। प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक माननीय मुख्यमंत्री जी शिवराज सिंह
चौहान जी और सिंधिया जी से बहुत उम्मीद है भविष्य सुरक्षित करेंगे।
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नवम्बर से हजारों अतिथि शिक्षक भोपाल के नीलम पार्क में रोजगार की मांग
करने भोपाल पहुंच रहे हैं उम्मीद है मुख्यमंत्री जी अतिथि शिक्षकों के बीच
आकर भविष्य सुरक्षित करने के आदेश जारी करवाएंगे।
एक पर मंच आए सभी वरिष्ठ पदाधिकारी
संगठन
के आधार स्तम्भ घासी राम रजक , जगदीश शास्त्री, संतोष कहार , बी एम खान ,
इंद्रपाल पटेल , अर्जुन सिकरवार ,हेमन्त तिवारी सहित सभी वरिष्ठ
पदाधिकारियों ने खुला समर्थन देकर सभी अतिथि शिक्षकों से आंदोलन में
उपस्थित होकर सफल बनाने की मांग की है।
कार्यकारी
प्रदेश अध्यक्ष रविकांत गुप्ता को आंदोलन समिति का अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष
मयूरी चौरसिया को संगठन ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है । चंद्रशेखर राय,
अखिलेश सोलंकी , विनोद सेन, उम्मेद सिंह रावत , कांति मोहन वंशकार ,
रविशंकर दहाय त , शिवकुमार सोनी को आंदोलन समिति में शामिल किया गया है।