गंजबासौदा(नवदुनिया न्यूज)। प्रदेश सरकार द्वारा व्यापमं द्वारा कराई गई
परीक्षा के आधार पर चयनित वर्ग के शिक्षकों का डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन का
काम एक जुलाई से आरंभ कर दिया है। जिन शिक्षकों का चयन हुआ है, उनके चेहरे
पर खुशी के साथ चमक लौट आई है। वहीं वर्ग दो के शिक्षक भर्ती पर हाईकोर्ट
के स्टे से चयनित शिक्षकों के चेहरे पर चिंता की लकीरे स्पष्ट दिखाई दे रही
हैं। दूसरी ओर प्राइवेट स्कूल संचालकों को भी नए शिक्षक भर्ती करने की
चिंता सता रही है।
मालूम हो कि अंचल में भी कई दर्जन शिक्षक वर्ग एक में चुने जा चुके हैं, जिसका दस्तावेजों का सत्यापन एक जुलाई से 10 जुलाई के बीच विदिशा जिला मुख्यालय पर आरंभ हो चुका है, जिससे वर्ग एक में चयनित शिक्षकों के चेहरे खिल उठे हैं, उन्हें अगस्त माह के अंत तक शासकीय शिक्षक बनने का अवसर मिल जाएगा। जिससे बेरोजगारी का दंश कम होगा और जीवन में स्थिरता आने की आशा बंधने लगी है। अंग्रेजी भाषा के वर्ग एक में चयनित शिक्षक अश्विनी मिश्रा और शिवसिंह यादव ने बताया कि उनकी चयन सूची के बाद अब दस्तावेजों का वेरिफिकेशन 7 और 8 जुलाई को होना है। इसके बाद स्थान चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद लगभग एक सितंबर तक नियुक्ति मिलने की उम्मीद बन गई है। दूसरी ओर वर्ग दो में शिक्षक पद की दावेदार लक्ष्मी परिहार का कहना है कि वर्ग दो की नियुक्ति प्रक्रिया पर हाईकोर्ट का स्टे आने से निराशा हुई है। इससे नियुक्ति प्रक्रिया लंबित होने की आशंका हो रही है।
नए सिरे से खोजना होंगे शिक्षक
प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक के रूप में काम कर रहे लोगों के चयन से जहां स्कूल संचालक खुश है तो वही नए ढंग से शिक्षक खोजने की व्यवस्था की चिंता भी सता रही है, क्योंकि विषयवार खासकर अंग्रेजी, संस्कृत सहित केमेस्ट्री, फिजिक्स के शिक्षक खोजना मुश्किल होता है। इस बात को लेकर स्कूल संचालक भी दुविधा में दिखाई दे रहे हैं। शिक्षक चयन प्रक्रिया में कई शिक्षकों का वर्ग एक और दो में चयन हुआ है। इस कारण स्कूलों को नये सिरे से शिक्षकों की खोज करना पड़ेगी। प्राइवेट स्कूल संघ के अध्यक्ष नीलेश चतुवेदी बताते हैं कि बेरोजगार बहुत होते हैं, लेकिन शिक्षक की पात्रता वाले युवा कम मिल पाते हैं। अंग्रेजी, गणित, फिजिक्स और केमेस्ट्री जैसे विषय के शिक्षक प्राइवेट स्कूलों में कम वेतन पर काम करना पसंद नहीं करते बल्कि कोचिंग के जरिए ज्यादा पैसा कमा लेते हैं।
मालूम हो कि अंचल में भी कई दर्जन शिक्षक वर्ग एक में चुने जा चुके हैं, जिसका दस्तावेजों का सत्यापन एक जुलाई से 10 जुलाई के बीच विदिशा जिला मुख्यालय पर आरंभ हो चुका है, जिससे वर्ग एक में चयनित शिक्षकों के चेहरे खिल उठे हैं, उन्हें अगस्त माह के अंत तक शासकीय शिक्षक बनने का अवसर मिल जाएगा। जिससे बेरोजगारी का दंश कम होगा और जीवन में स्थिरता आने की आशा बंधने लगी है। अंग्रेजी भाषा के वर्ग एक में चयनित शिक्षक अश्विनी मिश्रा और शिवसिंह यादव ने बताया कि उनकी चयन सूची के बाद अब दस्तावेजों का वेरिफिकेशन 7 और 8 जुलाई को होना है। इसके बाद स्थान चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद लगभग एक सितंबर तक नियुक्ति मिलने की उम्मीद बन गई है। दूसरी ओर वर्ग दो में शिक्षक पद की दावेदार लक्ष्मी परिहार का कहना है कि वर्ग दो की नियुक्ति प्रक्रिया पर हाईकोर्ट का स्टे आने से निराशा हुई है। इससे नियुक्ति प्रक्रिया लंबित होने की आशंका हो रही है।
प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक के रूप में काम कर रहे लोगों के चयन से जहां स्कूल संचालक खुश है तो वही नए ढंग से शिक्षक खोजने की व्यवस्था की चिंता भी सता रही है, क्योंकि विषयवार खासकर अंग्रेजी, संस्कृत सहित केमेस्ट्री, फिजिक्स के शिक्षक खोजना मुश्किल होता है। इस बात को लेकर स्कूल संचालक भी दुविधा में दिखाई दे रहे हैं। शिक्षक चयन प्रक्रिया में कई शिक्षकों का वर्ग एक और दो में चयन हुआ है। इस कारण स्कूलों को नये सिरे से शिक्षकों की खोज करना पड़ेगी। प्राइवेट स्कूल संघ के अध्यक्ष नीलेश चतुवेदी बताते हैं कि बेरोजगार बहुत होते हैं, लेकिन शिक्षक की पात्रता वाले युवा कम मिल पाते हैं। अंग्रेजी, गणित, फिजिक्स और केमेस्ट्री जैसे विषय के शिक्षक प्राइवेट स्कूलों में कम वेतन पर काम करना पसंद नहीं करते बल्कि कोचिंग के जरिए ज्यादा पैसा कमा लेते हैं।