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तिमाही परीक्षा के रिजल्ट में जिले के वे स्कूल टॉप 20 स्कूलों में शामिल हैं जहां अतिथि विद्वान के जरिए पढ़ाई हो रही.

 Sagar News - तिमाही परीक्षा के रिजल्ट में जिले के वे स्कूल टॉप 20 स्कूलों में शामिल हैं जहां अतिथि विद्वान के जरिए पढ़ाई हो रही...

Bhaskar News NetworkOct 21, 2019, 08:51 AM IST
Sagar News - mp news quarter exam results schools with regular teachers lag behind schools with guest scholars in top 20
तिमाही परीक्षा के रिजल्ट में जिले के वे स्कूल टॉप 20 स्कूलों में शामिल हैं जहां अतिथि विद्वान के जरिए पढ़ाई हो रही है। अतिथि विद्वानों वाले ज्यादातर स्कूलों का 9वीं-10वीं का रिजल्ट 100 फीसदी रहा है। जबकि नियमित शिक्षकों वाले स्कूलों का नंबर टॉप 20 स्कूलों के बाद लग रहा है। इनमें कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जिनका नंबर नीचे से टॉप 20 स्कूलों में लगा है।

यह नतीजे रविवार को डीईओ ऑफिस के पुस्तकालय कक्ष में समीक्षा बैठक में जिले भर से आए सरकारी हाई एवं हायरसेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को बताए गए। डीईओ डॉ. महेंद्र प्रताप तिवारी ने प्राचार्यों को अगलें 70 दिनों में रिजल्ट सुधारने की तरफ ध्यान लगाने के निर्देश दिए।

साथ ही बोर्ड परीक्षा में सौ फीसदी रिजल्ट लाने की दिशा में काम करने पर जोर दिया गया। बैठक में बताया गया कि उन स्कूलों का ग्राफ तेजी से नीचे की तरफ जा रहा है, जिनमें नियमित शिक्षक अध्यापन कार्य करा रहे हैं। जबकि अतिथि विद्वानों वाले स्कूलों का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है। इससे जाहिर है कि अध्यापन कराने के मामले में नियमित शिक्षकों की अपेक्षा अतिथि विद्वान गंभीर हैं। इस दौरान 9वीं और 10वीं की परीक्षा में टॉप रहे 20-20 स्कूलों के बारे में भी बताया गया। इसके अलावा सौ फीसदी रिजल्ट लाने वाले स्कूलों के प्राचार्यों से उनके अनुभव तथा काम करने की प्रक्रिया के बारे में पूछा गया तथा इसे मौजूद प्राचार्यों से शेयर किया गया।

जिले के 90 फीसदी स्कूल ऐसे जहां के 4 और इससे ज्यादा बच्चे हमेशा रहते गायब : बैठक में रिजल्ट की समीक्षा के दौरान सामने आया कि जिन स्कूलों का रिजल्ट मध्यम है उनमें 4 या इससे ज्यादा बच्चे हमेशा स्कूल से गायब रहते हैं। यहां तक कि यह बच्चे तिमाही परीक्षा तक में नहीं आए। प्राचार्य इन बच्चों को सूचना भिजवा चुके हैं। इसके बाद भी यह बच्चे स्कूल नहीं आए हैं। बैठक में इन बच्चों को गोद लेने का संकल्प प्राचार्य और शिक्षकों को डीईओ ने दिलाया। उन्होंने एक-एक बच्चे के घर जाकर संपर्क करने और स्कूल नहीं आने के कारण जानने के लिए कहा। साथ ही हर हालत में बच्चों को स्कूल तक लाने पर जोर दिया।

शहर के ही स्कूलों के प्राचार्य गायब, जताई नाराजगी

बैठक से शहर के ही स्कूलों मसलन म्युनिसिपल तथा पदमाकर स्कूल के प्राचार्य गायब थे। इस पर डीईओ ने नाराजगी जताई। उन्होंने विभाग की हर एक बैठक में इन स्कूलों के प्राचार्यों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए। आने वाले समय में होने वाली बैठकों से गायब रहने पर कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी दी।

लैब चालू नहीं की तो इस माह वेतन नहीं मिलेगा : बैठक में डीईओ ने प्राचार्यों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अगले एक पखवाड़े में स्कूलों में प्रयोगशालाएं चालू करा लें। जिन स्कूलों में प्रयोगशालाएं चालू हालत में नहीं पाई जाएंगी उन स्कूलों के प्राचार्यों का इस माह का वेतन जारी नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के खातों में पर्याप्त बजट है। इसके अलावा जगह की कमी भी ज्यादातर स्कूलों में नहीं है। जिन स्कूलों के पास बजट की कमी है वे प्रस्ताव बनाकर भेजें उनकी समस्या दूर की जाएगी।

सार्थक दिवाली मनाएगा शिक्षा विभाग : बैठक में शिक्षकों और प्राचार्यों को सभी की सहमति से इस साल सार्थक दीवाली मनाने का संकल्प भी दिलाया गया। इसके तहत स्कूल के प्रत्येक शिक्षक द्वारा स्कूल और विद्यार्थी द्वारा घर में पौधा रोपा जाएगा तथा उसे जीवित रखने की शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही विद्यार्थियों को एक-एक कपड़े का थैला बांटा जाएगा। इसके अलावा स्कूल में सोख्ता गड्ढा बनवाने के लिए भी कहा गया है।

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