भोपाल। सीएम शिवराज सिंह ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को
निर्देशित कर दिया है कि मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के
रिक्त पदों के लिए भर्ती की औपचारिकताएं 15 अगस्त तक पूरी कर ली जाएं।
अधिकारियों ने भी हामी भर दी है। बताया जा रहा है कि 30 हजार रिक्त पदों के
लिए भर्ती की जाएगी। एक अनुमान है कि इस हेतु 05 लाख से अधिक और करीब 10
लाख उम्मीदवार आवेदन करेंगे। बड़ा सवाल यह है कि चुनाव से पहले ये भर्ती
प्रक्रिया कैसे पूरी की जा सकेगी।
यहां बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख लगभग तय हो चुकी
है। निर्वाचन सूत्रों का कहना है कि 05 अक्टूबर को चुनाव आयोग अधिसूचना
जारी कर देगा। अत: इससे पहले नियुक्तियां हो जाना चाहिए।
आज 18 जुलाई है। जब सीएम शिवराज सिंह ने निर्देश दिए।
15 अगस्त 2018 तक यदि वादे के अनुसार अधिकारियों ने औपचारिकताएं पूरी कर भी
लीं तो बड़ी समस्या यह होगी कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड परीक्षाओं का
आयोजन कब करेगा।
यदि मान लें, जो कि असंभव है कि पीईबी 15 सितम्बर तक परीक्षाएं शुरू कर
देता है तो यह समाप्त कब होंगी। क्योंकि उम्मीदवारों की संख्या 5 लाख के
आसपास होगी।
05 अक्टूबर को अधिसूचना जारी हो जाएगी।
हालांकि, भर्ती प्रक्रिया इससे प्रभावित नहीं होगी परंतु फिर भी नवम्बर के
लास्ट वीक जबकि वोटिंग है, उम्मीदवारों की स्कूलों में नियुक्तियां हो
जाएंगी, इसमें संदेह हैं।
क्या वोट साधने के लिए दिए गए हैं आदेश | MP TEACHERS JOB/ BHARTI/ VACANCY 2018
सीएम शिवराज सिंह ने 2013 के चुनाव से पहले वादा किया था कि मध्यप्रदेश में
हर साल संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा परंतु 2011 के
बाद से 2017 तक एक भी बार भर्ती परीक्षा का आयोजन नहीं किया। अब शिवराज
सिंह जनता का आशीर्वाद लेने निकले हैं। वो बेहतर जानते हैं कि रथ यात्रा
में भीड़ चाहे जितनी भी हो, लेकिन भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे 10 लाख
उम्मीदवार और उनके परिवारों का वोट हासिल करना असंभव है। सवाल यह है कि
क्या इन वोटों को साधने के लिए यह निर्देश दिए गए हैं।