जिले भर से आए अतिथि शिक्षकों ने मंगलवार को पहलवान बब्बा मंदिर परिसर में
एकत्र होकर कलेक्टोरेट तक रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने अतिथि शिक्षक
भर्ती के लिए चल रही ऑनलाइन प्रक्रिया का विरोध जताते हुए अतिथि शिक्षक संघ
सागर के बैनर तले मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
इसमें उन्होंने मांग की है कि पहले से काम कर रहे अतिथि शिक्षकों को
नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाए। 12 माह का बड़ा हुआ वेतन दिया जाए। जहां
अतिथि शिक्षक काम कर रहे हैं, वहां पद रिक्त न माना जाए। सागर जिला अध्यक्ष
गौरीशंकर पांडेय ने कहा कि पहले से कार्यरत अतिथियों को प्राथमिकता नहीं
दी गई एवं ऑनलाइन प्रक्रिया बंद नहीं हुई तो सागर आने वाली मुख्यमंत्री की
जनआशीर्वाद यात्रा का सभी अतिथि शिक्षक विरोध करेंगे। ज्ञापन देने वालो में
सत्येंद्र तिवारी, बबलेश गोस्वामी, सोमेश अग्निहोत्री, मीना, वंदना, पंकज,
नरेश, भूपेंद्र पाराशर, अवधेश दुबे, प्रवीण पाठक, रुद्रप्रताप राजपूत,
दीपक ठाकुर, रंजीत, शशांक पांडेय आदि शामिल हैं।
डीईओ के निर्देश: प्रिंसिपल मना करें तो बीईओ ऑफिस में जमा करें आवेदन
सागर | अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर प्रिंसिपलों की
मनमानी सामने आने के बाद डीईओ संतोष शर्मा ने इसे गंभीरता से लिया है। उनका
कहना है कि पोर्टल पर जो जानकारी अपलोड है, वह संकुलवार आई जानकारी के
आधार पर ही अपलोड की गई है। इस आधार पर ही अतिथि शिक्षकों के लिए आवेदन जमा
कराए जा रहे हैं। यदि कोई प्रिंसिपल यह कहते हुए इंकार कर रहा है कि उसके
यहां जिस पद के लिए कोई आवेदन करने आ रहा है उस विषय का पद ही रिक्त नहीं
है तो वह ऐसा लिखित में आवेदक को बताएं। इसके अलावा आवेदक सीधे तौर पर
आवेदन जमा नहीं हाेने की स्थिति में संबंधित बीईओ कार्यालय में अपना आवेदन
जमा कर सकते हैं। ऐसे में संबंधितों का आवेदन जमा माना जाएगा और पद होने की
स्थिति में उन्हें वहां ज्वाइनिंग भी दी जाएगी। गौरतलब है कि अधिकांश जगह
से यह शिकायतें आ रही थीं कि पोर्टल पर पद खाली होने की जानकारी के बाद भी
संकुलों में आवेदन से लेने से इंकार कर रहे हैं। इसी के बाद डीईओ ने नई
व्यवस्था बनाई है।
भास्कर संवाददाता | सागर
जिले भर से आए अतिथि शिक्षकों ने मंगलवार को पहलवान बब्बा मंदिर परिसर
में एकत्र होकर कलेक्टोरेट तक रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने अतिथि शिक्षक
भर्ती के लिए चल रही ऑनलाइन प्रक्रिया का विरोध जताते हुए अतिथि शिक्षक
संघ सागर के बैनर तले मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
इसमें उन्होंने मांग की है कि पहले से काम कर रहे अतिथि शिक्षकों को
नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाए। 12 माह का बड़ा हुआ वेतन दिया जाए। जहां
अतिथि शिक्षक काम कर रहे हैं, वहां पद रिक्त न माना जाए। सागर जिला अध्यक्ष
गौरीशंकर पांडेय ने कहा कि पहले से कार्यरत अतिथियों को प्राथमिकता नहीं
दी गई एवं ऑनलाइन प्रक्रिया बंद नहीं हुई तो सागर आने वाली मुख्यमंत्री की
जनआशीर्वाद यात्रा का सभी अतिथि शिक्षक विरोध करेंगे। ज्ञापन देने वालो में
सत्येंद्र तिवारी, बबलेश गोस्वामी, सोमेश अग्निहोत्री, मीना, वंदना, पंकज,
नरेश, भूपेंद्र पाराशर, अवधेश दुबे, प्रवीण पाठक, रुद्रप्रताप राजपूत,
दीपक ठाकुर, रंजीत, शशांक पांडेय आदि शामिल हैं।
Pay-scale / Merit / Counseling / Appointment / Transfer / Court - case & all Madhya Pradesh latest news - Source of Reliable Information
Important Posts
Advertisement
UPTET news
';
(function() {
var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true;
dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js';
(document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq);
})();
Recent News
Breaking News
- MP के करीब 70 हजार अतिथि शिक्षकों का नहीं होगा नियमितीकरण, डीपीआई के आदेश से अतिथियों में आक्रोश
- East Coast Railway Recruitment 2019: भारतीय रेलवे के ईस्ट कोस्ट में नौकरी पाने के लिए वॉक इन इंटरव्यू, जानें तारीख
- MP High Court: शिक्षक सेवा भर्ती नियम की संवैधानिकता कटघरे में, HC ने शिक्षा विभाग सहित अन्य से मांगा जवाब
- MPTET 2024 Exam Date: एमपी प्राइमरी लेवल टीईटी 10 नवंबर को, इस दिन से शुरू होंगे आवेदन, देखें योग्यता
- स्कूल शिक्षा विभाग ने 10 हजार से अधिक प्राइमरी स्कूल टीचर के पदों पर मांगे आवेदन