जबलपुर. रानी
दुर्गावती विश्वविद्यालय (रादुविवि) में एक अतिथि शिक्षक की भर्ती को लेकर
विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, कुछ दिनों पहले रादुविवि महिला प्रशिक्षण
केंद्र के लिए एक अतिथि शिक्षक की नियुक्ति हेतु सूचना जारी की गई थी.
उक्त पद के लिए जिस महिला उम्मीदवार का चयन हुआ उसको लेकर विवाद खड़ा हो गया. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े एक पदाधिकारी ने पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया में रादुविवि प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. विवि कैम्पस में चर्चाएं है कि नियुक्ति संबंधी शिकायत संघ कार्यालय तक पहुंचने के बाद रादुविवि प्रशासन पूरे प्रकरण में बैकफुट पर आ गया है.
जानकारी के मुताबिक 8 नवंबर 2017 में सूचना जारी करते हुए वॉक इन इंटरब्यू के माध्यम से गेस्ट फैकल्टी नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. बताया जाता है कि 21 नवंबर को हुए इंटरव्यू के दौरान एक महिला उम्मीदवार को 3 वर्षों की संविदा प्रति माह 45 हजार के वेतन से नियुक्ति कर लिया गया. सोशल मीडिया में यह आरोप लगाया जा रहा है कि जिस का चयन किया है वह पूर्व में दो अन्य स्थानों पर फैक्ल्टी है. फिर रादुविवि प्रशासन उस पर इतनी मेहरबानी क्यों कर रहा है. पूरा प्रकरण सोशल मीडिया में उछलने के बाद विवि में हंगामा मचा हुआ है. प्रशासन सबसे ज्यादा इस बात से चिंतित है कि शिकायत संघ कार्यालयत तक पहुंच गई है.
उक्त पद के लिए जिस महिला उम्मीदवार का चयन हुआ उसको लेकर विवाद खड़ा हो गया. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े एक पदाधिकारी ने पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया में रादुविवि प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. विवि कैम्पस में चर्चाएं है कि नियुक्ति संबंधी शिकायत संघ कार्यालय तक पहुंचने के बाद रादुविवि प्रशासन पूरे प्रकरण में बैकफुट पर आ गया है.
जानकारी के मुताबिक 8 नवंबर 2017 में सूचना जारी करते हुए वॉक इन इंटरब्यू के माध्यम से गेस्ट फैकल्टी नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. बताया जाता है कि 21 नवंबर को हुए इंटरव्यू के दौरान एक महिला उम्मीदवार को 3 वर्षों की संविदा प्रति माह 45 हजार के वेतन से नियुक्ति कर लिया गया. सोशल मीडिया में यह आरोप लगाया जा रहा है कि जिस का चयन किया है वह पूर्व में दो अन्य स्थानों पर फैक्ल्टी है. फिर रादुविवि प्रशासन उस पर इतनी मेहरबानी क्यों कर रहा है. पूरा प्रकरण सोशल मीडिया में उछलने के बाद विवि में हंगामा मचा हुआ है. प्रशासन सबसे ज्यादा इस बात से चिंतित है कि शिकायत संघ कार्यालयत तक पहुंच गई है.