सीहोर। हाईस्कूलों का रिजल्ट सुधारने अब शिक्षा विभाग 
ने नए कदम उठाया है। जिस फार्मूले का पांच साल पहले अपनाया था, उसे वापस इस
 साल करने जा रहा है। मॉड्यूल पेपर तैयार कर उनको जिले के सभी सरकारी 
स्कूलों में अगले महीने वितरण किया जाएगा। 
जिससे कि बच्चे तैयारी कर परीक्षा में अच्छे अंकों से पास हो सकें।
शहर के उत्कृष्ट स्कूल में इस समय डीईओ एसपी त्रिपाठी के निर्देश पर विषय विशेयज्ञों के माध्यम से मॉड्यूल पेपर तैयार किए जा रहे हैं। पेपर में महत्वपूर्ण प्रश्र होने के साथ ही उनके उत्तर भी हैं। जिससे कि बच्चे किताब के साथ इस पेपर से भी अपनी तैयारी कर सकें। यह काम तेजी से चल रहा है। मॉड्यूल पेपर तैयार होने के बाद दिसंबर महीने में प्रिटिंग कराकर उनको जिले के सभी हाईस्कूल में वितरण कर दिया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो यह बच्चों के हित में काफी सफल साबित होगा। बच्चे आसानी से पेपर के जरिए पढ़ाई कर सकेंगे। कमजोर बच्चे के लिए तो ज्यादा ही अच्छा रहेगा।
पांच साल पहले हुआ था प्रयोग
करीब पांच साल पहले शिक्षा विभाग ने इस फार्मूले को अपनाया था। इसका असर इतना तेज हुआ था कि पूरे प्रदेश में सीहोर का रिजल्ट नंबर वन रहा था। अधिकांश विद्यार्थी अच्छे नंबर से पास हुए थे। बीच में जरूर यह प्रयोग नहीं हुआ, लेकिन इस साल वापस इसी के जरिए रिजल्ट सुधारने की कवायद की जा रही है। विषय विशेषज्ञ तेजी से पेपर को तैयार करने में लगे हैं। जिससे कि जल्द इनको बच्चों तक पहुंचाया जा सकें।
महत्वपूर्ण चीजों पर ज्यादा फोकस
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मॉड्यूल पेपर में महत्वपूर्ण प्रश्रों को रखा गया है। इन प्रश्रों के उत्तर भी दिए हैं। उन्हीं पर ज्यादा फोकस किया है, जिनमें से अधिकांश परीक्षा में पूछे जाते हैं। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग की यह पहल छात्र हित में सफल साबित हुई तो वापस सीहोर जिले का बोर्ड परीक्षा में नाम रोशन होगा।
इनका कहना है
उत्कृष्ट स्कूल में विषय विशेषज्ञ मॉड्यूल पेपर तैयार कर रहे हैं। इनको जल्द ही जिले के सभी सरकारी स्कूल के बच्चों को वितरण किया जाएगा। जिससे कि वह अपनी तैयारी कर सकें।
आरके बांगरे, बीईओ सीहोर
 
जिससे कि बच्चे तैयारी कर परीक्षा में अच्छे अंकों से पास हो सकें।
शहर के उत्कृष्ट स्कूल में इस समय डीईओ एसपी त्रिपाठी के निर्देश पर विषय विशेयज्ञों के माध्यम से मॉड्यूल पेपर तैयार किए जा रहे हैं। पेपर में महत्वपूर्ण प्रश्र होने के साथ ही उनके उत्तर भी हैं। जिससे कि बच्चे किताब के साथ इस पेपर से भी अपनी तैयारी कर सकें। यह काम तेजी से चल रहा है। मॉड्यूल पेपर तैयार होने के बाद दिसंबर महीने में प्रिटिंग कराकर उनको जिले के सभी हाईस्कूल में वितरण कर दिया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो यह बच्चों के हित में काफी सफल साबित होगा। बच्चे आसानी से पेपर के जरिए पढ़ाई कर सकेंगे। कमजोर बच्चे के लिए तो ज्यादा ही अच्छा रहेगा।
पांच साल पहले हुआ था प्रयोग
करीब पांच साल पहले शिक्षा विभाग ने इस फार्मूले को अपनाया था। इसका असर इतना तेज हुआ था कि पूरे प्रदेश में सीहोर का रिजल्ट नंबर वन रहा था। अधिकांश विद्यार्थी अच्छे नंबर से पास हुए थे। बीच में जरूर यह प्रयोग नहीं हुआ, लेकिन इस साल वापस इसी के जरिए रिजल्ट सुधारने की कवायद की जा रही है। विषय विशेषज्ञ तेजी से पेपर को तैयार करने में लगे हैं। जिससे कि जल्द इनको बच्चों तक पहुंचाया जा सकें।
महत्वपूर्ण चीजों पर ज्यादा फोकस
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मॉड्यूल पेपर में महत्वपूर्ण प्रश्रों को रखा गया है। इन प्रश्रों के उत्तर भी दिए हैं। उन्हीं पर ज्यादा फोकस किया है, जिनमें से अधिकांश परीक्षा में पूछे जाते हैं। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग की यह पहल छात्र हित में सफल साबित हुई तो वापस सीहोर जिले का बोर्ड परीक्षा में नाम रोशन होगा।
इनका कहना है
उत्कृष्ट स्कूल में विषय विशेषज्ञ मॉड्यूल पेपर तैयार कर रहे हैं। इनको जल्द ही जिले के सभी सरकारी स्कूल के बच्चों को वितरण किया जाएगा। जिससे कि वह अपनी तैयारी कर सकें।
आरके बांगरे, बीईओ सीहोर